सड़क किनारे हरे पेड़ों के धराशायी करने से ग्रामीण नाराज
निवार की दोपहर निर्माणाधीन 319 ए के चौड़ीकरण व सड़क निर्माण के दौरान बंदीपुर चौधरी डेरा के समीप जेसीबी से धराशायी किये जा रहे बड़े-बड़े हरे पेड़ों को लेकर आसपास के ग्रामीण नाराज दिखे.
रामगढ़. शनिवार की दोपहर निर्माणाधीन 319 ए के चौड़ीकरण व सड़क निर्माण के दौरान बंदीपुर चौधरी डेरा के समीप जेसीबी से धराशायी किये जा रहे बड़े-बड़े हरे पेड़ों को लेकर आसपास के ग्रामीण नाराज दिखे. इस दौरान गोड्सरा गांव के समाजसेवी राधेश्याम यादव द्वारा कर्मियों से हरे पेड़ उखाड़ने के परमिशन की मांग की गयी, तो कर्मी द्वारा आदेश का कागज देखने के लिए बक्सर जिले के देवल ऑफिस में जाने की बात कही गयी. राधेश्याम यादव सहित नाराज ग्रामिणों का कहना था कि एक तरफ जहां सरकार देश में घटते भूजल स्तर व पर्यावरण को संतुलित करने के लिए पौधारोपण पर प्रत्येक वर्ष लाखों करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे है. वहीं, दूसरी तरफ सड़क निर्माण के लिए सबसे ज्यादा आक्सीजन देने वाले बड़े बड़े हरे पेड़ों को धराशायी किया जा रहा है. जहां पूछे जाने पर भी कर्मियों द्वारा वन विभाग के डीएफओ के आदेश की कॉपी नहीं दिखायी जा रही हैं, आखिर हम ग्रामीण कैसे मान लें कि इनके पास हरे पेड़ों को काटने के लिए परमिशन है या बगैर आदेश के ही इनके द्वारा हरे पेड़ों को धराशायी किया जा रहा है. इसे लेकर ग्रामीणों ने जिला के वरीय पदाधिकारियों से उक्त मामले में जांच की मांग की गयी है. इस संबंध में पूछे जाने पर डीएफओ ने कहा कि निर्माणाधीन कंपनी को सड़क निर्माण के दौरान सड़क किनारे के कुछ पेड़ों को काटने, तो कुछ पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने की अनुमति दी गयी है, जिसकी मार्किंग भी पेड़ों पर करायी गयी है, साथ ही बताया कि ग्रामीणों द्वारा आदेश की कॉपी मांगे जाने पर कर्मियों को हर हाल में दिखाना है.
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