Bihar Crime News: कटिहार में जमीन पर वर्चस्व के लिए हाल में हुए गैंगवार में कई जानें गयी है. इस बात का खुलासा लापता हुए लोगों के परिजन कर रहे हैं. गोलीकाडं के बाद लापता लोगों के घरों में सन्नाटा पसरा है. कोई मदद करने वाला नहीं है. दो गुटों के बीच गैंगवार अब पुलिस-प्रशासन के लिए सिर दर्द बनता जा रहा है. कई प्रकार की गुत्थियों से गेंगवार का राज खुलने की कवायद शुरू है.
रविवार को कई बातें चर्चा में आयी..जब शुक्रवार को गैंगवार शुरू हुआ तो मोहन ठाकुर गुट व सुनील यादव गुट ने अपने-अपने लोगों को जमा किया. जबकि ग्रामीण के मुताविक मोहन ठाकुर गुट दो तरफ से मोर्चा संभाला था. एक मोर्चा मोहनाचांदपुर से फायरिंग करता रहा तो दूसरे गुट ने डहरा दियारा से ताबतोड़ फायरिंग की .
लगातार फायरिंग के कारण सुनील गुट के लोगों को भगाते हुए बकिया रानीचक दियारा लाया गया. जहां मोहना गुट के पहले से घात लगाये लोगों ने गोली बरसा दी. भागने तक का मौका नहीं मिला. कई लोग मारे गये. कई घरों के चिराग बुझ गया है. जिन लोगों के परिजन तीन दिनों से लापता है वे अपराधियों द्वारा हत्या कर शव गंगा में बहाने का आरोप लगा रहे हैं.
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पुलिस परिजनों की बात पर दियारा की खाक छान रही है. लेकिन लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है. परिजनों का कहना है कि लापता हुए लोगों को अबतक पता नहीं चल रहा है इसका जवाब पुलिस दें. लापता लोगों के घरों में तीन दिनों से चूल्हा तक नहीं जला है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है.
मनिहारी प्रखंड के ग्राम पंचायत के धुरियाही गांव वार्ड तीन के लालू कुमार यादव, मोहनाचांदपुर के मोहनाडीह वार्ड 17 निवासी राहुल, बकिया निवासी पिको और सोनाखाल का सोनू भी लापता है. सभी के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.
एसपी के निर्देश पर बरारी, सेमापुर व जिला पुलिस लगातार दियारा क्षेत्र में छापेमारी अभियान चला रही है. लेकिन लापता हुए चार लोगों को ढूंढ पाने में असफल साबित हो रही है. जबकि गोलीकांड में नामजद अभियुक्तों को भी अब तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है. पुलिस घटनास्थल व दियारा की प्रत्येक दिन छानबीन कर रही है. अपराधियों के धड़पकड़ के लिए छापेमारी अभियान चला रही है.
Posted By: Thakur Shaktilochan