मंगलवार को पारा 46 के पार
गर्मी तोड़ने लगी रिकार्ड, तो आम जनजीवन भी गर्मी व धूप से बेहाल
गर्मी तोड़ने लगी रिकार्ड, तो आम जनजीवन भी गर्मी व धूप से बेहाल भभुआ सदर. प्रचंड धूप के साथ गर्मी का सितम जारी है. 47 डिग्री तापमान के साथ मंगलवार इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा. मंगलवार को हालत यह थी कि दिन के 12 बजे से दो बजे तक पारा 46 डिग्री से अधिक रहा, तो इसमें भी दो घंटे 45 डिग्री पर स्थिर रहा. दरअसल, यह इस सीजन का अब तक का सबसे ज्यादा तापमान है. अब तक पारा 43 से ऊपर चढ़ा था, लेकिन पहली बार मंगलवार को एकाएक 47 का स्तर छू लिया है. मंगलवार को तेज धूप के साथ 18 किलोमीटर की रफ्तार से दिनभर चली गरम हवाओं के थपेड़ों ने शहरवासियों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया. घरों से बाहर निकलने वालों को चिलचिलाती और असहनीय धूप का सामना करना पड़ा. वैसे भी मौसम विभाग ने मई-जून में रिकॉर्ड गर्मी की संभावना जतायी है. इसके चलते मई के अंतिम सप्ताह की शुरुआत होने से पहले ही सूर्यदेव के तेवर अपना रंग दिखाने लगे हैं. तापमान पर नजर डालें, तो महीने के अंतिम दिनों की शुरुआत गर्म हवा और प्रचंड धूप के साथ हुई है. आनेवाले दिनों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ गरमी बढ़ने की संभावना है. इसीलिए, जरूरी है कि लोग इस भीषण गर्मी व बीमार करने वाली धूप में खास एहतियात बरतें. = 47 डिग्री तापमान से राह चलना भी हो गया दुश्वार मंगलवार को आलम यह रहा कि दिन के नौ बजते ही धूप गर्मी बरसाने लगी और गर्म हवाओं के थपेड़े सितम ढाने लगे. तीखी धूप ने लोगों को झुलसाया, तो रही सही कसर 18 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली गर्म हवा के थपेड़ों ने पूरी कर दी. तेज धूप के कारण शहर में राह चलना दुश्वार हो गया. लोगों के हलक सूखने लगे और प्रचंड धूप ने पसीना बहाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इधर, चिकित्सक भी सलाह दे रहे हैं कि धूप में जाने से बचें, लेकिन मजबूरी में लोगों को काम पर जाना पड़ रहा है. खासकर, स्कूलों के खुले रहने से बच्चों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है. इधर, गर्मी बढ़ने से शहर के विभिन्न बाजारों में घूमने वाले लोग लस्सी, कोल्ड ड्रिंक्स, गन्ने का रस, फलों के जूस, नारियल पानी, सत्तू ड्रिंक समेत अन्य पेय पदार्थों का सेवन करते दिखाई पड़े. = भीषण गर्मी से आम लोग बेहाल, सड़कों पर सन्नाटा मंगलवार को सीजन का सबसे गर्म दिन होने के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. गर्म हवाओं और दिल दहला देनेवाली धूप से लोग बेहाल रहे और जरूरत पड़ने पर ही घर से निकलें. लेकिन, धूप की वजह से उनकी भी हालत पतली रही. वैसे जिले में स्थित सांख्यिकी विभाग की मानें, तो मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 47 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान भी 31 डिग्री जा पहुंचा. अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी के चलते लोगों को मंगलवार को प्रचंड धूप व गर्मी की मार झेलनी पड़ी, जबकि 18 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही हवाओं के गर्म थपेड़ों से आमजन पूरी तरह से बेहाल रहा. एक दिन पहले अधिकतम तापमान 43 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया था. आनेवाले दिनों में भी तपिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखायी पड़ रही है और न ही लोगों को प्रचंड गर्मी से मई महीने और ना ही जून के महीने में राहत मिलने जा रही है. = गर्मी से बच्चों को हो रही अधिक परेशानी गर्मी की छुट्टी इस बार पहले ही समाप्त हो जाने के चलते स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गयी है. लेकिन, अब प्रचंड धूप और गर्मी ने स्कूली बच्चों को परेशान कर दिया है. सुबह स्कूल आने वक्त बच्चों को कोई परेशानी नहीं हो रही है. लेकिन, दोपहर में छुट्टी के वक्त बच्चे और अभिभावकों की हालत खराब हो जा रही है. ऐसी गर्मी में कोई बड़ा भी चार कदम चल लें, तो शरीर का पानी सूख जाता है. ऐसे में बच्चों को गर्मी का सामना करते हुए स्कूल से घर तक का सफर तय करना पड़ रहा है. इनसेट धूप व गर्म हवा से रखें अपनी आंखों का ख्याल भभुआ सदर. गर्मी के प्रचंड मौसम में पारा चढ़ने के साथ-साथ डायरिया समेत अन्य बीमारियां भी दस्तक देने लगी हैं. इससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. अस्पतालों में दस्त, पेट दर्द, उल्टी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. सदर अस्पताल के डॉक्टर डॉ विनय कुमार तिवारी इस मौसम में बचाव संबंधी जानकारी देते हुए बताते हैं कि गर्मी के मौसम में खान-पान का खास ख्याल रखने की जरूरत हैं. गर्मी के मौसम में मसालेदार भोजन शरीर को नुकसान पहुंचाता है. इस मौसम में हल्का भोजन एवं पानी अधिक पीना चाहिए. इसके अलावा फलों का सेवन शरीर को राहत देता है. खीरा, तरबूज, बेल आदि पानी की कमी को पूरा करते हैं. कहा कि गर्मी के मौसम में सूती कपड़े लोगों को काफी राहत देते हैं. इसीलिए, गर्मी में लोगों को सूती कपड़े ही पहनना चाहिए. इससे लोगों को राहत मिलती है. जानकारों का कहना है कि इस मौसम में हल्के रंग का कपड़ा पहनना चाहिए. उधर, सदर अस्पताल के आई स्पेशलिस्ट डॉ रविरंजन का कहना था कि गर्मी के मौसम में तेज धूप से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है. इससे एलर्जी होती है. इसीलिए, लोगों को घर से निकलने से पूर्व सूर्य की रोशनी से बचने के लिए सनग्लास पहनना चाहिए. = हीटवेव से रुक सकती है दिल की धड़कन डॉक्टरों की मानें, तो इस तरह हीट स्ट्रोक से हार्ट पर असर पड़ता है. इसीलिए, ऐसे मौसम में लोगों को लगातार दो घंटे से अधिक धूप में काम नहीं करना चाहिए. क्योंकि, प्रचंड धूप से बॉडी पर रेडिएशन का असर अधिक पड़ता है और सांस लेने की रफ्तार धीमी पड़ती जाती है. हीट स्ट्रोक की स्थिति में लगातार चार से पांच घंटे तक कम करने पर हार्ट अटैक भी आ सकता है. मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र सिंह कहते हैं कि जिले का पारा अधिकतम स्तर पर पहुंच रहा है. अगले दो से तीन दिनों में एक से दो डिग्री तक अभी और बढ़ने के आसार हैं. इसके चलते जिले का तापमान अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है. इसीलिए, मई और जून की गर्मी से लोगों को फिलहाल बचकर रहना होगा.
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