एवती पंचायत में 11 में छह नलजल योजना एक वर्ष से बंद
एवती पंचायत के 11 वार्डों में लगभग एक करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से लगायी गयी नल जल योजना के छह पंप पिछले एक वर्षों बंद हैं
नुआंव. सूबे की सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के हलक को तर करने के लिए करोड़ों रुपये की लागत से लगायी गयी नल जल योजना धरातल पर पूरी तरह फेल होते दिख रही है. एवती पंचायत के 11 वार्डों में लगभग एक करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से लगायी गयी नल जल योजना के छह पंप पिछले एक वर्षों बंद हैं, जबकि गांव के ग्रामीण आसमान से बरसती आग के बीच अपनी प्यास बुझाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं, पर इनकी पीड़ा को कोई देखने वाला नहीं है. ऐसे में ग्रामीण आसपास के घरों में लगे सबमर्सिबल व हैंडपंप से अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं. इस बाबत पंचायत के मुखिया रणजीत सिंह उर्फ पिंटू सिंह द्वारा कई बार पहल करते हुए पीएचडी के जेइ से बात कर बंद नल जल को चालू करने की बात भी कही गयी, किंतु स्थिति में कोई सुधार नहीं हुई. – चंदा लगाकर मेंटेनेंस के कारण पांच पंप हैं चालू दरअसल, एवती पंचायत के 11 वार्डों में सात निश्चय योजना के अंतर्गत लगभग एक करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से वर्ष 2017-18 में वार्डों में नल जल योजना के तहत धरती के 300 फीट नीचे से स्वच्छ पानी निकाल लोगों के हलक तर करने की कवायद शुरू की गयी, शुरू के दिनों में प्रखंड के हाकिमों द्वारा पानी पीने से छोटी मोटी बीमारियों को दूर रहने की बातें भी बतायी गयी, लोगों ने इसे अपनाया भी, किंतु वर्ष 2022 में सरकारी फरमान के बाद नल जल योजना को पीएचइडी को सौंप दिया गया. जब तक नल जल वार्ड विकास क्रियान्वयन समिति के अंतर्गत चला, समिति द्वारा किसी तरह की खराबी होने पर टूटे सबमर्सिबल पाइप, टूटी टोंटी, जले सबमर्सिबल आदि को समय समय पर मेंटेनेंस कर योजना को चालू रखा गया, किंतु जैसे ही इसे पीएचइडी को सौंपा गया इसका खेवनहार कोई नहीं दिख रहा. मेंटेनेंस के अभाव में जहां एक पंचायत के 11 में छह नल जल योजना बंद है, वही पंचायत के ग्रामीणों व मुखिया की मानें तो चलने वाले पांच पंप भी ग्रामीणों के आपस में चंदा लगाकर मेंटेनेंस कराते रहने के कारण अभी भी चालू हैं. पंचायत के मुखिया रणजीत सिंह ने कहा आये दिन किसी न किसी वार्ड से पानी की समस्या को लेकर फोन आते हैं, पंचायत के एक, दो, सात, छह, दस व ग्यारह वार्ड के नल जल मेंटेनेंस के अभाव में बंद हैं. जेइ को कई बार फोन किया गया, किंतु उनके द्वारा केवल बनाने का आश्वासन ही दिया जा रहा हैं. रिपेयरिंग होने के बाद भी धरातल पर स्थित दयनीय इधर, पीएचइडी द्वारा नलजल के मेंटेनेंस के आंकड़ों पर नजर डाले तो विभाग द्वारा प्रखंड में बंद नल जल योजना को चालू करने के लिए जनवरी से अप्रैल तक बंद पड़े पंपों को चालू करने के लिए मेंटेनेंस को लेकर टेंडर भी किया गया. जहां संवेदकों द्वारा नल जल के रिपेयरिंग काम भी कागजों पर ही हुआ, जबकि धरातल पर स्थित दयनीय हो चुकी है, यह भी एक जांच का विषय है. अगर धरातल पर काम हुए होते तो लगभग एक वर्ष से एक पंचायत की 11 में छह नलजल योजना इस भीषण गर्मी में भी बंद क्यों है?..इसे भी देखना होगा. – कहते हैं ग्रामीण –धरातल पर किये गये सर्वे के दौरान वार्ड दो गोडसरा गांव के रहने वाले लक्ष्मण राम ने कहा पांच माह से नल जल से पानी नहीं मिल रहा है, पड़ोस के घर के सबमर्सिबल पंप से किसी तरह प्यास बुझा रहे हैं. –वार्ड दो के अनिल कुमार ने कहा हम लोगों के घर में सबमर्सिबल है अपना काम चल जा रहा है, पर मुहल्ले के जो घर नल जल पर आश्रित हैं, उनको पानी की गंभीर समस्या है. –गोडसरा वार्ड एक के बबलू सिंह ने बताया जब से जलमीनार का निर्माण हुआ है हर एक दो माह के बाद यह अक्सर खराब ही रहता है. अभी भी पिछले सात माह से नल जल योजना बंद है, वार्ड में ज्यादातर दलित बस्ती, ओबीसी के परिवार रहते हैं, जो पूरी तरह नल जल योजना पर ही आश्रित है. ऐसे में लोगोें को पीने के पानी के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. –वार्ड एक रवि कुमार ने बताया कि एक वर्ष से नल जल बंद है. तपती धूप में चापाकल का लेयर भी खिसकने लगा हैं. 300 फीट नीचे से मिलने वाला पानी पीने की आदत ग्रामीणों को पड़ चुकी है. वार्ड सदस्य को कई बार फोन किया गया, पर कोई संज्ञान लेने को तैयार नहीं है. # क्या कहते हैं मुखिया उक्त संबंध में मुखिया रणजीत ने कहा कि आसमान से बरसती आग व तेज चल रहे लू के बीच नलजल से पानी नहीं मिलने के कारण पंचायत के ग्रामीण परेशान हैं. मेंटेनेंस का कार्य पीएचइडी के जिम्मे है, जेइ को कई बार समस्या से अवगत कराया गया, पर कोई सुनने को तैयार नहीं है. # क्या कहते हैं जेइ उक्त संबंध में जेइ गौतम ठाकुर ने कहा एवती में एक वर्ष से नलजल नहीं बंद है. दिसंबर माह में बंद नलजल की रिपोर्ट भेजी गयी थी, कुछ की रिपेयरिंग भी हुई है, कुछ जगहों पर रिपेयरिंग का काम चल भी रहा है. बंद नलजल की रिपोर्ट भेजी जा रही है, टेंडर होने पर जल्द ही उसमें भी काम लगा दिये जायेंगे.
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