50 किमी लंबा जाम लगने पर यूपी ने नो इंट्री में दी ढील

मौनी अमावस्या को लेकर जीटी रोड से यूपी में भारी वाहनों के प्रवेश पर लगायी गयी थी रोक

By Prabhat Khabar News Desk | January 28, 2025 9:29 PM

फोटो 1 एनएच 19 पर लगे भीषण जाम में फंसे वाहन. 2 जाम से वाहन को बाहर निकलवाते लोग. 3 जाम में फंसे प्रयागराज जा रहे श्रद्धालु. 4 जाम से बचने के दौरान सर्विस सड़क पर फंसी श्रद्धालुओं की बस. 5 सोमवार की पूरी रात्रि जाम में फंसे रहे वाहन 6 श्रद्धालु राकेश कुमार. 7 चालक धर्मवीर. 8 श्रद्धालु सोहन. 9 ट्रक चालक मोनू कुमार. = = रोक लगाये जाने के 12 घंटे के अंदर ही कर्मनाशा बॉर्डर से रोहतास तक लग गया था भीषण जाम प्रतिनिधि, भभुआ कार्यालय कुंभ में मौनी अमावस्या के दिन शाही स्नान को लेकर देशभर से बड़ी संख्या में आ रहे श्रद्धालुओं को जाम से निजात दिलाने के लिए जीटी रोड रास्ते उत्तर प्रदेश में भारी वाहनों के प्रवेश पर सोमवार को रोक लगा दी गयी थी. यूपी प्रशासन द्वारा यह कहा गया था कि भारी वाहनों को बिहार में जहां भी हैं, वहीं पर जगह देखकर रुकवा दिया जाये. केवल छोटी एवं सवारी गाड़ियों को ही जीटी रोड के रास्ते यूपी में प्रवेश दिया जा रहा था. लेकिन, यह निर्णय 12 घंटे में ही गलत साबित हुआ. भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाये जाने से यूपी-बिहार की सीमा कर्मनाशा से लेकर बिहार में रोहतास के शिवसागर खुर्माबाद तक वाहनों का लंबा जाम लग गया. स्थिति यह हो गयी कि यूपी में जाने वाली लेन में जाम होने पर लोग अपनी गाड़ियों को उल्टी दिशा यानी यूपी से आने वाली लेने से होकर प्रवेश करने की कोशिश करने लगे. इसके बाद मंगलवार की सुबह से ही जीटी रोड की दोनों लाइन पूरी तरह से जाम हो गयी. इसके बाद छोटी गाड़ी हो या फिर सवारी गाड़ी या भारी वाहन, सभी बुरी तरह जाम फंस गये. दोनों लाइन एक साथ बुरी तरह से जाम हो गयी, जिससे छोटे वाहनों का भी गुजरना मुश्किल हो गया. मौनी अमावस्या से पहले ही जीटी रोड पर भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इसे देखते हुए यूपी प्रशासन द्वारा उत्तर प्रदेश में भारी वाहनों के प्रवेश पर लगाये गये रोक में ढील दी गयी. यानी रुक-रुक कर वाहनों के प्रवेश की छूट दी गयी. इसके बाद धीरे-धीरे लगा हुआ भीषण जाम कम होने लगा. लगातार बढ़ते जाम को देख यूपी प्रशासन में हटायी रोक दिल्ली से कोलकाता को जाने वाली लोगों के लिए लाइफ लाइन सड़क जीटी रोड पर पिछले 12 घंटे से भीषण जाम लगा रहा. इसके कारण महाकुंभ में शामिल होने जा रहे हैं श्रद्धालुओं के वाहनों सहित कई इमरजेंसी वाहन जाम में फंसे रहे. सोमवार की पूरी रात जाम से लोग परेशान रहे. हालांकि, स्थानीय लोग एवं जाम में फंसे लोगों के अथक प्रयास के बाद किसी तरह मंगलवार की सुबह जाम से लोगों को निजात मिली. जाम कैमूर जिले के कुदरा, मोहनिया और टोल प्लाजा पर एनएच के दोनों लेन में देखने को मिला. गौरतलब है कि मौनी अमावस्या व महाकुंभ को लेकर चंदौली एसपी द्वारा कैमूर, रोहतास व औरंगाबाद एसपी को बिहार से यूपी में भारी वाहन रोकने की बात कही गयी थी. इसके आलोक में एनएच 19 से जुड़े सभी थानाध्यक्षों को कैमूर एसपी द्वारा भारी वाहन को सड़क के किनारे रोक कर पार्किंग कराने का निर्देश जारी किया गया. वहीं, कुदरा थाना द्वारा पुसौली बाजार के बघेल विद्यालय के समीप भारी वाहनों को रोकते हुए एनएच 2 के वाराणसी जाने वाली लेन को ही बंद कर दिया गया. नतीजतन, वाराणसी जाने वाले छोटे एवं अन्य