गार्ड ने ही दी व्यवसािययों के मूवमेंट की जानकारी
झड़प . 12 लाख लूट मामले में बैंक का गार्ड गिरफ्तार मंगलवार को बाइक सवार अपराधियों ने व्यवसायियों से लूट लिये थे 12 लाख रुपये कटिहार स्थित एचडीएफसी बैंक से रुपये निकाल घर जा रहे थे दोनों मक्का व्यवसायी कटिहार : मक्का व्यवसायियों से मंगलवार को हुए 12 लाख रुपये के लूट के मामले में […]
झड़प . 12 लाख लूट मामले में बैंक का गार्ड गिरफ्तार
मंगलवार को बाइक सवार अपराधियों ने व्यवसायियों से लूट लिये थे 12 लाख रुपये
कटिहार स्थित एचडीएफसी बैंक से रुपये निकाल घर जा रहे थे दोनों मक्का व्यवसायी
कटिहार : मक्का व्यवसायियों से मंगलवार को हुए 12 लाख रुपये के लूट के मामले में एचडीएफसी बैंक के गार्ड को पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. कटिहार-सेमापुर मुख्य मार्ग सकरैली बैंक गुदरी स्थान के समीप बाइक सवार छह अपराधियों ने मक्का व्यवसायियों से हथियार के बल पर लूट को अंजाम दिया था. बुधवार को प्रेस वार्ता में एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन ने बताया कि व्यवसायियों के मूवमेंट की जानकारी बैंक के सुरक्षाकर्मी अंसार आलम ने अपराधियों को दी.
अपराधियों ने सटीक जानकारी पर घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि अंसार इस लूटकांड में मुख्य लाइनर का काम किया है. पूछताछ के क्रम में अंसार ने घटना में अपनी संलिप्ता भी स्वीकार की है. पुलिस ने अंसार आलम को बरारी थाना कांड संख्या 148\\17 में नामजद प्राथमिकी अभियुक्त बनाया है
अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर टीम का गठन : एसपी ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर एक टीम का गठन किया गया है. इसमें कटिहार एसडीपीओ लाल बाबू यादव, कोढ़ा पुलिस निरीक्षक अरविंद कुमार, कोढ़ा थानाध्यक्ष अनोज कुमार, बरारी थानाध्यक्ष, सेमापूर ओपी प्रभारी, कुरसेला थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, सहायक थानाध्यक्ष अनुपम कुमार शामिल हैं. एसपी ने बताया कि इस लूटकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. शीघ्र ही घटना में शामिल अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा तथा लूट की राशि बरामद कर ली जायेगी.
थाने से नहीं लिया कैरेक्टर सर्टिफिकेट
एसपी ने बताया कि आरोपित अंसार आलम प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी कोर कंपनी की ओर से एचडीएफसी बैंक में तैनात था. वह मुंबई की कंपनी है तथा उसका मुख्यालय पटना में है. निजी सुरक्षा कंपनी कोर ने अंसार की बहाली से पूर्व थाने से किसी प्रकार का केरेक्टर सर्टिफिकेट नहीं लिया है. आरोपित बैंक में बड़े ट्रांजेक्सन की जानकारी अपराधियों को देता था. इस कारण अपराधी बेखौफ घटना को अंजाम देते थे. इस घटना में बैंक अधिकारी की संलिप्ता तो नहीं है, इसकी भी जांच की जा रही है.