भभुआ, भगवानपुर. आगामी 18 से 22 नवंबर के बीच कैमूर जिले में सीआरएम यानी सेंट्रल रिव्यू मॉनिटरिंग टीम आने वाली है. उक्त टीम केंद्र सरकार की तरफ से स्वास्थ्य को लेकर चलायी जाने वाली योजनाओं का जमीनी हकीकत जानेगी. इसके लिए टीम द्वारा जिले के सभी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर योजनाओं के बाबत लोगों से बातचीत कर जानकारी ली जायेगी. इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अभी से तैयारी में जुट गये हैं. कल यानी 22 अक्तूबर से राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी के नेतृत्व में 21 सदस्य टीम कैमूर पहुंच रही है, जो सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं की जांच व निरीक्षण करेगी. उक्त टीम द्वारा कुल 52 बिंदुओं पर जांच की जायेगी, जिससे यह पता लगाया जायेगा कि जिले में स्वास्थ्य की क्या स्थिति है. सेंट्रल रिव्यू मॉनिटरिंग टीम के आने के पहले स्टेट की टीम सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर निरीक्षण कर योजनाओं की वास्तविक स्थिति जान लेना चाहती है और जहां कहीं भी कमियां हैं, उसे उक्त टीम के आने के पहले दूर कर लेना चाहती है. केंद्रीय टीम के निरीक्षण के बाद अगर कैमूर जिले का स्वास्थ्य के क्षेत्र में चलने वाली योजनाओं में बेहतर प्रदर्शन रहता है, तो इसका लाभ केंद्र की टीम द्वारा अन्य स्वास्थ्य योजनाओं में भी दिया जायेगा. इसी को लेकर युद्धस्तर पर जिले व राज्य के अधिकारी अभी से ही तैयारी में जुट गये हैं. – 52 बिंदुओं पर चेक लिस्ट तैयार राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी के नेतृत्व में आनेवाली टीम द्वारा हेल्थ वेलनेस सेंटर, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल हॉस्पिटल, अनुमंडल अस्पताल तथा सदर अस्पताल समेत जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र निरीक्षण करेगी. सिविल सर्जन शांति कुमार मांझी ने बताया कि विभाग द्वारा कुल 52 बिंदुओं पर चेक लिस्ट तैयार किया गया है, जिस पर टीम द्वारा निरीक्षण किया जायेगा. इसे लेकर सभी जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मियों को हर तरह से तैयार रहने व योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर पंहुचाने का निर्देश दिया गया है. इसमें जो लोग भी कोताही बरतेंगे, उनके ऊपर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, राज्य स्तर से टीम स्थानीय जिले के तमाम स्तरों के स्वास्थ्य केंद्रों की जांच करने वाली है, उनमें परिवार नियोजन, एनसीडी, टीवी, नियमित टीकाकरण, कर्मचारियों की उपस्थिति, मेंटेनेंस, लेप्रोसी इत्यादि विभागों से संबंधित प्रोग्राम ऑफिसर शामिल रहेंगे. उक्त टीम द्वारा अलग-अलग स्तर के जिन 52 बिंदुओं पर जांच होनी है, उनमें यूनिफार्म, ग्लो साइनबोर्ड (स्वास्थ्य संस्थान का नाम), फंक्शनल नर्सिंग स्टेशन, सभी स्वास्थ्य संस्थानों के यूनिफार्म सिग्नेजेस, सभी कार्यक्रमों की ब्रांडिंग, शुद्ध पेयजल की सुविधा, चहारदीवारी की मौजूदा स्थिति, लेखा का अधतन, प्रत्येक माह की 21 तारीख को आयोजित होने वाले परिवार नियोजन दिवस, एनआरसी, नयी पहल किट का प्रतिवेदन, ब्लड बैंक/स्टोरेज यूनिट, संचालित आशा घर, एचआर की स्थिति, पास प्लांट, परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत परिवार का रिपोर्ट, पावर सप्लाई/बैकअप, लेबर रूम/ओटी सर्विस शामिल हैं. वहीं, इसको लेकर देखा जा रहा है कि कैमूर जिला क्षेत्र अंतर्गत आने वाले तमाम स्तर के स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मियों को निर्देशित करते हुए हरेक बिंदुओं पर सकारात्मक कार्य करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है. बोले सिविल सर्जन — इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन ने बताया कि अगले माह यानी नवंबर में केंद्र स्तर की स्वास्थ्य विभाग की टीम यानी सीआरएम (केंद्रीय समीक्षा निगरानी) की टीम जांच करने के लिए यहां आने वाली है. इसको लेकर जिला स्तर से भी स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों व कर्मियों के साथ बैठक की जा रही है. साथ ही बताया कि इसे लेकर राज्य स्तर की टीम भी मौजूदा माह में बारी-बारी से अलग-अलग डिपार्टमेंट जिले में स्वास्थ्य केंद्रों की जांच करने वाली है.
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