बिहार की कल्पना झा गृहिणी से बनीं बिजनेस टाइकून, अचार और चटनी से कर रहीं करोड़ों का कारोबार
दरभंगा की कल्पना झा ने अचार और चटनी बनाने के अपने हुनर को उद्योग का रूप देकर करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया है. उनके अचार की बिक्री देश ही नहीं, विदेशों में भी होती है. प्रभात खबर से बातचीत में उन्होंने अपने सफर के बारे में बताया.
Kalpana Jha Success Story: अगर आप में कुछ करने का जज्बा है, तो आप किसी भी उम्र और किसी भी हालात में अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं. ऐसा ही कमाल कर दिखाया है दरभंगा की रहने वाली कल्पना झा ने. कल्पना झा ने ‘अचार’ और ‘चटनी’ बनाने के साधारण से हुनर को ‘झाजी स्टोर’ के नाम से एक बड़े उद्योग के रूप में स्थापित कर दिया है. गांवों-घरों में मौजूद नानी-दादी की विरासत को एक ‘बरनी’ में बंद कर देश और दुनिया में अचार के रूप में पहुंचाने वाली कल्पना झा बता रही हैं, अपनी सफलता की कहानी.
Q. आप एक हाउस वाइफ से बिजनेस वुमेन कैसे बनीं. इस दौरान कितना स्ट्रगल करना पड़ा ?
मैंने बहुत पहले से ही अपना बिजनेस शुरू करने का मन बनाया था. मैं अपनी पूरी जिंदगी एक हाउस वाइफ बनकर रही हूं. मैं यह सोचती हूं कि मैंने एक मां का किरदार बखूबी निभाया है और दो बच्चों को बड़ा किया है. 2020 में मेरे बच्चे कोरोना पैंडेमिक के कारण घर पर थे और मैंने उनसे इस बारे में सलाह ली कि अब मुझे अपनी कंपनी शुरू करनी चाहिए. मेरे पति अपनी जॉब से रिटायर होने को थे और हमारे पास काफी समय था. मेरी भाभी उमा दो दशक से भी ज्यादा से प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं और हमने हमेशा से इसके बारे में बात की थी. मैंने उमा से बात की और अचार व चटनी का बिजनेस शुरू किया. बस ऐसे हुई झाजी स्टोर की शुरुआत. हमारे साथ अभी 100 महिलाएं व कुछ पुरुष भी काम कर रहे हैं. हालांकि महिलाओं की संख्या ज्यादा है.
Q. आपने सिर्फ अचार से ही बिजनेस की शुरुआत क्यों की?
चटनी और अचार हमारे ब्रांड का शुरुआती प्वाइंट है. मैं घर में काफी साल से अचार बना रही हूं. हमें लगा कि ये कैटेगरी सही है और इससे ही शुरुआत हो सकती है. हर घर पर दादी, नानी और मां के हाथ के बने अचार का स्वाद सभी के जेहन में रहता है. हमारा आचार इस याद को न सिर्फ ताजा करते हैं, बल्कि स्वाद भी उनके हाथों के जैसे ही होता है. अभी 90% ऑर्डर हमारी वेबसाइट से आते हैं. जल्द हम विदेश के लिए लाइसेंस अप्लाई कर वहां भी अपने स्वाद का जादू बिखेरेंगे.
Q. सबसे पहला ऑर्डर कहां से मिला था?
2021 में झाजी स्टोर ऑनलाइन लॉन्च हुआ था. मेरा पहला ऑर्डर मेरे आस-पास के रहने वालों ने ही दी थी, जिसकी कीमत 250 रुपये थी. इसके बाद ऑनलाइन और जान-पहचान के लोगों ने अचार व चटनी लेने की शुरुआत की.
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Q. शार्क टैंक में आने के बाद आपने अपने बिजनेस में क्या ग्रोथ देखा?
शार्क टैंक में आने के बाद काफी अच्छा ग्रोथ देखने को मिला. 2021 जून में हमारी वेबसाइट शुरू हुई. दिसंबर 2022 में जब शार्क टैंक के सीजन-1 में हम आये, तो हमारी सेल्स 15 लाख प्रति माह तक चली गयी और ये सिर्फ वेबसाइट से ही थी. जनवरी 2023 में हमने एक करोड़ का रिकॉर्ड कायम कर लिया. इसके बाद शार्क टैंक-2 के ओपनिंग एपिसोड में हम फिर से दिखे. ऐसे में 185 लाख रुपये शार्क टैंक की विनीता व नमिता ने निवेश किया. इससे बिजनेस को बढ़ाने में काफी मदद मिला.
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Q. महिला एंटरप्रेन्योर को आप क्या प्रेरणा देना चाहेंगी?
मुझे लगता है कि हर छोटे घर में एक बिजनेस होना चाहिए और इसके लिए महिलाओं को आगे आना चाहिए. हम सभी के अंदर कोई न कोई टैलेंट छुपा है.उसे निखारें और उसे एक बिजनेस का रूप दें. मैंने भी यही किया और सफल हुई. महिलाएं अपने हुनर को पैसे कमाने का जरिया बना सकती हैं.