चालक को नींद आने से खड़े टेलर में टकरायी तीर्थयात्रियों की बस

रविवार की अहले सुबह थाना क्षेत्र के बरहुली गांव के समीप एनएच-दो पर तीर्थयात्रियों की बस चालक के नींद आने के कारण सड़क किनारे खड़े टेलर में जा टकरायी. इसमें तीन की मौत हो गयी. 11 लोग घायल हो गये.

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2024 8:49 PM
an image

मोहनिया शहर. रविवार की अहले सुबह थाना क्षेत्र के बरहुली गांव के समीप एनएच-दो पर तीर्थयात्रियों की बस चालक के नींद आने के कारण सड़क किनारे खड़े टेलर में जा टकरायी. इसमें तीन की मौत हो गयी. 11 लोग घायल हो गये. बरहुली गांव के समीप टहल रहे प्रत्यक्षदर्शी की माने तो रविवार की अहले सुबह करीब 4:30 बजे दुर्घटना से पहले ही बस चालक अजीब तरह से बस चला रहा था. लोगों को पहले ही शक हुआ कि बस कहीं आगे जाकर दुर्घटना करेगी, तब तक बरहुली के पास ही खड़ी टेलर में जा टकरायी. इधर, बस में सवार तीर्थयात्री शिवप्रसाद ने बताया ओड़िशा के जगरनाथपुरी से दर्शन करने के बाद शुक्रवार की रात चले थे. पूरी रात और शनिवार को पूरे दिन और पूरी रात चालक बस चलाया था. हमलोग बोले कि कही बस को रोक दो, लेकिन किसी का बात नहीं सुनी और नींद आने के कारण ही खड़े टेलर में पीछे से टक्कर मार दी. तीर्थयात्रियों ने बताया दुर्घटना के बाद चालक उतर कर सभी से हाथ जोड़ गलती होने की माफी मांग रहा था. इसके बाद किसी वाहन से हमलोग को छोड़ कर भाग गया. गौरतलब है कि यूपी के बाराबंकी जिला स्थित हैदरगढ़ तहसील के अलग-अलग गांव से एक साथ दो बस पर सवार होकर तीर्थयात्री गया पिंडदान के लिए गये थे. जबकि, दुर्घटनाग्रस्त बस पीछे चल रही थी. दूसरी बस आगे निकल गयी थी. दुर्घटना के बाद जब आगेवाली बस के चालक को फोन किया गया, तो बस कर्मनाशा पहुंच गयी थी. उसे वही रुकवाया गया. गौरतलब है कि सभी तीर्थयात्री 18 सितंबर को यूपी के बाराबंकी जिला स्थित हैदरगढ़ तहसील से संगम बस (यूपी33 सीटी5380) से सवार होकर गया में पिंडदान करने व तीर्थस्थान पर दर्शन के लिये निकले थे. इसमें दो बस एक साथ निकली थी. वे लोग अयोध्या धाम में दर्शन करते हुए वाराणसी पहुंचे थे, जहां से गया पहुंच. सभी लोग विधि विधान से पिंडदान कर एक दिन सभी लोग रुके थे. इसके बाद दोनों बस से लोग जगरनाथपुरी जाकर दर्शन किये. वहां से वापस लौटने के दौरान दुर्घटना हो गयी. #पिंडदान कराने वाले पंडा ने भी तोड़ा दम एनएच पर खड़े टेलर में तीर्थयात्रियों की बस टकराने के बाद पिंडदान कराने ले गये पंडा सहित तीन की मौत हो गयी. तीर्थयात्रियों ने बताया यूपी के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ तहसील स्थित कई गांव से पंडा विश्वनाथ मिश्रा सभी को गया में पिंडदान के लिए एकत्रित कर ले गये थे. एक बस पर इनका पुत्र सवार था, तो दूसरे पर अपने सवार थे. गया के फल्गु नदी के किनारे विधि विधान से पिंडदान कराये. लेकिन क्या पता था कि दुर्घटना में इनकी मौत हो जायेगी. मृतक के बाद पुत्र का रो-रोकर बुरा हाल था. #युवकों ने मानवता का मिसाल किया पेस दुर्घटना के बाद बरहुली के पास सड़क पर टहल रहे बरहुली गांव के आधा दर्जन युवक ने मानवता का मिसाल पेस किया. इनमें बरहुली गांव के पंकज तिवारी, रामेन्द्र सिंह, अनिल कुमार, संजय रंजन व पिंटू अली शामिल है. सभी लोगों ने घायलों को बाहर निकलवा इलाज के लिए अस्पताल भिजवाये. इसके साथ ही बचे तीर्थयात्री को सड़क किनारे बैठा चाय, नाश्ता कराया. इसके साथ ही लास्ट तक सभी तीर्थयात्री के सामान को बस पर भी लोड किये. इन सभी कार्यों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे एसडीएम राकेश कुमार ने भी सराहना