अफवाह व अंधविश्वास से प्रेरित हैं ऐसी घटनाएं

छोटी सी बात को भी बढ़ा-चढ़ा कर बताया जा रहा कुरसेला : महिलाओं के बाल काटने वालों की सच्चाई का पुख्ता अाधार सामने नहीं आया है. हर पीड़िता बाल काटने वाली को कई रूपों में अदृश्य शक्ति को आधार बता रही है. इससे महिलाएं अधिक भयभीत हो जा रही हैं. मनवैज्ञानिक रूप से महिलाओं के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2017 3:58 AM

छोटी सी बात को भी बढ़ा-चढ़ा कर बताया जा रहा

कुरसेला : महिलाओं के बाल काटने वालों की सच्चाई का पुख्ता अाधार सामने नहीं आया है. हर पीड़िता बाल काटने वाली को कई रूपों में अदृश्य शक्ति को आधार बता रही है. इससे महिलाएं अधिक भयभीत हो जा रही हैं. मनवैज्ञानिक रूप से महिलाओं के दिलो दिमाग पर इसका असर पड़ रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न स्थानों से लगातार महिलाओं के बाल काटने की घटनाएं सुर्खियों में बनी हुई हैं. समेली प्रखंड के मुरादपुर पंचायत के डुमरिया और
भदैयाटोला गांव में महिलाओं के बाल काटे जाने सामने आये वाकये की जानकारी उसी कड़ी का हिस्सा है. गांव के लोगों ने इस तरह के पुनरावृति को रोकने के लिए रात में पहरेदारी करने का निर्णय लिया है, ताकि इस तरह के घटनाओं का पर्दाफास किया जा सके. बाल काटने की घटना का सबसे अधिक खौफ महिलाओं पर हो रहा है. खौफ की वजह से महिलाएं ही इसकी अधिकतर शिकार हो रही हैं. कोमलमन और अंधविश्वास पर सहज एतवार करने वाली महिलाएं मनोवैज्ञानिक रूप से इसकी शिकार बन रही हैं. भदैयाटोला गांव में इसी तरह के हालात सुनने को मिले. महिला दहोगनी देवी के बाल काटे जाने के वाकये सामने आने के बाद कई कमजोर दिल की महिलाएं खौफ से बिमारी जैसी हालत में पहुंच गयीं. डुमरिया गांव में बाल काटे जाने के वाकये सामने आने पर महिलाओं में भय का आलम देखा गया. महिलाओं के बाल काटे जाने की खबरें आग की तरह तेजी से कई गांवों तक फैल जा रही हैं. फैलाने वाली खबरें सच्चाई से बिल्कुल परे हैं.

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