वाहन रॉन्ग साइड से गुजरने लगे, जिसके कारण जाम का सिलसिला शुरू हुआ, जो सोमवार की पूरी रात्रि बना रहा. इधर, जाम की स्थिति देख पुलिस द्वारा बंद की गयी लेन को भी खोल दिया गया. देखते-देखते दोनों लेनोंं में भीषण जाम लग गया. इसमें प्रयागराज जा रहे कई श्रद्धालुओं के वाहनांे सहित कई वाहन फंसे रहे. मंगलवार की सुबह जाम की स्थिति देख स्थानीय लोग व जाम में फंसे लोगों के संयुक्त प्रयास से जाम किसी तरह खत्म हुआ तब वाहनों का परिचालन दोनों लेनों से शुरू हुआ. पूरी रात जाम में फंसे रहे वाहन चालक एनएच 19 सड़क लोगों के लिए लाइफ लाइन सड़क है. इसी सड़क से लोग वाराणसी इलाज सहित अन्य कार्य के लिए रोहतास औरंगाबाद सहित अन्य जगहों से जाते है. लेकिन एनएच 19 पर आखिर कब जाम लग जाय यह कह पाना मुश्किल सी बात है. सोमवार की शाम से शुरू हुआ जाम का सिलसिला पूरे सोमवार की रात्रि तक जारी रहा. करीब 12 घंटे तक जाम में फंसे रहे वाहन चालक इस ठंड के बीच भूख-प्यास से परेशान रहे. लेकिन स्थानीय प्रशासन व पुलिस द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया. जाम में फंसे रहे प्रयागराज जाने वाले कई श्रद्धालु एनएच 19 पर सोमवार की रात्रि लगे भीषण जाम में कोलकता, झारखंड सहित अन्य जगहों से मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में स्नान करने जा रहे कई श्रद्धालुओं का वाहन जाम में फंसा रहा. इसके साथ ही बघेल विद्यालय के पास जाम में बचने के सर्विस सड़क से आने के दौरान श्रद्धालुओं की एक बस भी फंस गयी थी, जो पूरी रात इसी जाम में फंसे रही. मंगलवार की सुबह स्थानीय लोगों द्वारा ट्रैक्टर की मदद से बस को बाहर निकाला गया और श्रद्धालु रवाना हुए. क्या कहते हैं जाम में फंसे लोग इस संबंध में टाटा से प्रयागराज जा रहे श्रद्धालु राकेश कुमार ने बताया की करीब 6 घंटे से जाम में फंसे हैं, लेकिन कोई प्रशासन द्वारा सहयोग के लिए नहीं आया. अपने से हमलोग जाम छुड़ा रहे है. श्रद्धालु राकेश कुमार इस संबंध में चालक धर्मवीर ने बताया कि सोमवार की शाम से ही जाम में फंसे हैं. हमें अरौरा जाना है. जाम में फंसने के बाद किसी भी प्रशासन द्वारा कोई सहायता नहीं आयी. इससे हमलोगों को काफी परेशानी हुई. चालक धर्मवीर बस में सवार प्रयागराज जा रहे श्रद्धालु सोहन ने बताया कि एनएच पर लगे जाम से बचाने के लिए सर्विस सड़क से होकर बस चालक लेकर आ रहा था, लेकिन फंस गया. बस में ही रात गुजारने को मजबूर रहे. श्रद्धालु सोहन इस संबंध में मोहनिया से सासाराम की तरफ जा रहे ट्रक चालक मोनू कुमार ने बताया कि सोमवार की शाम से ही जाम में फंसे हैं. जो पूरी रात्रि जाम में गुजारने के विवश रहे, काफी परेशानी हुई. ट्रक चालक मोनू कुमार क्या कहते हैं एसपी एसपी हरिमोहन शुक्ला ने बताया कि यूपी में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगायी जाने के कारण भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. इसके बाद चंदौली के एसपी से बात की गयी और यूपी में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक में ढील के बाद ही जाम से राहत की बात बतायी गयी. तब यूपी प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के प्रवेश पर लगायी गयी रोक पर कुछ-कुछ घंटे के लिए ढील दी जा रही है. इसके बाद धीरे-धीरे वहां निकल रहे हैं. इससे लोगों को जाम से निजात मिली है. दोनों जिलों की पुलिस आपस में समन्वय स्थापित कर वाहनों को निकाल रही है.

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