कर्मनाशा. बलुआ रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम का दर्शन कर बोलेरो से लौट रहे तीन युवकों की यूपी-बिहार बॉर्डर पर नौबतपुर परसियां के पास हादसे में मौत की खबर मिलते ही दुर्गावती थाना क्षेत्र के भानपुर गांव में कोहराम मच गया. गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी. वहीं, लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. हादसे में बोलेरो के परखचे उड़ गये थे, हादसा इतना दर्दनाक था कि लोगों के रोंगटे खड़े हो गये. दरअसल, दुर्गावती थाना क्षेत्र के भानपुर गांव निवासी धनंजय यादव, सोनू यादव, सुशील यादव, लरमा गांव निवासी राहुल यादव तथा सैयदराजा थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव निवासी गुड्डू यादव बोलेरो से चंदौली जिले के बलुआ थाना अंतर्गत रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम मठ में दर्शन करने के लिए गये थे. दर्शन कर सभी युवक गुरुवार की देर रात में घर लौट रहे थे, अभी बोलेरो कंदवा थाना क्षेत्र के परसिया नौबतपुर के पास ही पहुंची थी कि बोलेरो अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा कर सड़क किनारे पानी भरे गड्ढे में पलट गयी. घटना में बोलेरो के परखचे उड़ गये और धनंजय यादव, सोनू यादव तथा गुड्डू यादव की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी तथा सुशील यादव व राहुल यादव गंभीर रूप से घायल हो गये. घटना की जानकारी होते ही कंदवा पुलिस व परिजन मौके पर पहुंच गये और घायलों को ट्राॅमा सेंटर वाराणसी में भर्ती कराया गया, जहां दोनों का इलाज चल रहा है. – इकलौते पुत्र की मौत से घर का बुझ गया चिराग भानपुर गांव निवासी ओमप्रकाश यादव का धनंजय इकलौता पुत्र था तथा एक पुत्री है. पुत्र व पुत्री दोनों की शादी अभी नहीं हुई थी. पिता ओमप्रकाश खेती किसानी कर घर परिवार चलते हैं. धनंजय ही पिता का एकमात्र सहारा था, लेकिन इकलौता पुत्र की मौत के बाद ओमप्रकाश के घर का चिराग बुझ गया. घटना से परिवार के लोग शोक में डूबे हैं. वहीं, माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. -मासूमों के सिर से उठा पिता का साया हादसे में प्राण गंवा चुके सोनू यादव तीन भाइयों में मांझिल थे. सोनू यादव का बड़ा भाई अशोक व छोटा भाई मोनू यादव प्राइवेट कंपनी में कार्य करते हैं. सोनू यादव को दो पुत्री व एक पुत्र है, पुत्र अभी तीन माह का है तथा पुत्रियां तीन व पांच वर्ष की है. सोनू यादव की हादसे में मौत हो जाने के बाद तीन मासूमों के सिर से पिता का साया उठ गया है. वहीं, परिजनों व पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. -कुछ ही महीने पहले गुड्डू की हुई थी शादी गुड्डू यादव की शादी कुछ ही माह पहले हुई थी, इसी बीच गुड्डू यादव की हादसे में मौत हो जाने के बाद पत्नी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पत्नी व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. गुड्डू यादव अपने दो भाइयों में छोटे भाई थे व बड़ा भाई गुजरात के एक कंपनी में काम करते हैं. जबकि, पिता भीम यादव दूध का कारोबार कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में डूबा है.
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