मजबूत पकड़ वाले शाहाबाद में एनडीए को नहीं मिली एक भी सीट

पिछले 10 सालों में भाजपा और एनडीए की शाहाबाद क्षेत्र पर मजबूत पकड़ हो गयी थी. 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को शाहाबाद के चारों सीटों पर जीत मिली थी.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 9:05 PM
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भभुआ कार्यालय. पिछले 10 सालों में भाजपा और एनडीए की शाहाबाद क्षेत्र पर मजबूत पकड़ हो गयी थी. 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को शाहाबाद के चारों सीटों पर जीत मिली थी. 2015 के विधानसभा चुनाव में भी एनडीए को शाहाबाद में महागठबंधन की तुलना में अधिक सीटों पर जीत मिली थी. कुल मिलाकर देखें तो शाहाबाद पर पिछले 10 सालों से एनडीए पर मजबूत पकड़ थी. लेकिन, पिछले यानी 2020 के विधानसभा चुनाव से शाहाबाद के मतदाता एनडीए से ऐसा मुंह मोड़ा है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में शाहाबाद के 22 विधानसभा सीटों में से महज दो विधानसभा सीट आरा व बड़हरा में ही भाजपा यानी एनडीए की जीत हुई थी. जबकि, सूबे के अन्य क्षेत्रों में एनडीए उम्मीदवारों की जीत हुई और एनडीए ने बिहार में अपनी सरकार बनायी. लेकिन, शाहाबाद में उसे बड़े पराजय का मुंह देखना पड़ा था. वहीं, अब हुए लोकसभा चुनाव में ऐसा लग रहा था कि एनडीए अपने मतदाताओं को एक बार फिर अपने तरफ लाने में कामयाब होगी. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ बल्कि इस लोकसभा चुनाव में शाहाबाद में विधानसभा चुनाव की तुलना में और स्थिति खराब हो गयी और एनडीए का खाता तक नहीं खुला. 2015 के विधानसभा चुनाव में शाहाबाद में एनडीए की स्थिति इतनी मजबूत थी कि कैमूर जिले के सभी चारों सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लेकिन 2020 से भाजपा की स्थिति शाहाबाद में ऐसी खराब हुई है कि बिहार के अन्य क्षेत्रों से भाजपा भले ही जीत रही है. लेकिन, शाहाबाद में आकर उसे पराजय का मुंह देखना पड़ रहा है. इस लोकसभा चुनाव में भी एनडीए बिहार के 40 में से 30 सीटों पर जीत दर्ज की. लेकिन, शाहाबाद में एनडीए का खाता तक नहीं खुला. यह स्पष्ट रूप से बता रहा है कि शाहाबाद में एनडीए की स्थिति पिछले चार सालों में काफी कमजोर हुई है. वहीं, इंडिया एलाइंस की स्थिति शाहाबाद में पिछले चार सालों में काफी मजबूत हुई है. 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने शाहाबाद में 21 सीटों पर जीत दर्ज की थी. एक सीट पर चैनपुर से बसपा उम्मीदवार के रूप में जमा खां ने जीत दर्ज की थी. 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव में शाहाबाद के चार संसदीय सीट आरा, बक्सर, काराकाट व सासाराम से आरके सिंह, अश्विनी चौबे, छेदी पासवान, उपेंद्र कुशवाहा व महाबली सिंह ने चुनाव जीता था. लेकिन, इस बार आरा से माले के सुदामा प्रसाद, काराकाट से माले के राजाराम, सासाराम से कांग्रेस के मनोज कुमार व बक्सर से राजद के सुधाकर सिंह ने चुनाव जीते है. इस तरह से वर्तमान में शाहाबाद क्षेत्र पर इंडिया एलायंस की पकड़ काफी मजबूत हुई है.

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