महज तीन दिनों में 220554 रुपये कलेक्शन के बाद भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं
अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय परिसर में अवस्थित आथराइज्ड कलेक्शन सेंटर ने तीन दिनों में रिकॉर्ड 1236 कोर्ट फीस व वेलफेयर टिकट बिक्री कर 220554 रुपये का राजस्व अर्जित किया है.
मोहनिया सदर. अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय परिसर में अवस्थित आथराइज्ड कलेक्शन सेंटर ने तीन दिनों में रिकॉर्ड 1236 कोर्ट फीस व वेलफेयर टिकट बिक्री कर 220554 रुपये का राजस्व अर्जित किया है. विगत 28 अगस्त 2024 से जमीन सर्वे की कवायद परवान चढ़ने लगी और लोग प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट व नोटरी शपथ पत्र के लिए दौड़ लगाने लगे, उसी दिन से आथराइज्ड कलेक्शन सेंटर पर टिकट के लिए लोगों का जमावड़ा शुरु होने लगा था. यहां पहले दिन यानी 28 अगस्त को उक्त काउंटर से 233 टिकट बिक्री कर 49094 रुपये, 29 को 425 टिकट बिक्री कर 77982 रुपये व 30 अगस्त की शाम 05:40 बजे तक टिकट लेने वाले लोग कतार में खड़े रहे और 578 टिकट बिक्री कर 93478 रुपये का राजस्व अर्जित किया गया. इसके बावजूद टिकट के लिए लगने वाली लोगों की भारी भीड़ व धक्का-मुक्की से निजात दिलाने की दिशा में प्रशासन द्वारा शनिवार तक भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी थी. इसका नतीजा रहा कि चौथे दिन भी स्थित जस की तस बनी रही. जबकि, भूमि सर्वे की बयार बहने से पूर्व प्रतिदिन 233-235 कागज बिक्री करने व 40-50 हजार रुपये राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य उक्त कलेक्शन सेंटर को दिया गया था. लेकिन, इन दिनों जमीन सर्वे को लेकर कलेक्शन सेंटर की कमाई तो दोगुना हो गयी, लेकर व्यवस्था बदहाल ही रही, जहां तीन काउंटर में सिर्फ एक काउंटर से टिकट की बिक्री का होना लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है. वहीं, शनिवार को दोपहर बाद कुछ समय के लिए लिंक पूरी तरह फेल हो गया, जिसकी वजह से टिकट के लिए कतार में खड़े व्यक्तियों को काफी देर तक लाइन में ही खड़े रहकर उमस भरी गर्मी को भी झेलना पड़ा. इस संबंध में पूछे जाने पर अवर निबंधन पदाधिकारी अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि ज्यूडिशियरी में एकाएक भूमि सर्वे को लेकर काफी संख्या में टिकट के लिए लोग पहुंचने लगे. इसकी वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई है. पीइओ चंद्र प्रकाश से बात हुई है, सोमवार तक वैकल्पिक व्यवस्था हो जायेगी.
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