चैनपुर में बगैर लाइसेंस के तीन अल्ट्रासाउंड सील
अवैध रूप से बगैर लाइसेंस के अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाने वालों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कोई डर नहीं दिख रहा है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण गुरुवार को चैनपुर में देखने को मिला
भभुआ कार्यालय. अवैध रूप से बगैर लाइसेंस के अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाने वालों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कोई डर नहीं दिख रहा है, इसका सबसे बड़ा उदाहरण गुरुवार को चैनपुर में देखने को मिला. यहां पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने खुलेआम वर्षों से बगैर लाइसेंस के अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाया जा रहा था और वहीं से चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी सहित अन्य अधिकारी प्रतिदिन गुजर रहे थे, लेकिन उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी. गुरुवार को डीएम के निर्देश पर जब अनुमंडल सह लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी भभुआ सह वरीय उपसमाहर्ता करिश्मा कुमारी के नेतृत्व में चैनपुर में अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापेमारी की गयी, तो उन्होंने पाया कि चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने ही सरिता अल्ट्रासाउंड केंद्र बगैर लाइसेंस के खुलेआम चलाया जा रहा है और उस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई किसी द्वारा नहीं की जा रही है. इसके बाद जब चैनपुर प्रखंड के ही हाटा बाजार में आफताब अल्ट्रासाउंड केंद्र व आजाद अल्ट्रासाउंड केंद्र पर उक्त टीम द्वारा छापेमारी की गयी, तो उनके पास भी लाइसेंस नहीं था. हालांकि, जैसे ही अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड चलाने वाले संचालकों को यह पता चला कि प्रशासन द्वारा अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापेमारी की जा रही है तो वह अपने केंद्र को बंद कर तत्काल वहां से फरार हो गये. कुल मिलाकर देखें तो चैनपुर प्रखंड में बड़ी संख्या में अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड केंद्र बगैर लाइसेंस के चलाये जा रहे है और उन पर कोई कार्रवाई करने वाला नहीं है. इसे लेकर छापेमारी करने गयी वरीय उपसमाहर्ता करिश्मा कुमारी द्वारा तत्काल चैनपुर के सरिता अल्ट्रासाउंड केंद्र, हाटा के आफताब अल्ट्रासाउंड व आजाद अल्ट्रासाउंड केंद्र को सील कर दिया गया. = स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलीभगत कर चल रहा अवैध अल्ट्रासाउंड जिस तरह से गुरुवार को डीएम के निर्देश पर सीनियर डिप्टी कलेक्टर करिश्मा कुमारी द्वारा छापेमारी कर बगैर लाइसेंस के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर के सामने चलते हुए अल्ट्रासाउंड को पकड़ा गया, वह यह स्पष्ट रूप से बता रहा है कि बगैर स्वास्थ्य विभाग के मिलीभगत के अस्पताल के सामने कोई कैसे डंके की चोट पर इस तरह से बगैर लाइसेंस के अल्ट्रासाउंड केंद्र चला सकता है. जबकि, वहीं से प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी आते जाते हैं और उनके आंखों के सामने बगैर लाइसेंस के बेखौफ होकर अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाया जा रहा था, जो स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलीभगत की ओर स्पष्ट रूप से इशारा कर रहा है. यही नहीं सिर्फ चैनपुर में ही नहीं बल्कि चैनपुर प्रखंड के अन्य क्षेत्र जैसे कि हाटा सहित कई जगहों पर भी बगैर लाइसेंस के अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाते हुए पकड़ा गया है. जबकि, अल्ट्रासाउंड के अवैध संचालन को रोकने की पहली जवाबदेही स्वास्थ्य विभाग के ऊपर ही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं किये जाने के कारण जिले भर में कुकुरमुत्ते की तरह अल्ट्रासाउंड केंद्र अवैध रूप से चल रहे हैं और जब कभी छापेमारी अभियान चलाया जाता है, तो यह अल्ट्रासाउंड केंद्र वाले कुछ दिनों के लिए अपनी दुकानें बंद कर देते हैं और फिर उसके बाद जब कार्रवाई धीमी पड़ती है तो वह फिर एक बार धीरे-धीरे अपने अल्ट्रासाउंड केंद्र को खोलकर इसका संचालन शुरू कर देते हैं. गुरुवार को हुई छापेमारी टीम में सीनियर डिप्टी कलेक्टर करिश्मा कुमारी के अलावा डीपीएम ऋषिकेश जायसवाल स्थानीय वीडियो व सीओ सहित पुलिस बल मौजूद रहे = क्या कहते हैं डीएम डीएम सावन कुमार में बताया कि गुरुवार को सभी प्रखंडों में जिला स्तरीय अधिकारियों को भेज कर जांच करायी जाती है, इसी क्रम में चैनपुर में भी जांच करायी गयी, जिसमें अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों को पकड़ा गया है, जिन्हें सील कर दिया गया है. उनके ऊपर प्राथमिक दर्ज करा कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.
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