आज से शुरू हो रहे सावन मास को लेकर शिव मंदिर सज धजकर हुआ तैयार

बाबा भोले के भक्तों के लिए सावन का महीना बहुत ही खास होता है. पूरे सावन माह के दौरान शिव भक्त बाबा भोले पर बेलपत्र, जल व दूध चढ़ाते हैं. इस बार अजब संयोग है कि सावन माह की शुरुआत सोमवार से हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 21, 2024 8:49 PM

भभुआ सदर. बाबा भोले के भक्तों के लिए सावन का महीना बहुत ही खास होता है. पूरे सावन माह के दौरान शिव भक्त बाबा भोले पर बेलपत्र, जल व दूध चढ़ाते हैं. इस बार अजब संयोग है कि सावन माह की शुरुआत सोमवार से हो रही है. सावन की इस पहली सोमवारी को बाबा भोले पर बेलपत्र, जल व दूध चढ़ाने के लिए शिव भक्तों की भीड़ उमड़ने लगेगी. इसे लेकर रविवार को दिनभर शिव मंदिरों की विशेष साफ-सफाई करायी गयी. साथ ही शिव मंदिरों की रंगाई-पुताई कर उसे आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है. कहीं-कहीं शिव मंदिरों को रंगीन बल्बों से भी सजाया गया है. शहर के पुलिस लाइन स्थित डाकेश्वर महादेव मंदिर, मुंडेश्वरी मंदिर स्थित शिवलिंग, बुढ़वा महादेव मंदिर सहित अन्य शिव मंदिरों की विशेष साज-सज्जा की गयी है. गौरतलब है कि इस बार सावन के महीने में पांच सोमवार पड़ेंगे. दरअसल, ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को बेलपत्र व जल अर्पित करने से प्रसन्न हो जाते हैं. सावन माह में शिव भक्त अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए अनेक उपाय करते हैं. कहीं कांवर यात्रा निकाली जाती है, तो कहीं भजन संध्या का भी आयोजन किया जाता है. इस बार के सावन महीने में पड़ेगा पांच सोमवार भभुआ सदर. इस बार सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई यानी आज सोमवार से शुरू हो रहा है और इस साल सावन माह में पांच सोमवार पड़ेंगे. ज्योतिषशास्त्री पंडित हरिशंकर तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस महीने से व्रत और त्योहारों की भी शुरुआत हो जाती है. सावन का महीना शिव की अराधना के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. सावन माह का आरंभ श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ होता है. इस साल श्रावण प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 जुलाई को दोपहर 3 बजकर 47 मिनट से शुरू हो रहा है, जो 22 जुलाई को दोपहर एक बजकर 11 मिनट पर समाप्त हो रही है. इसलिए श्रावण मास का आरंभ 22 जुलाई से हो रहा है. इसके साथ ही श्रावण पूर्णिमा यानी 19 अगस्त को सोमवार के दिन ही इसका समापन हो जायेगा. बताया कि इस साल का सावन महीना काफी खास है, क्योंकि श्रावण मास सोमवार के दिन से शुरू हो रहा है. इसके अलावा पहले सोमवार को प्रीति, आयुष्मान योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. भगवान भोलेनाथ की आराधना के पवित्र श्रावण मास की शुरुआत इस बार कृष्ण पक्ष की एकम 22 जुलाई से होगी. इस दिन सोमवार है. जबकि श्रावण का समापन श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा 19 अगस्त को होगा और इस दिन भी सोमवार ही रहेगा. इस बार श्रावण मास 29 दिन का रहेगा, जिसमें कृष्ण पक्ष 14 दिन और शुक्ल पक्ष के 15 दिन होंगे. सथ ही इस बार आखिरी सोमवार को पूर्णिमा तिथि के साथ रक्षा बंधन पर्व का संयोग भी रहेगा. वहीं, श्रावण माह में पांच सोमवार होने से आमजनों के लिए यह विशेष सुख-समृद्धि का भी कारक है. —————— बाजार सावन के रंग में रंगने को तैयार, लाखों का कारोबार होने की उम्मीद फोटो = व्यापारियों व दुकानदारों ने मंगवाये केशरिया रंगों के स्टॉक गेरूआ धोती और गमछा का स्पेशल कलेक्शन की डिमांड ज्यादा भभुआ सदर. हर साल की तरह इस साल भी शहर के बाजार सावन के रंग में रंगने को तैयार हैं. थोक विक्रेताओं ने भी सावन के कपड़ों का नया स्टॉक मंगा लिया है. बाजार में दो-चार दिनों में खरीदारी में तेजी आने की उम्मीद है. तीज पर्व तक कम से कम सिर्फ शहर के बाजार में 20 लाख के आसपास का कारोबार होने की उम्मीद है. भभुआ और मोहनिया के आस-पास के खुदरा वस्त्र विक्रेताओं ने तो खरीदारी भी शुरू कर दी हैं. इस बार सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई यानी आज से शुरू हो रही है और इस बार सावन में पांच सोमवारी पड़ रहा है, जो सभी वर्गों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा. सावन को लेकर बाजार में साड़ी भी मंगायी गयी है, जो प्लेन, प्रिंटेड, कॉटन और सिंथेटिक रेंज में उपलब्ध हैं. अगस्त में राखी का त्योहार होगा, उसे ध्यान में रखते हुए भी स्टॉक मंगाकर रखा गया है. साथ ही लड़कियों के लिए सलवार सूट और कुर्ती का स्पेशल कलेक्शन मंगवाया गया है. थोक विक्रेता दुर्गा प्रसाद, संजय अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल से बहनों को गिफ्ट में कपड़ा देने का ट्रेंड बढ़ा है. लोग अपनी बड़ी बहन को साड़ी उपहार में दे रहे हैं. वहीं, राखी के बाद तीज पर्व पड़ेगा, उसके लिए भी अभी से तैयारी शुरू कर दी गयी है. मांग को देखते हुए दुकानदार भी काफी वेराइटी लाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, कीमतों में भी पिछली बार की अपेक्षा वृद्धि का अनुमान है. कई श्रद्धालु सावन के महीने में दान-पुण्य भी करते हैं. इसके लिए वे साड़ी, धोती, गमछा और कुर्ते के कपड़े की खरीदारी करते हैं. वहीं, ध्यान देनेवाली बात यह है कि धोती गेरूआ रंग की ज्यादा बिकती है, इसे बोलचाल की भाषा में में बोलबम कलर भी कहा जाता है. = खूब बिकेगी हरे रंग की साड़ी बाजार के रिटेल वस्त्र विक्रेता रंजन जायसवाल ने बताया कि सावन में हरे रंग की साड़ी की भी ज्यादा मांग रहती है, फिलहाल उनके पास हरे रंग की साड़ी का स्पेशल कलेक्शन मंगा लिया गया है. महिलाओं की खरीदारी भी शुरू हो गयी है. सबसे खास बात यह कि इस बार गेरूआ धोती और गमछा का स्पेशल कलेक्शन मंगवाया गया है, इसकी खूब खरीदारी होती है. वहीं, लोग ऐसे कपड़े की डिमांड ज्यादा करते हैं, जो पानी में भीग कर भी खराब नहीं हों. सबसे खास बात यह कि अभी से लेकर तीज तक काले रंग के कपड़ों की मांग नहीं रहती है. सावन के लिए साड़ी 250 रुपये से 800 रुपये तक बाजार में उपलब्ध है. गेरुआ वस्त्र बाजार में 25 रुपये से 100 रुपये मीटर तक उपलब्ध है.

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