हर साल बढ़ता गया टोल टैक्स, पर सुविधा नहीं बढ़ी
भले ही हरेक साल मोहनिया टोल प्लाजा पर टोल टैक्स में बढ़ोतरी होती गयी, लेकिन 13 वर्ष बाद भी टोल प्लाजा पर व्यवस्था नही बदल सकी और पहले की तरह है
मोहनिया शहर. भले ही हरेक साल मोहनिया टोल प्लाजा पर टोल टैक्स में बढ़ोतरी होती गयी, लेकिन 13 वर्ष बाद भी टोल प्लाजा पर व्यवस्था नही बदल सकी और पहले की तरह है. यहां आज भी वाहन चालक टोल से लेकर सड़कों पर जाम व जर्जर सड़क से यात्रा करने को विवश हैं. इतना ही नहीं टोल प्लाजा पर नियम के अनुसार जो सुविधा यात्रियों के लिए होनी चाहिएए उसमें से भी कई सुविधाएं टोल प्लाजा पर उपलब्ध नहीं है़ इसमें यात्रियों के लिए विश्राम स्थल, वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था, इमरजेंसी वाहन के लिए अलग से लेन की व्यवस्था सहित कई सुविधाएं प्रमुख रूप से शामिल हैंए जो एक टोल प्लाजा पर होनी चाहिए. वहींए टोल प्लाजा पर शौचालय तो है लेकिन लेन के आसपास नहीं होकर टोल ऑफिस की तरफ है, जिससे यात्रियों को इसकी जानकारी भी नहीं हो पाती है. हालांकि टोल प्लाजा द्वारा नये शौचालय का निर्माण लेन की बगल में कराया जा रहा है. इसके साथ ही वाहन चालक पूरा टोल टैक्स देने के बावजूद दिल्ली-कोलकता हाइवे पर जाम से लेकर अन्य परेशानी के साथ यात्रा करने को विवश है. सबसे अहम बात है कि दिल्ली से कोलकाता को जाने वाली लाइफलाइन एनएच 19 सड़क से प्रतिदिन औसतन 15 से 17 हजार वाहन गुजरते हैं, जिसमें यदि वाहन चालक को आराम करना हो तो मोहनिया टोल प्लाजा पर विश्राम स्थल नहीं है. जबकिए कई ट्रक चालक यदि थकान मिटाने के लिए पार्किंग खोजे तो पार्किंग की भी व्यवस्था नहीं है़ मजबूरी में सड़कों के किनारे ही अपना ट्रक खड़ा करना पड़ता है. इसके साथ ही टोल प्लाजा के दोनों तरफ इमरजेंसी वाहन के लिए अलग लेन नहीं होने से कामर्शियल लेन से ही जाने को मजबूर हैं. ऐसे में साफ जाहिर हो रहा है कि हरेक वर्ष लोगों के जेब पर टोल टैक्स का भार बढ़ते गया, लेकिन सुविधा ज्यो की त्यों रह गयी. यूपी से बिहार के रास्ते गुजर रही एनएच 19 सड़क पर सुहाना सफर का सपना कब पूरा होगा, अभी भी लोगों के लिए यक्ष प्रश्न बना हुआ है. यहां टोल प्लाजा से लेकर सड़कों पर लग रहे जाम को लेकर पिछले एक माह से लोग परेशान हैं. # 2011 में खुला था मोहनिया का टोल प्लाजा दिल्ली से कोलकाता को जाने वाली एनएच 19 सड़क पर डिडखिली के पास 2011 में टोल प्लाजा खुला था. जानकारी के अनुसार, 16 जून 2011 में टोल प्लाजा खुलने के लिए नोटिफिकेशन जारी हुआ. इसके बाद 12 सितंबर को टोल प्लाजा को चालू किया गया था. इसके साथ ही वर्ष 2011 में वाराणसी से औरंगाबाद के बीच 192 किलोमीटर जीटी रोड को सिक्सलेन बनाने का काम भी शुरू हुआ था. उसे मार्च 2014 में पूरा करने की योजना थी. उस वक्त इसकी अनुमानित लागत 2848 करोड़ रुपये थी, लेकिन अब लागत बढ़ कर करीब 4100 करोड़ हो गयी है. लेकिन अब तक सिक्सलेन का निर्माण चल ही रहा है. लोगों का कहना है कि एनएच-19 पर टोल टैक्स दोगुना