खाते में आएंगे एक लाख रुपए… अफवाह पर खाता खुलवाने सीएसपी पहुंची सैकड़ों महिलाएं, पुलिस ने भगाया
कैमूर के मोहनिया में खाता खुलवाने के बाद एक लाख रुपए मिलने की अफवाह पर महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी. कैमूर जिले के कई प्रखंडों के अलावा बक्सर और यूपी से भी महिलाएं यहां आई थीं. सूचना मिलने पर बीडीओ और थाना प्रभारी ने महिलाओं को समझा कर उन्हें घर भेज दिया
Bihar News: अफवाह के चलते शनिवार को सैकड़ों की संख्या में महिलाएं कैमूर के मोहनिया पहुंच गईं, जहां रामगढ़ ओवरब्रिज के नीचे स्थित एक सीएसपी के सामने सैकड़ों की संख्या में महिलाएं अपना खाता खुलवाने के लिए जुट गईं. यहां भारी भीड़ को देखकर जब आसपास के लोगों ने पहुंचकर पूछताछ की तो पता चला कि सभी महिलाएं अपना खाता खुलवाने आई हैं. इधर, अफवाह फैल गई कि खाता खुलवाने के बाद खाते में एक लाख रुपये आएंगे. सूचना पर पहुंचे बीडीओ और थाना प्रभारी ने लोगों को समझाकर घर भेजा.
सीएसपी के पास पुलिस जवानों की तैनाती भी की गयी, ताकि अफवाह पर भीड़ न जुटने पाये. मालूम हो कि पिछले तीन दिनों से मोहनिया के रामगढ़ ओवरब्रिज के नीचे स्थित एक सीएसपी संचालक के पास काफी संख्या में महिलाएं खाता खुलवाने के लिए पहुंच रही थी. इसी दौरान शनिवार को भी सीएसपी खुलने से पहले ही सैकड़ो की संख्या में महिलाएं सीएसपी बैंक के पास जुट गयी थी, जिसे देख आसपास के लोगों द्वारा काफी अधिक भीड़ देखकर स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी गयी.
सूचना पर पहुंचे बीडीओ संजय दास व थानाध्यक्ष प्रियेश प्रियदर्शी द्वारा महिलाओं से जानकारी ली गयी, तो मालूम हुआ कि अफवाह उठी है की खाता खुलवाने पर खाते में एक लाख रुपये आयेगा, इसी लिए काफी संख्या में महिलाएं खाता खुलवाने के लिए पहुंची है.
इसके बाद सभी महिलाओं को बीडीओ और थानाध्यक्ष द्वारा समझाया गया कि यहां से आप लोग चले जाइये, इस तरह की कोई स्कीम नहीं आयी है और यह पूरी तरह एक अफवाह है, जिसके बाद महिलाएं अपने घर चली गयी. लेकिन, कुछ महिला इसके बाद भी रुकी रही, जिसे देख सीएसपी बैंक के पास पुलिस की तैनाती करनी पड़ी और साथ ही अफवाह को बढ़ावा नहीं देने काे ले सीएसपी संचालक को भी हिदायत दी गयी.
जीरो बैलेंस पर खोला जा रहा था खाता
मोहनिया के रामगढ़ ओवरब्रिज के नीचे स्थित एक बैंक के सीएसपी संचालक द्वारा पिछले तीन दिनों से जीरो बैलेंस पर महिलाओं का खाता खोला जा रहा था और खाता खोलने के लिए प्रति ग्राहक से 50 रुपये लिया जा रहा था. अफवाह इस कदर फैला कि जिले के अलावा यूपी और बक्सर से भी महिलाएं मोहनिया खता खुलवाने के लिए पहुंची हुई थी. यहा सीएसपी खुलने के पहले ही महिलाओं की काफी संख्या में भीड़ जुट गयी. इधर, सूचना पर प्रशासन पहुंची और लोगों को समझा बुझाकर भगाया गया. जानकारी के अनुसार, संचालक द्वारा पिछले तीन दिनों से महिलाओं का खाता खोला जा रहा था.
भीषण गर्मी में भी छोटे-छोटे बच्चों के साथ पहुंची महिलाएं
खाता खुलवाने के बाद पैसा आने की अफवाह में महिलाएं भीषण गर्मी में भी अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ खाता खुलवाने पहुंची थी, जिन्हें यह भी पता नहीं था कि आखिर किसने ऐसा कहा है. आलम यह था कि खाता खुलवाने के लिए महिलाएं कैमूर जिला के कई प्रखंडों के अलावा बक्सर और यूपी से इस कड़ी धूप व भीषण लू में अपने छोटे-छोटे बच्चों को साथ लेकर पहुंच गयी थी, जिसे देख प्रशासन भी हैरान रह गयी.
लोगों को समझाया गया कि यह अफवाह है. इस तरह का कोई स्कीम अगर आयेगी भी तो पंचायत में मुखिया को जानकारी दी जायेगी. इस गर्मी में बच्चों के साथ आप अपने घर में सुरक्षित रहें. इस तरह का कोई स्कीम नहीं चल रही है और यह सिर्फ एक अफवाह है.
क्या कहते हैं खाता खुलवाने के लिए पहुंचे लोग
- इस संबंध में खाता खुलवाने रामगढ़ से पहुंची रमजानी देवी ने बताया कि सुनने में आया था कि खाता खुलवाने के बाद खाते में पैसा आयेगा, जिसे लेकर वह मोहनिया खाता खुलवाने पहुंची है.
- मोहनिया निवासी दिनेश बिंद ने बताया जानकारी हुई थी कि खाता खुलवाने पर पैसा मिलेगा, कितना मिलेगा यह जानकारी नहीं है. सीएसपी में पत्नी को साथ लेकर आये थे. यहां पुलिस द्वारा इसे अफवाह बताया गया, जिसके बाद अब घर जा रहे हैं.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
इस संबंध में थानाध्यक्ष प्रियेश कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि अफवाह पर की खाते में पैसे आयेंगे, काफी संख्या में महिलाएं खाता खुलवाने के लिए पहुंची थी, जिन्हें समझा बुझाकर घर वापस भेजा गया है. साथ ही सीएसपी के पास पुलिस की तैनाती की गयी है, ताकि फिर से अफवाह पर खाता खुलवाने के लिए महिलाएं न पहुंचे.
क्या कहते है बीडीओ
इस संबंध में बीडीओ संजय दास ने बताया सूचना मिली कि सीएसपी के पास खाता खुलवाने के लिए काफी संख्या में महिलाएं जुटी हैं. सूचना पर पहुंच सभी लोगों को बताया गया कि यह अफवाह है. इस तरह का कोई स्कीम नहीं चल रही है. इस भीषण गर्मी में आपलोग अपने बच्चों के साथ घर चले जाइये, जिसके बाद अधिकतर महिलाएं घर चली गयीं.