कटिहार के बारसोई में बिजली की बदहाली को लेकर जमकर हंगामा मचा और लोगों ने प्रदर्शन किए. विद्युत उपभोक्ताओं और बिजली विभाग के कर्मियों के बीच पहले तीखी नोकझोंक हुई. ये बहस बढ़ी और इसने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया. बिजली विभाग के कर्मियों के बचाव में जब पुलिस आई तो उनपर पथराव शुरू हो गया. जवाब में लाठीचार्ज किया गया और कई राउंड हवाई फायरिंग भी हुई. वहीं इस दौरान तीन लोगों को गोली लग गयी जिसमें दो लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि एक की हालत नाजुक बनी हुई है.
बारसोई अनुमंडल मुख्यालय के समक्ष बुधवार को लचर विद्युत व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि पिछले दो दिनों से 25 से 30 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही थी. इसके कारण कई इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी. लोगों का कहना है कि बारसोई विद्युत आपूर्ति प्रमंडल में बिजली की आपूर्ति महज दो से तीन घंटे ही मिल रही है. लोडसेडिंग और बिजली आपूर्ति में कटौती को लेकर बिजली उपभोक्ता बीते 15 दिन से परेशान थे.
इधर, विभागीय अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को 1.32 लाख केवीए में तकनीकी गड़बड़ी होने के कारण पटना से आयी टीम इसके समाधान में जुटी हुई थी. इसके कारण भी बिजली आपूर्ति प्रमंडल में बाधित थी. वहीं, प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग से मौत के बाद लोग सड़क पर उतर आये और आवागमन को बाधित कर दिया. दूसरी ओर पुलिस को जानकारी मिली है कि एसडीओ कार्यालय में लोगों ने बुधवार को प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन करने का आवेदन पहले ही दे दिया था. आज बिजली कार्यालय वे लोग पहुंच गये. प्रशासन इस बिंदु पर भी जांच कर रहा है कि प्रखंड कार्यालय के बदले लोग बिजली कार्यालय कैसे पहुंचे.
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लोग पुलिस के द्वारा फायरिंग किए जाने से नाराज हैं और आक्रोश में हैं. जबकि पुलिस का कहना है कि भीड़ जिस प्रकार पुलिस पर हिंसक होकर हमला कर रही थी उन्हें आत्मरक्षा के लिए हवाई फायरिंग करना पड़ा.पब्लिक व पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद डीएम व एसपी घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों का गुस्सा शांत कराने की कोशिश की. एसपी ने कहा कि घटना प्लानिंग के तहत की गयी है और अचानक उपद्रवी उग्र हो गए. दोषी छोड़े नहीं जाएंगे.
विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बारसोई में उपभोक्ताओं की संख्या के अनुसार निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए 50 मेगावाट की जरूरत विभाग की ओर से पावर ग्रिड को बतायी गयी है. इसके अनुरूप ग्रिड से 50 मेगावाट की आपूर्ति भी दी जा रही है. वहीं दो दिनों से 25 से 30 मेगावाट बिजली ही मिलने के कारण कई इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी थी. इससे बारसोई विद्युत आपूर्ति प्रमंडल में लोगों को बिजली की आपूर्ति महज दो से तीन घंटा ही हो पा रही है. ऐसे में इस भीषण गर्मी में लोगों का समय काटना मुश्किल हो रहा है.
विभागीय अधिकारियों की मानें तो मंगलवार को पटना से आयी टीम की ओर से 1.32 लाख केवीए में तकनीकी गड़बड़ी मिली. टीम इसका समाधान करने में जुटी हुई थी. इसके कारण भी पूरे आपूर्ति प्रमंडल में बिजली आपूर्ति बाधित थी. कार्य समापन के बाद भी निर्बाध रूप से लोगों को बिजली नहीं मिल रही थी. हालांकि लोड शेडिंग और बिजली आपूर्ति में कटौती को लेकर बिजली उपभोक्ता 15 दिन से परेशान हैं.
उधर विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बारसोई के कार्यपालक अभियंता विभास कुमार ने बताया कि पटना ग्रिड से मांग के अनुरूप 50 मेगावाट बिजली की आपूर्ति मिल रही है. दो दिनों से 25 से 30 मेगावाट ही आपूर्ति मिल रही है. फिर भी समुचित बिजली पहुंचाने के लिए विभाग की ओर से कोशिश की जा रही है. जबकि उपभोक्ता 24 घंटे में दो से तीन घंटे ही बिजली मिलने की बात कह रहे हैं. इसी को लेकर बुधवार को उपभोक्ता पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रदर्शन कर रहे थे.
प्रदर्शन में आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग के कार्यालय पर धावा बोल दिया. बीच-बचाव करने पहुंची पुलिस ने लाठी बरसायी, तो आक्रोशित लोगों ने ईट, पत्थर की बरसात कर दी. इसके बाद पुलिस की ओर से ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग शुरू की गयी. इस घटना में चार युवकों को गोली लगने की सूचना आयी. इसमें दो युवकों की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. दो लोगों के गंभीर होने की सूचना है. इस घटना के लिए लोग बिजली विभाग को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.