कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बिहार के गंगा घाटों पर मेले जैसा जमावड़ा, श्रद्धालुओं की भारी भीड़, देखें तस्वीरें
Kartik Purnima 2023: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बिहार के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब है. गंगा घाटों पर मेला जैसा माहौल देखने को मिल रहा है. पटना से लेकर भागलपुर के गंगा घाटों में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर राज्य के अलग- अलग स्थानों में लोग गंगा स्नान कर रहे हैं. पटना से लेकर भागलपुर के घाटों में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
गंगा घाटों पर मेला जैसा माहौल है और महिलाओं के लिए श्रृंगार से जुड़ी हुई चीज भी मिल रही है. घाटों पर लोगों का जनसैलाब उमड़ चुका है.
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पुण्य की डुबकी के लिए गंगा नदी में भारी संख्या में लोग पहुंचे है. उत्तरकाशी में फंसे मजदूरों की कामना के लिए भी श्रद्धालुओं ने सोमवार को गंगा नदी में डुबकी लगाई है.
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए है. घाटों पर NDRF और SDRF की टीम की तैनाती की गई है. पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम सभी घाटों पर मुस्तैद है.
कार्तिक माह में गंगा स्नान करने से शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने का बहुत महत्व बताया गया है. माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से पूरे वर्ष गंगा स्नान करने का फल मिलता है.
आज के दिन गंगा सहित पवित्र नदियों एवं तीर्थों में स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है,पापों का नाश होता हैं.
हिंदू मान्यता में कार्तिक पूर्णिमा का दिन काफी पवित्र दिन माना जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान दान का विशेष महत्व है.
भागलपुर में कार्तिक पूर्णिमा पर आज तड़के सुबह से ही भागलपुर व भागलपुर के आसपास के सभी पवित्र गंगा घाट में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है. भागलपुर के खिरनीघाट, पुलघाट, नीलकंठघाट, पिपलीधाम घाट, बूढ़ानाथ घाट, सखीचंदघाट के अलावे सुल्तानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा और कहलगांव के बटेश्वर में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई और दान पुण्य किए.
वहीं, कुछ महिला श्रद्धालुओं ने उत्तरकाशी में फंसे मजदूरों के लिए कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान किया. उन्होंने कहा ईश्वर से हमारी यही मनोकामना है कि उत्तरकाशी में फंसे हुए सभी मजदूर स्वस्थ बाहर निकले.
कार्तिक पूर्णिमा को हम देव दीपावली भी कहते हैं. हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु ने दुनिया को जल प्रलय से बचने के लिए इस महीने मछली रूप में अपना पहला अवतार लिया था.