नूपुर कला महोत्सव में यूपी व राजस्थान के लोक नृत्य की प्रस्तुति
मुजफ्फरपुर. नुपूर कलाश्रम ने 24वें वार्षिकोत्सव पर शनिवार को बिहार के मुजफ्फरपुर हरिसभा स्थित वीणा कंसर्ट में नूपुर कला महोत्सव का आयोजन किया. इसका उद्घाटन निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय, आइसीडीएस की चांदनी सिंह, उपमेयर डॉ मोनालिसा, बिहार विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार संजय सिंह, डॉ एचएन भारद्वाज, डॉ अरुण साह, अविनाश तिरंगा, पूर्व उपमेयर विवेक कमार, डॉ रिपुसूदन श्रीवास्तव, डॉ राजीव कुमार, यशवंत पराशर, डॉ संजय पंकज, नीलकमल सहित संस्था की सचिव डॉ रंजना सरकार ने संयुक्त रूप से किया. प्रथम प्रस्तुति श्रीकृष्ण की वंदना रही. इसमें रोमाशा तिवारी, ज्योति गट्टानी और अर्पिता वर्मा का भाव नृत्य पक्ष काफी सराहनीय रहा. नूपुर कलाश्रम के छात्रों ने कथक नृत्य के टुकड़े तिहाइया, लड़ी और कवित्त की प्रस्तुति कर खूब तालियां बटोरी. इसके बाद श्रीकृष्ण और राधा से जुड़ा वसंत रास की प्रस्तुति हुई. रास नृत्य के बोल और अंग भाव ने दर्शकों का मन मोह लिया. पं.बिरजू महाराज द्वारा रचित इस नृत्य का रोमाशा तिवारी ने खूबसूरती से प्रस्तुत किया.
असम से आयीं प्लाबीता बोर ठाकुर ने अपने टीम के साथ सबसे पहले चाली नृत्य और गुरु जतिन गोस्वामी द्वारा रचित कालिया दमन नाट्य प्रस्तुत किया. लास्य अंग के हस्तक और हाव-भाव की प्रधानता लिये यह प्रस्तुति देख दर्शक मुग्ध रह गये. प्लाबीता ठाकुर ने वृंदावन के नाम से एक भाव प्रधान नृत्य प्रस्तुत किया. नृत्य में वृंदावन की सुंदरता और प्राकृतिक छटा के भाव पक्ष से प्रस्तुत किया गया. इनकी पस्तुति पर दर्शक देर तक तालियां बजाते रहे. इसके बाद यूपी की लोक विधा कजरी की प्रस्तुति हुई. आकृति ने भी कथक के विभिन्न प्रकार के बोलों पर विभिन्न प्रकार की मुद्राओं के प्रयोग को प्रस्तुत किया. कलाकारों में अर्पिता वर्मा, ज्योति गट्टानी, रोमाशा तिवारी, सुप्रिया नंदा, प्राची साह और अनिका साह ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी. इसके बाद राजस्थान के लोक नृत्य चौमासा की प्रस्तुति हुई. कार्यक्रम के अंत में संस्था की सचिव और जिला प्रशासन की स्वीप आइकॉन डॉ रंजना सरकार ने कार्यक्रम में आये लोगों को मतदाता शपथ ग्रहण कराया. कार्यक्रम में असीम सरकार सहित शहर के गण्यमान्य मौजूद रहे.