Smart Meter: कैमूर जिले में साइबर ठगी को लेकर तरह-तरह के मामले आ रहे हैं. साइबर ठग बिजली उपभोक्ताओं को अपना निशाना बना रहे है. खास तौर पर उनके निशाने पर स्मार्ट मीटर उपभोक्ता आ रहे हैं. कुछ ऐसे ही मामले में शुक्रवार को आया. उपभोक्ता महेश गुप्ता ने बताया कि हमारे मोबाइल नंबर पर एक मैसेज और कॉल आया. मैसेज में लिंक भेजा गया था, हमने कॉल रिसीव किया तो अपना नाम मृत्युंजय बताया और अपने आप को विद्युत कर्मी बताकर 19 रुपये का रिचार्ज करने को बोला गया, नहीं तो लाइन काट दिया जायेगा. हमने कहा कि विद्युत कार्यालय में जाकर बात कर लेते हैं, हमारे मीटर में अभी बैलेंस बचा हुआ है, तभी मृत्युंजय कुमार द्वारा कॉल काट दिया गया.
तुरंत बाद 9800 रुपये की निकासी
महेश गुप्ता ने आगे बताया, “उसके तुरंत बाद हमारे खाते से 9800 का फर्जी निकासी का मैसेज आ गया, जिसको देख मैं विद्युत कार्यालय पहुंचा, कार्यालय में बताया गया कि कार्यालय से लाइन काटने या जोड़ने को लेकर कोई कॉल नहीं किया जाता है. साथ ही बताया कि जिले में इस समय साइबर फ्रॉड का मामला दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है, जहां अब साइबर फ्रॉड अब बिजली उपभोक्ताओं को भी निशाना बनाने लगे हैं. खासतौर से उनकी निशाने पर स्मार्ट मीटर उपभोक्ता आ रहे हैं और जल्दबाजी में कई कस्टमर इन जालसाजों के चक्कर में पड़कर अपना नुकसान कर बैठते हैं.”
क्या कह धमकाते हैं साइबर फ्रॉड
जानकारी के मुताबिक, प्रीपेड मीटर एक मोबाइल की तरह रिचार्ज किया जाता है, इसके जरिये उन्हें बिजली मिलती है. साइबर फ्रॉड करने वाले बदमाश किसी तरह से ग्राहकों का अकाउंट चेक करते हैं, फिर फर्जी मैसेज या कॉल के जरिये लोगों से रिचार्ज करने की बात कहकर कनेक्शन काटने की धमकी देते हैं. इस संबंध में विद्युत कार्यपालक अभियंता गोरखनाथ प्रसाद ने सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि लाइन काटने या जोड़ने को लेकर कार्यालय से कभी फोन नहीं जाता है. इस समय बिजली उपभोक्ताओं को अपना निशाना बनाते हुए साइबर फ्रॉड काफी बढ़ा हुआ है, इससे सचेत रहें.
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