की. उन्होंने बताया इस तरह की पहल सभी युवा को करना चाहिए. 26 जनवरी को अनुमंडल स्तर पर इन युवकों को सम्मानित करेंगे. #घायलों की सूची# -जितेंद्र तिवारी( 50)पिता श्री सत्यम देव मिश्रा गांव धनौली जिला बाराबंकी,यूपी -सत्यम 55 पिता सीताराम, गांव हैदरगंज, जिला बाराबंकी,यूपी -वधु राजा (60) पिता संतु गांव बाराबंकी, यूपी -रामनरेश ( 55) साल पिता रामस्वरूप, गांव सैखा बाराबंकी यूपी -रूपरानी(60) पति धनीराम गांव हैदरगंज बाराबंकी,यूपी -सुभाष चंद्र मिश्रा,पिता लाल माधव मिश्रा गांव गऊरा बाराबंकी,यूपी -रूप कुमारी देवी ( 59)पति राम नरेश गांव खेखा बाराबंकी,यूपी रेफर -पवन कुमार(50) पिता हर्ष नारायण गांव हैदराबाद बाराबंकी,यूपी -सुरेश कुमार( 55) पिता जितेंद्र गांव धनौली हैदरगढ़,यूपी -राजेश कुमार( 55) पिताजी जितेंद्र नाथ मिश्रा गांव धनौली हैदरगढ़,यूपी -माता फेट तिवारी(55) पिता गांव रेहरा जिला बाराबंकी,यूपी #बस में पीछे बैठे लोगों को आयी हल्की चोट बरहुली गांव के समीप सुबह करीब 4:30 बजे टेलर में तीर्थयात्रियों की बस की टक्कर के दौरान तेज आवाज हुई. उस समय सभी तीर्थयात्री नींद में थे. अचानक तेज आवाज के साथ बस में कम्पन हुआ तो सीट पर बैठे कई यात्री नीचे गिर गये. टेलर के पिछले हिस्से में बस एक तरफ से जा टकरायी थी, जिसके कारण आगे बैठे पिंडदान कराने वाले पंडा, खलासी सहित तीन लोगों की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई. जबकि, एक महिला का पैर पूरी तरह से डैमेज हो गया है. बाकी पीछे बैठे लोगों को हल्की चोट आयी है. #जिला प्रशासन द्वारा बस का किया गया व्यवस्था# दुर्घटना के बाद बस पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी थी. सभी बचे तीर्थयात्रियों को उनके घर पहुंचाने के लिए प्रशासन द्वारा बस की व्यवस्था कर उनके घर भेजा गया. दुर्घटना की सूचना पर एसडीओ राकेश कुमार, डीएसपी प्रदीप कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. यहा सभी तीर्थयात्रियों से घटना की जानकारी ली और हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिये. इधर, एसडीओ की पहल व जिलाधिकारी सावन कुमार के निर्देश पर तीर्थयात्रियों को उनके घर भेजने के लिए एक बस की व्यवस्था की गयी, जिसको लेकर सभी तीर्थयात्री कैमूर जिला प्रशासन का शुक्रिया अदा किये. #शव नहीं उठाने पर ग्रामीणों ने की शिकायत# दुर्घटना में तीन तीर्थयात्री की मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भभुआ भेजने के दौरान पिकअप पर शव को लोड करना था. लेकिन इस दौरान एक चौकीदार द्वारा शव को नहीं उठाया गया. इस मामले को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे एसडीओ और डीएसपी से ग्रामीणों ने शिकायत की. इसे एसडीओ और डीएसपी द्वारा गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष को फोन कर चौकीदार के संबंध में जानकारी मांगी. ग्रामीणों ने बताया शव को उठाने के लिए पुलिस अधिकारी कहते रहे, लेकिन चौकीदार द्वारा शव को नहीं उठाया गया. बाद में दूसरे चौकीदार मिल कर तीनों शव को पिकअप पर लोड किये. #क्या कहते हैं एसडीएम# इस संबंध में एसडीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया बरहुली गांव के समीप खड़े टेलर में तीर्थयात्रियों की बस टकरा गयी थी, जिसमे तीन लोगों की मौत हो गयी. जबकि, 11 घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया. एक महिला की स्थिति गंभीर देख वाराणसी भेजा गया. बचे तीर्थयात्री को नाश्ता चाय की व्यवस्था के साथ जिलाधिकारी के निर्देश पर बस की व्यवस्था कर उनके गांव भेजा गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version