पुलिस ने चोर व जेवरात खरीदने वाले दुकानदार को किया गिरफ्तार
बीते 15 दिनों पूर्व मुख्य सड़क से सटे पंजाब नेशनल बैंक के नीचे एक घर में सेंध लगाकर चोरी किये गये जेवरात व नकद रुपये मामले का उद्भेदन स्थानीय पुलिस ने कर दिया है. उक्त कांड में थानाध्यक्ष रौशन कुमार द्वारा चोर व चोरी के गहने खरीदने वाले दुकानदार दोनों को चोरी के जेवरात के साथ गिरफ्तार करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
नुआंव. बीते 15 दिनों पूर्व मुख्य सड़क से सटे पंजाब नेशनल बैंक के नीचे एक घर में सेंध लगाकर चोरी किये गये जेवरात व नकद रुपये मामले का उद्भेदन स्थानीय पुलिस ने कर दिया है. उक्त कांड में थानाध्यक्ष रौशन कुमार द्वारा चोर व चोरी के गहने खरीदने वाले दुकानदार दोनों को चोरी के जेवरात के साथ गिरफ्तार करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा गया. पकड़ा गया आरोपित चोर नुआंव बाजार का आशीष जायसवाल पिता अनिल जायसवाल, जबकि चोरी के जेवरात खरीदने वाला दुकानदार बड्ढ़ा गांव का आलोक वर्मा उर्फ लाउ पिता कन्हैया सेठ बताया गया है. दरअसल, उक्त मामले में 15 दिनों पूर्व पंजाब नेशनल बैंक के नीचे किराये पर रहने वाली सरिता देवी द्वारा 28 मार्च को थाने में आवेदन देकर बताया गया कि वह होली से एक दिन पहले घर में ताला बंद करके अपने गांव होली मानने गयी थी. गांव से आने पर घर का ताला टूटा हुआ था और अंदर रखे अलमारी से एक लाख नकद रुपये सहित लगभग एक लाख रुपये के सोने के जेवरात चोरी हो चुके थे. पीड़ित ने थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाते हुए उक्त मामले में घर की बगल में रह रहे आरोपित आशीष जायसवाल पर शक जाहिर किया गया था. मामले में जब प्राथमिकी दर्ज कर केस की अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर रिमझिम कुमारी द्वारा आशीष को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की जाने लगी, तो पहले वह ना नुकर करता रहा, पर पुलिस की सख्ती के बाद चोरी का खुलासा कर दिया. उसने बताया कि चोरी गये जेवरात को उसने बाजार के बीच बिना बोर्ड लगाये एक स्वर्ण आभूषण दुकान पर बेच दिया है, जबकि चोरी के नकद 30 हजार रुपये वह खर्च कर चुका है. इसके बाद पुलिस द्वारा तुरंत आरोपित दुकानदार आलोक वर्मा उर्फ लाउ को उसके घर से दबोचकर थाने लाया गया. पुलिसिया पूछताछ के दौरान पुलिस ने चोरी गये गहने मंगलसूत्र, कान के झुमके व अंगूठी को बरामद कर लिया. आखिरकार पिछले एक सप्ताह से बाजार में चर्चा का विषय बने उक्त कांड में लंबी पूछताछ व चोरी गये सामान की बरामदगी करते हुए थानाध्यक्ष द्वारा दोनों आरोपितों को मेडिकल के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.