कटिहार गोलीकांड: पुलिस ने नहीं बल्कि एक युवक ने चलाई थी गोली, SP ने CCTV फुटेज पेश कर किया बड़ा दावा

एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा है कि प्रदर्शनकारी खुर्शीद और सोनू की मौत पुलिस की गोली लगने से नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद सीसीटीवी से नये तथ्य सामने आये हैं. पुलिसवालों और मृतकों के बीच काफी दूरी थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2023 5:51 PM
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कटिहार. कटिहार के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने पिछले दिनों बिजली की अनियमित आपूर्ति के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर हुई फायरिंग को लेकर बड़ा खुलासा किया है. पिछले दिनों बिजली विभाग के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान दो प्रदर्शनकारियों, जिनके नाम खुर्शीद और सोनू है कि मौत हो गई थी. उस समय एसपी और डीएम दोनों के द्वारा ये बयान दिया गया था कि पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलियां चलाई थी, लेकिन ताजा सबूतों के आधार पर यह पता चला है कि दोनों युवकों को पुलिस की बंदूर से नहीं बल्कि किसी और के बंदूक की गोली लगी है.

सीसीटीवी से हुआ खुलासा

एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा है कि प्रदर्शनकारी खुर्शीद और सोनू की मौत पुलिस की गोली लगने से नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद सीसीटीवी से नये तथ्य सामने आये हैं. पुलिसवालों और मृतकों के बीच काफी दूरी थी. एसपी ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को चिन्हित किया जा चुका है. जिसने गोली चलाई है उसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में 2 प्राथमिकी दर्ज की गयी है. 15 नामजद और 1000-1200 अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है. एक प्राथमिकी बिजली विभाग की ओर से तो दूसरी पुलिस कर्मियों की ओर दर्ज करायी गयी है. प्राथमिकी में सरकारी कार्य में बाधा को लेकर लोगों को आरोपित किया गया है.

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मृतक से मिलने पहुंचे भाकपा महबूब आलम

भाकपा-माले की टीम बारसोई गोलीकांड के मृतक सोनू साह के परिजनों से शुक्रवार को मिलने पहुंची. माले टीम में महबूब आलम, सुदामा प्रसाद, महानंद सिंह, उमेश सिंह सहित शामिल थे. स्थानीय नेता एसडीएम राजेश्वरी पांडेय की तत्काल बर्खास्तगी, मृतक परिजन को सरकारी नौकरी देने व 20-20 लाख रुपये मुआवजे तथा घायल नेयाज के उचित इलाज की मांग की.

पुलिस फायरिंग की सीबीआइ से जांच हो

बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कटिहार में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग की जांच सीबीआइ या हाइकोर्ट के सिटिंग जज से कराने की मांग की है. उन्होंने हालिया घटित आपराधिक मामलों को देखते हुए बिहार के राज्यपाल से भी हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में श्री सिन्हा ने आरोप लगाया कि मुजफ्फरपुर में जदयू के एक बड़े नेता के इशारे पर समीर और आशुतोष शाही की हत्या हुई. खास व्यापार से जुड़े लोगों की हत्या हो रही है. उन्होंने दावा किया कि इन मामलों की उच्चस्तरीय जांच हो तो सभी का चेहरा उजागर हो जाये.

जमीन, बालू और शराब माफिया का राज

उन्होंने कहा कि जमीन माफिया, बालू और शराब माफिया का खेल चल रहा है. जो भी इसमें बाधक बनता है, उसकी हत्या करवा दी जाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि खास समुदाय द्वारा अल्पसंख्यक हिंदुओं को पलायन करने के लिए विवश किया जा रहा है. श्री सिन्हा ने पूछा कि अररिया, बेगूसराय, समस्तीपुर में दलित बच्चियों, महिलाओं से दुष्कर्म की घटनाओं पर मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री क्यों चुप हैं ? दिखाने के लिए कमजोर तबके के लोगों को ही गिरफ्तार कर लिया जाता है और असली अपराधी खुले में घूमता रहता है. मौके पर प्रदेश प्रवक्ता उदय सिंह व मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह उपस्थित थे.

सहयोगी भी जांच के पक्ष में

कटिहार के बारसोई में हुए गोलीकांड पर कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान ने बड़ा बयान दिया है. बारसोई में गोली लगने से दो लोगों की हुई मौत को लेकर कांग्रेस पार्टी के विधायकों का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिजनों से मिलने जा रहा है. शकील अहमद खान ने कहा कि घटना कहां और किस स्थिति में हुई इसकी भी जांच करेंगे. हम सरकार का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन हमारे लिए यह जांचना भी महत्वपूर्ण है कि क्या जिला प्रशासन या उप-विभाग प्रशासन ऐसी गलती करता है. इसके पहले शकील अहमद खान ने गुरुवार को भी बड़ा बयान देते हुए कहा था कि बिजली की समस्या को लेकर लोग हफ्तों से आक्रोशित हैं, सवाल-जवाब कर रहे हैं, धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं तो प्रशासन को तो उसकी तैयारी करनी चाहिए थी. आपने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली चलाई है, तो इसलिए ये पुलिस प्रशासन की विफलता है. दो लोगों की जान चली गई है. एक व्यक्ति अस्पताल में है.

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