Karpoori Thakur Bharat Ratna: सम्मान मिलने पर ‘जननायक’ के बेटे ने कहा- ’36 साल का इंतजार खत्म’
Karpoori Thakur Bharat Ratna: कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि किसी सरकार ने यह नहीं किया था. भारत रत्न मिलेगा. यह सुनकर ही बहुत खुश हूं.
बिहार की राजनीति का जब भी जिक्र किया जाता है, जननायक कर्पूरी ठाकुर का नाम लिये बिना उसे पूरा नहीं किया जा सकता. कर्पूरी ठाकुर को गरीबों की आवाज और जननायक के रूप में जाना जाता है. गरीबों के लिए किये गये उनके कामों को आज भी याद किया जाता है. जननायक की जयंती पर मंगलवार को केंद्र सरकार ने उन्हगें भारत रत्न देने का एलान किया है. इस पर उनके परिजनों का क्या कहना है, आइए जानते हैं.
प्रभात खबर ने जब उनके बेटे वीरेंद्र कुमार ठाकुर से पूछा कि केंद्र सरकार ने आपके पिता को भारत रत्न देने की घोषणा की है. कैसा महसूस कर रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा कि यह पल काफी भावुक वाला है. इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल हो रहा है. मैं खुद को काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं. उन्होंने इसके लिए खास पहल की है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाना चाहिए
यह पूछे जाने पर कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी तो काफी कुछ किया है जननायक के लिए? तो उन्होंने कहा, हां! यह बिल्कुल सही है कि हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी काफी कुछ उनके लिए किया है. लालू प्रसाद ने भी उनके लिए बहुत कुछ किया है. पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने की पेशकश की है, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं.
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कर्पूरी ठाकुर की बहू ने कहा कि मेरे घर में उत्सव का माहौल है. काफी अच्छा लग रहा है. इसका काफी समय से हम सभी को इंतजार था. बिहार सरकार भले ही उन्हें भारतरत्न नहीं दिला सकी, मगर केंद्र सरकार ने इसके लिए पहल कि यह खुशी की बात है. . यह लगभग 36 सालों की मांग का ही नतीजा है, कि मेरे ससूर जी को भारत रत्न का सम्मान मिल रहा है, जिसके वे असली हकदार थे.
वहीं कर्पूरी ठाकुर के नाती ने बताया कि इस खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. मैं उनका नाती हूं और यह सम्मान दादा जी को काफी पहले ही मिलना चाहिए था. खैर! देर से मिला, कोई बात नहीं. इसके लिए मैं केंद्र सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं इस वक्त खुद को काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. यह खबर आप लोगों के द्वारा ही सबसे पहले पता चली कि मेरे दादा जी को भारत रत्न मिलने वाला है. मेरे दादाजी जीवनभर गरीबों और वंचितों की सेवा करते रहे. वे सादगी के मिसाल थे.