रामपुर. बेलांव थाना क्षेत्र अंतर्गत नीरबिसपुर गांव में सोमवार की रात में दो घरों से चोरों ने लगभग सात लाख रुपये की चोरी कर ली. दुर्गेश तिवारी के घर से सोने की अंगूठी व 10 हजार रुपये और दूसरे घर राजवंश तिवारी के घर से तीन लाख 75 हजार रुपये के सोना के गहने व एक लाख 96 हजार रुपये सहित 65 कीमती साड़ियां चुरा ले गये. इसकी सूचना पाकर घटना स्थल पर बेलांव थाने की पुलिस पहुंची और रात में जांच पड़ताल कर वापस लौट गयी है. चोर कब और कैसे आये, किसी को कुछ पता नहीं चला. वहीं, पीड़ित राजवंश तिवारी ने बताया कि मेरी बेटी वंदना (शिक्षिका) की 28 नवंबर को शादी तय है, पूरी तैयारी कर ली गयी थी, लेकिन चोरों ने शादी समारोह पर पानी फेर दिया. घटना की जानकारी देते हुए पीड़ित ने बताया लगभग दो बजे रात में पानी पीने के बाद शौच के लिए कमरे से बाहर निकलना चाहा, लेकिन दरवाजा खींचा तो बाहर से बंद था. दूसरे कमरे में मेरी भाभी उमरावती देवी सोई थी. उनको बार-बार आवाज दी, तो वह जागी तो उनका दरवाजा भी बाहर से बंद था. इसके बाद मैंने अपने पड़ोसी राजेश्वर तिवारी, मनु तिवारी, टुनटुन तिवारी को फोन करके बोला कि हम लोगों के घर का दरवाजा बाहर से बंद है आप लोग आकर के बाहर बैठका में मेरे बड़े भाई को जगाइये और मुख्य दरवाजा खुलवाइये. थोड़ी देर में उक्त तीनों लोग के साथ अन्य लोग भी जुट गये, वह मेरे भाई को आवाज दी तो मुख्य दरवाजा खोला. इसके बाद लोगों द्वारा घर के अंदर आकर कमरे का दरवाजा खोला गया, उसके बाद मैंने अपनी भाभी के कमरे का दरवाजा खोला, जैसे ही आंगन में आया तो जिस घर में सामान रखा था और उस घर में ताला बंद नहीं था उसका दोनों दरवाजा खुला मिला. अंदर जाकर देखा गया तो तीन बक्सा व दो अटैची गायब थे. इसके बाद 112 पर डायल किया गया, तो बेलांव थाने की पुलिस लगभग 3:00 बजे घटना स्थल पर पहुंच जांच पड़ताल करने लगी. खोजबीन के दौरान देखा गया कि मेरे घर के लगभग 200 मीटर की दूरी पर बधार में कुछ सामान फेंका हुआ है. पुलिस सहित हमलोग जाकर देखा तो तीनों बक्सा को तोड़ कर और अटैची को तोड़कर उसमें से गहने, नकद व कीमती साड़ियां सब गायब थे. बताया कि मेरी बेटी शिक्षिका वंदना कुमारी की 28 नवंबर को शादी है. शादी समारोह के लिए पूरी खरीदारी की गयी थी. इसमें एक जोड़ा सोने का ब्रेसलेट, एक पीस सोने का 14 ग्राम की सिकड़ी, दो सोने की अंगूठी, कान का सोने की बाली जिसकी कीमत लगभग तीन लाख 75 हजार रुपये बतायी जाती है. इसी अटैची में छोटे बैग में एक लाख 96 हजार रुपये व 65 कीमती साड़ियां गायब थी. बाकी छोटा-मोटा सामान इधर उधर बिखरा हुआ था. कुछ दूरी पर अन्य दो बक्सा का सामान बिखरा था. जाकर देखा गया तो स्वर्गीय सीताराम तिवारी के पुत्र मिथलेश तिवारी के भाई पप्पू तिवारी के कागजात मिला, तो लोगों ने जाकर देखा तो पप्पू तिवारी के घर में से दो बक्सा गायब था. उसमें एक सोने की अंगूठी व 10 हजार रुपये गायब था. अहले सुबह जब पीड़ित व ग्रामीणों द्वारा देखा गया तो राजवंश तिवारी के घर के उत्तर शौचालय बना है, वह खुला है. उसी शौचालय के अंदर से चोर छत पर चढ़ कर सीढ़ी के रास्ते घर में घुसे होंगे. शौचालय में पैर के निशान भी थे. छत पर बांस की सीढ़ी थी, जिससे चोरी का सामान लेकर चोर मुख्य दरवाजे से नहीं बल्कि उसी बॉस की सीढ़ी से उतर गये, ऐसा देखने से प्रतीत हो रहा है. वहीं, दुर्गेश तिवारी के घर में बने मकान में छोड़े गये ईंट के डाढा से चढ़ कर छत पर चढ़ कर आंगन में उतर कर दो बक्सा लेकर उसी रास्ते से उतर गये हैं. जहां दोनों घर का मुख्य दरवाजा परिजनों द्वारा खोला गया. इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष अनीस कुमार ने बताया कि पीड़िता द्वारा आवेदन दिया गया है. आवेदन के आलोक में स्वान दस्ता टीम द्वारा जांच पड़ताल कर छापेमारी की जा रही है.
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