सिर छिपाने के लिए प्लास्टिक भी नहीं
आजमनगर : प्रखंड क्षेत्र के अधिकांशतः पंचायत के बाढ़पीड़ितों तक प्रशासन राहत सामग्री पहुंचा पाने में नाकाम साबित हो रहा है. शनिवार को प्रखंड कार्यालय पहुंच बाढ़पीड़ितों ने जो तोड़फोड़ की, वह इसी का परिणाम है. बाढ़पीड़ितों तक पूर्ण रूप से सरकारी राहत सामग्री नहीं पहुंच रही, इससे उनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वहीं […]
आजमनगर : प्रखंड क्षेत्र के अधिकांशतः पंचायत के बाढ़पीड़ितों तक प्रशासन राहत सामग्री पहुंचा पाने में नाकाम साबित हो रहा है. शनिवार को प्रखंड कार्यालय पहुंच बाढ़पीड़ितों ने जो तोड़फोड़ की, वह इसी का परिणाम है. बाढ़पीड़ितों तक पूर्ण रूप से सरकारी राहत सामग्री नहीं पहुंच रही, इससे उनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वहीं प्रशासन पूर्ण राहत उपलब्ध कराने का दावा कर रहा है. तटबंध पर बसे लाखों पीड़ितों की हालत यह है कि उन्हें प्लास्टिक भी नसीब नहीं हो रही है. लोग खुले में चिलचिलाती धूप में दिन काट रहे हैं. बाढ़पीड़ितों का कहना है कि जो राहत शिविर चल रहे हैं, उनमें भी खानापूर्ति हो रही है.