दरभंगा सदर : रानीपुर पंचायत के बसैला व काकरघाटी गांव में कमला नदी किनारे बसे लोगों के घर नदी में विलीन होने के कगार पर हैं. जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे के अधिकांश मकानों में पानी घुस गया है. कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं. कुछ मकान के प्लिंथ के नीचे की मिट्टी नदी में बह गयी है. ऐसी परिस्थिति में घरवाले जान जोखिम में डाल बांस की चचरी व लकड़ी का तख्ता रखकर जीवन बसर कर रहे हैं.
दो माह पूर्व आयी बाढ़ में भी नदी किनारे अवस्थित कई घरों में पानी प्रवेश कर गया था. कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये. मकान मालिकों द्वारा संबंधित पदाधिकारियों के यहां आवेदन देकर मकान क्षति मुआवजा की मांग भी की गयी. बसैला काकरघाटी निवासी लक्ष्मण सहनी का कहना कि अब यहां रहना मुश्किल हो रहा है.
बार-बार बाढ़ आने से पक्का मकान भी ध्वस्त होने लगा है. मकान कब गिर जायेगा, कहना मुश्किल है. वहीं दर्शन सहनी का कहना है कि घर के भीतर की मिट्टी बह जाने से समस्या हो रही है. परिजन सहमे रहते हैं. मोहन सहनी, शिव कुमार सहनी, ओमप्रकाश सहनी, हरिओम सहनी आदि का कहना है कि महाजन से कर्ज लेकर मकान बनाया, लेकिन अब यह भी सलामत नहीं है.
इस परिस्थिति में हमल़ोगों को गांव छोड़कर दूसरे जगह जाना पड़ेगा. ग्रामीणों ने कमला नदी किनारे सुरक्षा बांध निर्माण की मांग उठायी है. कहा है कि प्रोटेक्शन वाल ही इसका एकमात्र स्थायी निदान है. इधर पंसस रत्नेश यादव ने यहां मजबूत पीलर के साथ सुरक्षा बांध निर्माण की मांग की है. यहां के लोग किसी तरह अपने घर व संपत्ति को बचाने की जुगत में लगे हुए हैं. हालांकि जिनके घर के आसपास ज्यादा पानी फैला है, उन्हें चिंता सता रही है.
posted by ashish jha