छोटा परिवार ही बनेगा पारिवारिक उन्नति का आधार : जिलाधिकारी
7 से 30 सितंबर तक चलने वाले परिवार नियोजन पखवारे को लेकर सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को परिवार विकास मेला सह नि:शुल्क मोतियाबिंद नेत्र जांच शिविर व चश्मा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
भभुआ सदर. 17 से 30 सितंबर तक चलने वाले परिवार नियोजन पखवारे को लेकर सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को परिवार विकास मेला सह नि:शुल्क मोतियाबिंद नेत्र जांच शिविर व चश्मा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मेले का उद्घाटन जिलाधिकारी सावन कुमार व सीएस डॉ शांति कुमार मांझी द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर कर किया गया. डीएम ने कार्यक्रम में बच्चों के बीच में अंतर रखने की सलाह देते हुए गर्भ निरोधक का उपयोग करने और परिवार नियोजन ऑपरेशन करवाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और देश में बढ़ती आबादी पर सबकी सहभागिता को जरूरी बताया. डीएम ने उद्घाटन के बाद मेले में लगे परिवार नियोजन उपाय के विभिन्न स्टॉल का निरीक्षण किया. कार्यक्रम के दौरान डीएम ने कहा कि जनसंख्या को रोकने के लिए सरकार हर साल परिवार नियोजन कार्यक्रम चला रही है. शादी के बाद जल्दी बच्चा और पहले और दूसरे बच्चे के बीच का अंतराल तीन वर्ष को हो, इसका ध्यान रखना सबसे जरूरी है. कम समय के अंतराल में बच्चा को जन्म देने से मां के साथ बच्चे भी कमजोर हो जाते हैं. वहीं, बच्चों का पालन-पोषण ठीक से नहीं हो पाता है. ऐसे में बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं. आज सभी लोगों को एक-दो बच्चे के बाद परिवार नियोजन कराने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि महिला व पुरुष को भी परिवार नियोजन कराने से डरने की जरूरत नहीं है, परिवार नियोजन के कई तरीके हैं, सिर्फ उसका उपयोग करने की जरूरत है. मौके पर मौजूद सीएस डॉ एसके मांझी ने कहा कि शादी के बाद एक बच्चे के जन्म के बाद तीन साल और उसे अधिक का समय लें, परिवार नियोजन की कई विधि हैं. दवा, इंजेक्शन का भी उपयोग कर सकते हैं. साथ ही बताया कि वर्तमान समय में पुरुषों को परिवार नियोजन के लिए आगे आने की जरूरत है. गौरतलब है कि जिले में कुल 1537 आशा कार्यकर्ता कार्यरत हैं. इस पखवारे में प्रत्येक प्रखंड को 60 महिला बंध्याकरण और पांच पुरुष नसबंदी का संभावित लक्ष्य प्राप्त है. जबकि, सदर अस्पताल को 60 महिला बंध्याकरण और 10 पुरुष नसबंदी का लक्ष्य प्राप्त है. मंगलवार को सदर अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन सह सचिव डॉ एसके मांझी, जिला स्वास्थ्य समिति कैमूर द्वारा की गयी. इस मौके पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक ऋषिकेश जायसवाल, जिला लेखा प्रबंधक प्रभात कुमार, अस्पताल प्रबंधक शैलेंद्र कुमार, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक पीयूष उपाध्याय, मधुसूदन कुमार, डॉ सत्यस्वरूप, मोहम्मद याजदानी सहित एएनएम जीएनएम और काउंसलर आदि उपस्थित रहे.
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