हर प्रखंड में घूमेगा सारथी रथ, पुरुषों को परिवार नियोजन के लिए करेगा प्रेरित
कैमूर जिला अंतर्गत मिशन परिवार विकास अभियान के तहत शनिवार को पुरुष नसबंदी पखवारा का डीएम सावन कुमार ने शुभारंभ किया. इस दौरान सदर अस्पताल से निकले सारथी जागरूकता रथ को डीएम ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.
भभुआ सदर. कैमूर जिला अंतर्गत मिशन परिवार विकास अभियान के तहत शनिवार को पुरुष नसबंदी पखवारा का डीएम सावन कुमार ने शुभारंभ किया. इस दौरान सदर अस्पताल से निकले सारथी जागरूकता रथ को डीएम ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. इस रथ के माध्यम से पुरुषों के बीच जनसंख्या नियंत्रण व फर्टिलिटी रेट कम करने के लिए लोगों को परिवार नियोजन उपाय अपने के प्रति जागरूक किया जायेगा और इस रथ के माध्यम से आशा, एएनएम, जीविका दीदियां व जनप्रतिनिधि लोगों को परिवार नियोजन उपाय अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे. जागरूकता रथ के माध्यम से जिले के सभी प्रखंडों में अंतरा इंजेक्शन से लेकर गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जायेगी. जागरूकता रथ को रवाना किये जाने के बाद मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन डॉ शांति कुमार मांझी ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम केंद्र और राज्य सरकारों की वरीय प्राथमिकता में आता है और स्वास्थ्य विभाग अपनी उपलब्ध सेवाओं को स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से समुदाय तक पहुंचाती है. इसी के उपलक्ष्य में जिलाधिकारी द्वारा 17 से 30 सितंबर तक चलने वाले परिवार नियोजन पखवारे का आज उद्घाटन किया गया है. जिले में कुल 1537 आशा कार्यकर्ता कार्यरत हैं. इस पखवारे में प्रत्येक प्रखंड को 60 महिला बंध्याकरण और पांच पुरुष नसबंदी का संभावित लक्ष्य प्राप्त है, जबकि सदर अस्पताल को 60 महिला बंध्याकरण व 10 पुरुष नसबंदी का लक्ष्य प्राप्त है. डीपीएम ऋषिकेश जायसवाल ने बताया कि प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फिक्स डे सर्विस के माध्यम से पुरुष नसबंदी व महिला बंध्याकरण की सुविधा सर्जन और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की देखरेख में उपलब्ध करायी जाती है. शनिवार को गांव-गांव तक जागरूकता के लिए सारथी रथ को रवाना किया जा रहा है, जो माइकिंग और हैंड बिल के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन कार्यक्रम से जोड़ने में कारगर होगा. इसमें सभी लक्षित योग्य दंपती को सर्वे कर लाइन लिस्टिंग आशा द्वारा की जा रही, जिसके लिए 300 रुपये आशा कार्यकर्ता को देने का प्रावधान किया गया है. शनिवार को डीएम द्वारा सारथी रथ को रवाना किये जाने के दौरान जिला लेखा प्रबंधक प्रभात कुमार और सामुदायिक उत्प्रेरक पीयूष उपाध्याय सहित सहित पीएसआइ के प्रतिनिधि व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे. = 2025 तक प्रजनन दर 2.2 करने का लक्ष्य निर्धारित 17 सितंबर से शुरू होनेवाले परिवार नियोजन पखवारे को लेकर सामुदायिक उत्प्रेरक पीयूष उपाध्याय ने बताया कि सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे के आंकड़ों में बिहार की कुल प्रजनन दर 3.3 प्रतिशत है और मिशन विकास परिवार योजना के तहत वर्ष 2025 तक बिहार के प्रजनन दर को 2.2 तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रमों को मजबूती प्रदान करने के लिए मिशन विकास परिवार के तहत कई सेवाओं को शामिल किया गया है. = अंतरा व छाया के लिए जागरूक करने पर बल सामुदायिक उत्प्रेरक पीयूष के अनुसार 17 से 30 सितंबर तक चलने वाले परिवार नियोजन अभियान में नवीन गर्भनिरोधक साधन अंतरा व छाया के विषय में लोगों को जागरूक करने पर भी बल दिया गया है. बच्चों में अंतराल व अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए दो नवीन गर्भ निरोधक अंतरा व छाया भी उपलब्ध है. अंतरा एक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है, जिसे एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है. बताया कि यह इंजेक्शन साल में चार बार दिया जाता है. सरकार द्वारा अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर लाभार्थी को 100 रुपये व प्रेरक को भी 100 रुपये दिये जा रहे हैं. छाया गर्भ निरोधक गोली है, जिसका सेवन हर चार दिन में करना होता है और एक महीने तक यह गोली खानी होती है.
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