चोरी की तीन बाइकें जब्त, खरीदार धराया
चैनपुर में फरार बाइक चोर को पकड़ने के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
चैनपुर में फरार बाइक चोर को पकड़ने के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
भभुआ सदर.
चैनपुर पुलिस ने चैनपुर बाजार से चोरी की तीन बाइकों के साथ एक खरीदार को गिरफ्तार किया है, जबकि शातिर चोर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. चोरी की बाइकों के साथ धराया खरीदार चैनपुर निवासी काशीनाथ जायसवाल का बेटा शिवम कुमार जायसवाल बताया जाता है, जबकि पुलिस को चकमा देकर फरार बाइक चोर चैनपुर थानांतर्गत चोरलोहरा गांव निवासी कपिलमुनि बिंद का बेटा जीतन बिंद बताया जाता है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी में जुटी है. चोरी की बाइकों के साथ धराये खरीदार के संबंध में भभुआ एसडीपीओ शिवशंकर कुमार ने प्रेसवार्ता कर बताया कि क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी को लेकर चैनपुर पुलिस अपराधियों और चोरों को ट्रैक कर रही थी. इसी दौरान जानकारी मिली कि चोरलोहरा गांव का रहनेवाला जीतन बिंद बाइक चोरी की घटना में संलिप्त है.उसने चोरी की दो बाइक एक एनफील्ड बुलेट और एक यामाहा आर 15 बाइक चैनपुर बाजार निवासी और फिल्म स्टूडियो चलाने वाले शिवम जायसवाल को बेची है. सूचना पर चैनपुर थाना अध्यक्ष विजय प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम में एएसआइ प्रमोद कुमार सहित शामिल पुलिस टीम ने शिवम जायसवाल के घर छापा मारा, तो उसके घर से चोरी की दो बाइकों को पुलिस ने बरामद किया. जब युवक को पकड़ा गया, तो उसने लोहरा गांव निवासी जीतन बिंद से कम दाम में दोनों बाइक खरीदने की बात पुलिस को बतायी. खरीदार से मिली सूचना पर जब पुलिस टीम ने चोरलोहरा गांव निवासी जीतन बिंद के घर छापा मारा, तो आरोपित पुलिस को चकमा देकर भाग निकला. लेकिन, जांच के क्रम में उसके घर के अंदर से भी चोरी की एक अपाचे बाइक बरामद की गयी.
= स्टूडियो मालिक को नहीं थी जानकारीएसडीपीओ ने बताया कि फिल्म स्टूडियो मालिक ने बताया है कि उसे बाइक खरीदनी थी. इसी बीच एक दिन उसकी मुलाकात बाइक के शातिर चोर जीतन बिंद से हुई, तो उसने बताया कि वह कम दाम में महंगी बाइक दिलवा देंगे. इसके बाद जीतन ने काफी कम दाम में एक बुलेट व आर 15 बाइक दिला दी. उसने बताया कि वह नहीं जानता था कि जो बाइक खरीद है, वह दोनों चोरी की है. उसके घर पुलिस पहुंची, तब उसे जानकारी हुई कि सस्ते में उसने जो बाइक खरीदी है, वह चोरी की है.= सस्ते के चक्कर में नहीं फंसेप्रेसवार्ता के दौरान एसडीपीओ शिवशंकर ने लोगों से अपील की कि सस्ते के चक्कर में लोग किसी से भी बाइक या अन्य सामान नहीं खरीदें, नहीं तो लेने के देने पड़ सकते हैं. उन्होंने बताया कि दरअसल लोग सस्ता के चलते बिना जाने समझे बाइक या अन्य सामान संदिग्ध लोगों से खरीद लेते हैं. उन्हें लगता है कि कम कीमत में उन्हें बढ़िया सामान या बाइक मिल गयी है. लेकिन, जब पुलिस तक मामला पहुंचता है और पुलिस चोरी की बाइक के खरीदारों तक पहुंच जाती है, तब उन्हें जानकारी मिलती है कि उसने जो बाइक सस्ते में खरीदी है, वह चोरी की है. साथ ही एसडीपीओ ने इससे बचने की सलाह लोगों को दी है.
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