ट्रेनों में नहीं मिली जगह, तो पत्थर मार तोड़ दी खिड़की
ट्रेनों में मौनी अमावस्या को लेकर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
41 महाबोधि एक्सप्रेस की एसी बोगी में टूटा खिड़की का कांच.
42, 43 भभुआ रोड स्टेशन पर जुटी लोगों की भीड़.# भभुआ रोड स्टेशन से एक भी स्पेशल ट्रेन का परिचालन नहीं, परेशानी
मोहनिया शहर. मौनी अमावस्या को लेकर शाही स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भभुआ रोड स्टेशन पर देखने को मिली. लेकिन, ट्रेनों में पहले से ही भारी भीड़ के चलते श्रद्धालुओं को ट्रेन में चढ़ने तक की जगह नहीं मिल पा रही है. इसको लेकर किसी यात्री द्वारा महाबोधि ट्रेन के एसी कोच के बी1 में खिड़की को ईंट मार कर तोड़ दिया गया है. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या है. इसको लेकर शाही स्नान में शामिल होने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ भभुआ स्टेशन पर मंगलवार को पहुंची थी. लेकिन, जो भी ट्रेन आ रही थी, पहले से ही फुल रहने के कारण श्रद्धालु चढ़ नहीं पा रहे थे. इसके कारण पीछे से आने वाली ट्रेनों का श्रद्धालु इंतजार करते रहे. सबसे अहम बात यह है कि भभुआ रोड स्टेशन से कोई स्पेशल ट्रेन का परिचालन नहीं किया जा रहा है. जो भी ट्रेन गया सहित अन्य जगह से आ रही है, उनमें एसी कोच से लेकर जनरल बोगी पूरी तरह से फुल आ रही है. इससे श्रद्धालु परेशान रहे.
गेट पर झूल कर प्रयागराज जाने के लिए विवश
मंगलवार को महाबोधि एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए जब जगह नहीं मिली, तो कई लोग बंद बोगी के बाहर झूल गये. इसके साथ ही जनरल से लेकर स्लीपर कोच के गेट पर श्रद्धालु झूल कर प्रयागराज जाने को विवश रहे. ऐसे में रेलवे द्वारा की गयी व्यवस्था काफी कम साबित हो रही है.आज है मौनी अमावस्या
मौनी अमावस्या बुधवार को है. जहां महाकुंभ के साथ साथ वाराणसी में भी मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ भभुआ रोड स्टेशन के साथ साथ सड़क मार्ग से रवाना हुई. लेकिन, एक तरफ एनएच पर लग रहे भीषण जाम व दूसरी तरफ भभुआ रोड स्टेशन से ट्रेन नहीं मिलने से श्रद्धालु परेशान रहे.क्या कहते हैं आरपीएफ प्रभारी
इस संबंध में आरपीएफ प्रभारी आरके बुनकर ने बताया कि महाकुंभ को लेकर रेलवे द्वारा व्यवस्था की गयी है. इस दौरान एसी कोच पर पत्थर मारने की जानकारी मिली है. मामले में जांच की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है