डंपर के धक्के से तीन टुकड़ों में बंटा पोल, 16 घंटे तक गुल रही बिजली
क्रवार की रात शहर के पोस्ट ऑफिस के समीप तेज रफ्तार डंपर के धक्के से बीच सड़क स्थित डिवाइडर पर खड़ा बिजली का पोल तीन टुकड़ों में बंट गया. इसके चलते इस उमस और गर्मी के बीच फीडर तीन से आधे शहर की बत्ती गुल हो गयी
भभुआ शहर. शुक्रवार की रात शहर के पोस्ट ऑफिस के समीप तेज रफ्तार डंपर के धक्के से बीच सड़क स्थित डिवाइडर पर खड़ा बिजली का पोल तीन टुकड़ों में बंट गया. इसके चलते इस उमस और गर्मी के बीच फीडर तीन से आधे शहर की बत्ती गुल हो गयी. मरम्मत के 16 घंटे बाद शनिवार दोपहर तीन बजे बिजली आयी. बत्ती गुल हो जाने और लोगों द्वारा इसकी शिकायत विद्युत विभाग के अधिकारियों से करने की कोशिश की गयी, लेकिन लोगों के अनुसार अधिकारियों ने ना तो फोन उठाने का जहमत उठाया और न ही इस समस्या का हल किया गया. इसके चलते लोगों में काफी रोष रहा. इधर, बिजली नहीं रहने से गर्मी और उमस के अलावा पेयजल की समस्या से भी जूझना पड़ा. गौरतलब है कि शुक्रवार की रात 12 बजे एकता चौक की तरफ से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने पोस्ट ऑफिस के समीप बीच सड़क पर खड़े बिजली के पोल में जोरदार धक्का मार दिया. धक्के से सीमेंट का बना बिजली का पोल तीन हिस्सों में बंट गया. इसके चलते फीडर तीन से एकता चौक, नगरपालिका के पीछे, पश्चिम बाजार, महावीर स्थान, सब्जी मंडी, दक्षिण मुहल्ला, पूरब मुहल्ला, नवाबी मुहल्ला, तेलियान मुहल्ला,ब हेलियान टोला, सीवों चौक, कैलाशपुरी मुहल्ला सहित राजेंद्र सरोवर, जायका गली आदि इलाकों की बिजली गुल हो गयी. बिजली के कट जाने से इन इलाकों के लोग पूरी रात उमस और गर्मी से परेशान रहे. इस बीच लोगों द्वारा बिजली कटने की शिकायत विभाग के अधिकारियों से करना चाहा, तो उनसे लोगों का संपर्क नहीं हो पाया. इस मामले की जानकारी कुछ लोगों द्वारा डीएम को दिये जाने के बाद विभाग एक्टिव हुआ और सुबह 10 बजे के बाद मरम्मत का काम शुरू किया गया. लेकिन, मरम्मत करने और उसके बाद बिजली सप्लाइ में दोपहर लग गये. हालांकि, तीन बजे विद्युत सप्लाइ तो चालू कर दी गयी, लेकिन ट्रिपिंग के चलते शाम पांच बजे तक बिजली आती-जाती रही. = नहाना-धोना तो दूर, प्यास बुझाना भी हो गया मुश्किल शुक्रवार देर रात 12 बजे के बाद आधे शहर की बिजली कट गयी. रात तो कट गयी, लेकिन सुबह बिजली नहीं रहने के चलते इलाके के लोग पेयजल के लिए भी जूझते रहे. कई घरों में तो नहाना धोना तो दूर प्यास बुझाना भी मुश्किल हो गया. बिजली संकट से जूझ रहे वार्ड संख्या 12 के पार्षद प्रमोद पाठक सहित अन्य लोगों का कहना था कि रात में घटना होने के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों को कई बार फोन किया गया, लेकिन सुबह तक मरम्मत शुरू नही हो सकी. सुबह बिजली नही रहने से पानी की समस्या हो गयी. कई लोगों को तो इस भीषण गर्मी में पानी खरीदकर प्यास बुझाना पड़ा. =रात में मौत बनकर शहर में दौड़ रहे मालवाहक डंपर व ट्रक शहर में इन दिनों रात आठ बजे के बाद जब नो इंट्री खत्म हो जा रहा है, तो शहर की सड़कों पर भारी मालवाहक ट्रक और बालू व गिट्टी लदे डंपर मौत बनकर दौड़ रहे हैं. इनके तेज रफ्तार का शिकार सड़क के किनारे या डिवाइडर पर खड़े बिजली के पोल भी बन रहे हैं. इसके पूर्व भी शहर के एसडीएम आवास, नहर कॉलोनी और जयप्रकाश चौक पर ट्रक और डंपर के धक्के से बिजली के खंभा क्षतिग्रस्त हुआ था और उस दौरान भी काफी समय तक बिजली कटी रही थी. लोगों का कहना था कि रात आठ बजे के बाद शहर में ट्रक या बालू लदे डंपर मौत बनकर दौड़ रहे है और प्रशासन इनको रोकने में नाकाम साबित हो रहा है. क्या कहते है शहरवासी — रवि भूषण तिवारी ने बताया कि रात को करीब 12 बजे डंपर ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे बिजली खंभा और तार क्षतिग्रस्त हो गया और कुछ लोगों का घर में लगे बिजली मीटर भी खराब हो गया. इस गर्मी में हम लोग रात भर जग के समय व्यतीत किये. –राज नारायण राम ने बताया कि बिजली गुल हो जाने से काफी परेशानी हुई है और पानी की समस्या होने पर बिना नहाये दुकान पर आना पड़ा है और बिना सोए ही रात गुजर गयी. –राघव रंजन ने बताया 14 घंटे तक बिजली गुल रहने से परेशानियों का सामना करना पड़ा सबसे बड़ी परेशानी बिजली नहीं रहने से पानी के अभाव में 25 प्रति जार के हिसाब से मंगवाकर किसी तरह नहाने धोने का काम चल पाया. =बोले अभियंता एबीपीडीसीएल के सहायक अभियंता राकेश प्रभाकर ने बताया कि खंभे के क्षतिग्रस्त हो जाने से नया खंभा लगाया गया है. 11 हजार तार के क्षतिग्रस्त हो जाने से मरम्मत में समय लगा है. मरम्मत के बाद दोपहर तीन बजे सप्लाइ शुरू करा दी गयी है.
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