से भी अधिक हो गया है. लेकिन अब भी सुविधा के नाम पर यहां कुछ भी व्यवस्थित नहीं है. जर्जर सड़क से लेकर टोल और एनएच पर जाम से सफर जोखिम भरा हो गया है, जिसे देखने वाला कोई नहीं है. # डायवर्सन व सर्विस सड़क गड्ढे में तब्दील दो महानगर को जोड़ने वाली एनएच-19 सड़क पर दो राज्य बिहार और उत्तर प्रदेश में 192 किलोमीटर सिक्सलेन सड़क का निर्माण के नाम पर 13 वर्ष से टोल टैक्स की भी वसूली की जा रही है. इसमें हरेक वर्ष 5 से 10 प्रतिशत टोल रेट में बढ़ोतरी भी की जाती है. लेकिन सुविधा आज भी पहले की तरह मिल रही है. टोल प्लाजा से लेकर एनएच पर जाम की समस्या आम बात सी हो गयी है. लोग टोल टैक्स अपनी सुविधा के लिए देते है, लेकिन दिन जाम व जर्जर से सड़क से यात्रा करने को विवश हैं. इस गंभीर समस्या को लेकर एनएचएआइ से लेकर प्रशासन अंजान बना हुआ है. मोहनिया में पटना मोड़, बरेज अकोढी सहित कई डायवर्सन व सर्विस सड़क गड्ढे में तब्दील है. इसके साथ ही सड़कों के निर्माण के बाद कई पुल-पुलिया के पास अच्छे तरीके से लेबल नहीं किया गया है, जो यात्रा के दौरान परेशानी व दुर्घटना का कारण बन रहा है. # किसी टोल प्लाजा पर ये होनी चाहिए सुविधाएं -टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी लाइन न हो, ताकि ट्रैफिक बिना रुकावट के आसानी से गुजर जाये -इमरजेंसी वाहन जैसे एंबुलेंस,पुलिस व अग्निशमन वाहन के लिए अलग से लेन की व्यवस्था -टोल प्लाजा पर यात्रियों के लिए विश्राम की व्यवस्था -टोल प्लाजा पर वाहनों के पार्किंग के लिए व्यवस्था -टोल प्लाजा पर यात्रियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था -टोल प्लाजा पर साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था -टोल प्लाजा पर यात्रियों के टायलेट आदि की व्यवस्था जो अच्छी स्थिति में होनी चाहिए -यात्रियों के लिए टोल प्लाजा पर फर्स्ट एड की व्यवस्था -दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था -यात्रा के दौरान किसी विषम परिस्थिति के लिए पेट्रोलिंग वाहन की व्यवस्था -रास्ते में वाहन खराब होने पर उसे नजदीकी गैरेज तक पहुंचाने की व्यवस्था -वाहन के पेट्रोल खत्म होने, टायर आदि की समस्या होने पर सुविधा देने की व्यवस्था # क्या कहते हैं टोल प्लाजा मैनेजर मोहनिया टोल प्लाजा के प्रबंधक राज शेखर तिवारी ने बताया कि किसी भी संबंध में बयान देने के लिये हम अधिकृत नहीं हैं. बात रही टोल प्लाजा पर सुविधा का तो टोल प्लाजा पर आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. # एक अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक का टोल रेट वाहन सिंगल रिटर्न मासिक कार, जीप, वैन 60 95 2085 व्यवसायिक 100 150 3365 बस, ट्रक 210 315 7050 तीन एक्सल से ऊपर 330 495 11055 सात एक्सल से ऊपर 405 605 13455 # 2011 में मोहनिया टोल प्लाजा पर टोल रेट वाहन सिंगल कार, जीप, वैन 35 व्यवसायिक 55 बस, ट्रक 120 तीन एक्सल से ऊपर 185 सात एक्सल से ऊपर 225
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