गोरिया नदी में प्यास बुझा रही गर्भवती हिरण पर कुत्तों ने किया हमला, किसानों ने बचायी जान
विवार की सुबह चंदेश गांव के बधार में एक गर्भवती हिरण को नदी तट पर प्यास बुझाने के दौरान आवारा कुत्तों ने घेरकर उसका शिकार करना चाहा, लेकिन उक्त रास्ते से गुजर रहे एक किसान से उसकी जान बचायी.
फोटो 14 घर में बैठी घायल हिरण नुआंव. रविवार की सुबह चंदेश गांव के बधार में एक गर्भवती हिरण को नदी तट पर प्यास बुझाने के दौरान आवारा कुत्तों ने घेरकर उसका शिकार करना चाहा, लेकिन उक्त रास्ते से गुजर रहे एक किसान से उसकी जान बचायी. दरअसल, रविवार की सुबह आठ बजे चंदेश गांव के दक्षिण गोरिया नदी के बाड़ में अपनी प्यास बुझा रही गर्भवती हिरण पर 10 से 12 की संख्या में आवारा कुत्तों ने उसका शिकार करने के उद्देश्य से हमला कर दिया, जहां बेबस वन्य जीव जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रही थी. इस दौरान गांव के किसान रामरिखी राय अपने पुत्र अमित राय व अन्य तीन सहयोगियों के साथ बधार में चल रहे हार्वेस्टर से अनाज लेने के लिए ट्रैक्टर से जा रहे थे. इस दौरान उनकी नजर जब घायल हिरण व कुत्तों के झुंड पर पड़ी, तो वह सबके साथ हाथ में डंडा लिए वन्य जीव के बचाव में मैदान में कूद पड़े और कुत्तों को भगाते हुए घायल हिरण को ट्रैक्टर पर रखकर घर ले आये. इसके बाद खाना-पानी देने के साथ ही इसकी सूचना डीएफओ को दी गयी. डीएफओ द्वारा वाट्सएप पर उक्त स्थल का लोकेशन मंगाया गया और दो घंटे के अंदर अपने कर्मियों को भेज वन्य जीव को कब्जे में लेते हुए इलाज के लिए वन्य जीव अभ्यारण्य केंद्र पहुंचाया गया.