भभुआ शहर. जिला पदाधिकारी सावन कुमार ने नये मॉडल प्रखंड भवन का बुधवार को औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान देखा कि बाल विकास परियोजना कार्यालय, मनरेगा कार्यालय, प्रखंड आपूर्ति कार्यालय व प्रखंड जीविका कार्यालय को अभी तक नये प्रखंड भवन में शिफ्ट नहीं किया गया है. इसे लेकर संबंधित प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए उक्त सभी कार्यालय को दो दिन में नये भवन में शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया. वहीं, जांच के क्रम में पाया गया कि अंचल कार्यालय में 10 राजस्व कर्मचारी पदस्थापित हैं, लेकिन 11:30 बजे तक अंचल कार्यालय में सिर्फ दो ही कर्मचारी उपस्थित थे, बाकी के आठ राजस्व कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने पर नो वर्क, नो पे के आधार पर सभी का वेतन कटौती करने का आदेश दिया गया. साथ ही लिपिक प्रमोद कुमार बिना कोई सूचना के विगत 10 महीनों से अनुपस्थित पाये गये, जिन्हें तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया गया. वहीं, अंचल कार्यालय में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी सुरेंद्र ठाकुर के लॉगिन पर दाखिल खारिज व परिमार्जन को देखते हुए रजिस्टर की मांग की गयी, लेकिन वह रजिस्टर दिखाने के बजाय चुपके से भाग निकले. इसे गलत मंसा मानते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया गया. इसके साथ ही प्रखंड कार्यालय के प्रधान लिपिक ओम प्रकाश के समय से कार्यालय नहीं पहुंचने को लेकर व आवंटित कार्यों को लेकर पूछताछ करने पर रजिस्टर नहीं दिखाने को लेकर स्पष्टीकरण करते हुए तत्काल स्थानांतरण करने का आदेश जिला पदाधिकारी द्वारा दिया गया. वहीं, प्रखंड कार्यालय में लक्ष्मी बाई विधवा पेंशन, इंदिरा गांधी वृद्धा पेंशन इत्यादि की जांच में पाया गया कि इसकी मॉनिटरिंग प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा सही से नहीं की जा रही है, जिससे संबंधित कई मामले लंबित पड़े हैं, इसको लेकर भी प्रखंड विकास पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
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