भभुआ सदर. रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी लगाने के नाम पर एक युवक से दो लोगों द्वारा साढ़े आठ लाख रुपये का फर्जीवाड़ा कर लिया गया. इस मामले में रुईया गांव निवासी हाशिम अंसारी के बेटे रियाजुद्दीन अंसारी ने सदर थाने में फर्जीवाड़ा करनेवाले रामगढ़ थानाक्षेत्र के तरैथा गांव निवासी रामजी उर्फ बबुआ सिंह के बेटे विनीत प्रताप उर्फ सोनू सिंह और संतोष सिंह के बेटे शिवम कुमार के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पीड़ित ने आवेदन में बताया कि दोनों आरोपित मार्च 2023 में उसके घर आये और उसके पिता व भाइयों से बोले कि उनकी रेलवे में अच्छी पकड़ है और वह कितने लोगों के ही नौकरी लगवा चुके हैं. वह उनके भी दोनों बेटों को नौकरी लगवा देगा. दिल्ली में आर्मी क्लर्क के रूप में विनीत प्रताप के नौकरी करने से वह लोग उसकी बातों में आ गये और उनको विभिन्न तरह से 984200 रुपये दे दिया गया. इसके बाद उन्हें मेडिकल कराने के नाम पर पश्चिम बंगाल के आद्रा बुलाया गया. मेडिकल कराने के बाद उन्हें कुछ दिन बाद फर्जी ज्वाइन लेटर दिया गया और हाजीपुर जोन में उसे ज्वाइन भी करवा दिया गया. लेकिन, जब उसने जांच पड़ताल की, तो पता चला कि उसकी फर्जी तरीके से नौकरी लगाने के नाम पर उनसे लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा कर लिया गया है. इसके बाद उनलोगों ने दोनों आरोपितों से जो रिश्ते में चाचा-भतीजा है उनसे दिये गये रुपये लौटाने की मांग की गयी, तो दोनों पहुंच की बात बताते हुए उन्हें डराने धमकाने लगे. इसके बाद उनलोगों द्वारा दो बार वकालतन नोटिस भिजवाया गया, लेकिन उनके द्वारा वकालतन नोटिस का जवाब नहीं दिया गया. इस बीच दिये गये रुपये मांगने पर आरोपितों ने 136200 रुपये लौटा दिये, लेकिन बाकी के 848000 रुपये लौटाने में आनाकानी कर रहे है. इस मामले में पीड़ित द्वारा पुलिस से आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगायी है. पुलिस मामला दर्ज कर जांच पड़ताल में जुटी है.
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