सुपौल के लिए रवाना हुआ कामेश्वर चौपाल का पार्थिव शरीर, BJP मुख्यालय में दी गई अंतिम विदाई
Bihar: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल का पार्थिव शरीर शाम 5 बजे पटना से सुपौल के लिए रवाना होगा.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल का शुक्रवार को निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे और सर गंगाराम अस्पताल में उपचाराधीन थे. उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक जिले में होगा. उससे पहले उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर विशेष विमान से पटना लाया गया. एयरपोर्ट से उनका पार्थिव शरीर उनके बेउर स्थित घर पर लाया गया. जहां से उनके पार्थिव शरीर को बिहार विधान परिषद ले जाया गया. वहां से पार्थिव शरीर शाम 4 बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय ले जाया जाया गया. जहां बीजेपी नेताओं ने उन्हें अंतिम विदाई दी. इसके बाद वहां से पार्थिव शरीर को शाम 4.30 विजय निकेतन संघ कार्यालय ले जाया गया और फिर शाम 5 बजते ही उनके पार्थिव शरीर को सुपौल के लिए रवाना किया गया. शाम 4 बजे बीजेपी मुख्यालय लाया जाएगा पार्थिव शरीर
शाम 5 बजे सुपौल के लिए रवाना हुआ कामेश्वर चौपाल का पार्थिव शरीर
जानकारी के मुताबिक, शाम 5 बजे कामेश्वर चौपाल का पार्थिव शरीर संघ कार्यालय से उनके पैतृक गांव कमरैल के लिए रवाना किया गया. उनकी अंतिम विदाई जेपी सेतु, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सकरी, झंझारपुर होते हुए सुपौल के लिए गई. बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ने दुख जताया हैं.
कामेश्वर चौपाल ने रखी थी राम मंदिर की पहली आधारशीला
भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को की गई थी, लेकिन राम मंदिर आंदोलन में 9 नवंबर 1989 को पहली आधारशीला रखने वाले कामेश्वर चौपाल ही थे. उस समय वे विश्व हिंदू परिषद के स्वयंसेवक भी थे. राम मंदिर आंदोलन में कामेश्वर चौपाल की महत्वपूर्ण भूमिका थी. उनकी अहम भूमिका देखते हुए ही उन्हें आधारशीला रखने के लिए चुना गया था. कामेश्वर चौपाल 1982 में विश्व हिंदू परिषद के सदस्य बने थे.1989 में उन्हें पहली बार राज्य प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई.