रामगढ़. रविवार की दोपहर थाना क्षेत्र के महुवर गांव में दो महिला ठगों को ग्रामीणों ने चोरी गये सोने के जेवरात के साथ जनदहा गांव के बधार से पड़कर पुलिस को सौंप दिया. इधर, थानाध्यक्ष द्वारा पीड़ित के बयान पर प्राथमिक दर्ज करते हुए दोनों ठग महिलाओं को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. जानकारी के अनुसार, रविवार की दोपहर महुवर गांव की दलित बस्ती में पति-पत्नी व एक बच्चे के साथ मांगने खाने वाले भिखारी के वेश में गांव की गली में पहुंचे. इस दौरान गांव की बेटी सरोजा देवी से उन्होंने काफी जोरो से भूख लगने की बात बतायी, जहां बेटी ने घर से लाकर दोनों को खाना दिया. इसी दौरान सरोजा के सिर में अक्सर दर्द रहने व उसकी बीमारी को दूर करने को लेकर झाड़-फूंक करने लगी. झाड़-फूंक करने से पहले उससे 500 रुपये नकद लिया और झाड़-फूंक करने के दौरान कोई सफेद पाउडर जैसा उड़ाया, जिससे वह अचेत हो गयी. लगभग एक घंटे बाद जब सरोजा की आंख खुली, तो उसके गले से सोने का मंगलसूत्र व कान से सोने की दोनों बालियां गायब थी. इसके बाद बिना वक्त गंवाये उसने घटना की सूचना परिजनों को दी. यहां आनन फानन में गांव के लोग चारों तरफ ठगों की तलाश में दौड़ पड़े. इधर, घटना की जानकारी मिलने पर रामगढ़ में काम कर रहे गांव के उपेंद्र व बाबू राम भी बाइक से ठगों को ढूंढ़ने निकल गये, जिन्हें ठग जनदहा गांव के समीप एक महिला व बच्चे को पकड़ लिया. ग्रामीणों को देख कुछ दूरी पर पुरुष ठग साइकिल से भागने में कामयाब रहा, जबकि महिला के साथ छोटा बच्चा मां को घिरता देख पिता के साथ खड़ी बूढ़ी नानी से मां को छुड़ाने की गुहार लगायी, जिस पर दौड़ कर नानी मां उसकी जान बचाने के लिए उसके पास पहुंची, जिसे भी ग्रामीणों ने पकड़ लिया. घटना की जानकारी रामगढ़ थानाध्यक्ष राम जी प्रसाद को दी गयी. मौके पर 112 नंबर के वाहन सहित पहुंचे थानाध्यक्ष ने दोनों महिलाओं को सोने के आभूषण के साथ गिरफ्तार करते हुए थाने लाये, जहां सभी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पकड़ी गयी ठगों ने अपना नाम दुर्गावती देवी व किरण देवी बताया है, जो सैयदराजा थाना के बरगा गांव पंचदेउवा की रहने वाली बतायी जाती है.
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