युवक को मंदिर में बुला गला रेत कर की हत्या

प्रखंड के बेलाव गांव के पूरब मां काली मंदिर के परिसर में शुक्रवार की रात एक युवक की चाकू से गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गयी. हत्या किये गये युवक की पहचान सोनरा गांव के सूचित राम के 23 वर्षीय पुत्र पंकज कुमार के रूप में हुई है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 8, 2024 9:22 PM

रामपुर. प्रखंड के बेलाव गांव के पूरब मां काली मंदिर के परिसर में शुक्रवार की रात एक युवक की चाकू से गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गयी. हत्या किये गये युवक की पहचान सोनरा गांव के सूचित राम के 23 वर्षीय पुत्र पंकज कुमार के रूप में हुई है. शुक्रवार की शाम से ही वह गायब था. शनिवार को मंदिर के पास हत्या के बाद उसका शव व वहां फेंका गया चाकू बरामद किया गया है. युवक के परिजनों के अनुसार, पंकज की हत्या प्रेम प्रसंग में हुई है. वह गांव की ही एक नाबालिग लड़की को भगाकर मुंबई में शादी कर ली थी. इधर, लड़की के परिजनों द्वारा उसके अपहरण का मामला बेलांव थाने में दर्ज कराया गया था. पुलिस द्वारा लड़का और लड़की को बरामद किया गया और उक्त मामले में नाबालिग लड़की को अगवा करने के मामले में जेल भेज दिया गया था. लेकिन, लड़की भगाने के मामले में लड़का और लड़की के परिवार वालों के बीच में गहरी दुश्मनी शुरू हो गयी थी. लड़का के परिजनों द्वारा बार बार पुलिस को यह सूचना दिया जा रहा था कि उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. इसके बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इधर, चार माह बाद 21 मई को पंकज जेल से छूटकर आया, तो लड़की वालों ने ठीक 17 दिन बाद उसे गांव के ही काली मंदिर के पास चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी. घटना की सूचना पर बेलांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, तो परिजनों द्वारा शव को उठने नहीं दिया. इस दौरान परिजन हत्यारों की गिरफ्तारी और फांसी की सजा मांग कर रहे थे. इधर, मौके पर पहुंचे भभुआ एसडीपीओ शिवशंकर कुमार, भगवानपुर थाना, सोनहन थाना, करमचट थाना और भभुआ पुलिस लाइन से पुलिस बल के जवान के साथ पहुंचे. जहां परिजनों से मामले में जांनकारी ली. एसडीपीओ द्वारा समझाबुझा कर मामले को शांत कराया और शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया गया. इधर, उक्त मामले में पुलिस द्वारा लड़की, लड़की की मां व उसके दो चाचा को गिरफ्तार किया गया है. घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि पंकज की मौत की सूचना शनिवार की सुबह लगभग छह बजे बेलाव गांव के लोगो से मिली. शुक्रवार को पंकज घर से बेलाव बाजार से सब्जी लाने के लिए तीन बजे निकला था. जहां वह अपने छोटे भाई को सब्जी खरीद कर दिया और बोला की घर चलो मैं आता हूं. लेकिन देर शाम तक वह घर नहीं लौटा. तब परिजनों द्वारा खोजबीन शुरू किया जाने लगा. लेकिन पूरी रात कोई पता नहीं चला. शनिवार की सुबह बेलाव गांव के मां काली मंदिर में शव मिलने जानकारी हुई तो जाकर देखा तो पहचान हुई. – तीन भाई, तीन बहनों में सबसे बड़ा था पंकज परिजनों के अनुसार, मृतक अपने तीन भाई और तीन बहनों में बड़ा था. जिसमें मृतक पंकज कुमार 23 साल, अरुण कुमार 19 साल, अमन कुमार 12 साल, बहन में पूनम कुमारी जिसकी शादी हो गयी है. मंजू कुमारी 17 साल, अंजू कुमारी 8 साल है. बेटे की हत्या से मां दुखंती देवी का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था. बड़ी मां, चाची, बहनें सभी रो रही थी. मां तो रोते हुए बेहोश हो जा रही थी. एक ही बात कह रही थी कहा गईल हो पंकज… महिलाएं समझा कर शांत करा रही थी. घटना की सूचना पर जनप्रतिनिधि चमरजीत कुमार उर्फ सोनू राठौर, विमलेश पाण्डेय, हीरा यादव सहित कई लोग पहुंचे. जहां इस मामले में एसडीपीओ से जानकारी लेते हुए 24 घंटे के अंदर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की. वहीं पुलिस ने घटना स्थल पर हत्या में उपयोग किया गया खून से लथपथ चाकू के साथ युवक का जूता और मोजा मंदिर परिसर के सीढ़ी के पास बरामद किया. – छह माह पूर्व कोर्ट में पंकज ने की थी शादी बताया जाता है कि पंकज महाराष्ट्र के एक कंपनी में काम करता था. गांव के ही एक लड़की से पंकज को प्रेमप्रसंग था. दोनों मुंबई भाग गये थे. जहां दोनों ने मंदिर और कोर्ट में शादी कर ली थी. एक माह साथ में रहे. जब लड़की के परिजनों ने लड़के और लड़के के परिजनों पर दबाव बनाया तो दोनों गांव आ गये. पांच माह पहले लड़की के पिता द्वारा बेलांव थाने में लड़की भगाने के मामले में पंकज पर प्राथमिकी दर्ज करायी. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं पंकज चार महीने तक जेल में रहा. पटना हाईकोर्ट से 15 मई को उसकी जमानत हुई. 21 मई को वह जेल से बाहर आया. 26 मई को पंकज कोर्ट मैरिज का सर्टिफिकेट लाने के लिए मुंबई गया था. तीन जून को मुंबई से वापस आया और चार जून को कागजात थाने को सौंपा. मृतक के परिजनों का आरोप है कि इसी बीच लड़की के परिजन पंकज को जान से मारने की धमकी और घर पर आकर गाली गलौज करते थे. – पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं करने पर आक्रोशित हुए ग्रामीण परिजनों ने पंकज की हत्या मामले में पुलिस पर आरोपी लोगोें के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पुलिस को पंकज की हत्या के लिए जिम्मेदार बताया है. उनका कहना था कि लड़की के बरामदगी के बाद से लड़की पक्ष के लोग लगातार हत्या करने, परिवार को साफ कर देने की धमकी दे रहे थे. लड़की पक्ष के लोग लंबे समय से हमलोगों की हत्या करने के फिराक में थे और इसकी जानकारी बार बार पुलिस को दी गयी.लेकिन पुलिस ने एक न सुनी और ना ही उक्त मामले में कोई कार्रवाई की. जिसका नतीजा हुआ कि पंकज के जेल से छूटने के 17वें दिन ही उसकी गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गयी है. पंकज को जान से मारने की धमकी और घर पर गाली गलौज होने की शिकायत आवेदन थाने पर देने के लिए परिजन कई बार गये तो आवेदन नहीं लिया गया. न ही पुलिस ने कोई एक्शन लिया. अगर वह आवेदन लेकर पुलिस एक्शन ली होती तो पंकज की हत्या नहीं होती. परिजनों ने आरोप लगाया है. – लड़की ने ही फोन कर लड़के को बुलाया था मंदिर के पास उक्त मामले में एसडीपीओ शिवशंकर कुमार ने बताया कि प्राथमिक अनुसंधान में यह बाते सामने आयी है कि लड़की द्वारा ही लड़के को विश्वास में लेकर मंदिर के पास बुलाया गया और उसके परिवार द्वारा लड़के की निर्मम हत्या कर दी गयी. पुलिस उक्त मामले में लड़की, उसकी मां व उसके दो चाचा को गिरफ्तार किया है. मामले का अनुसंधान किया जा रहा है. इसमें जो लोग भी शामिल हैं, उन्हें बहुत जल्द पकड़ लिया जायेगा. साथ ही उन्होंने पुलिस के ऊपर सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने के मामले में कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी.

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