कटिहार : डीएम के आदेश के बावजूद भी सरकारी अस्पताल सहित सदर अस्पताल में इलाजरत मरीजों को भीषण ठंड में कंबल या ऊनी चादर नहीं दिये जाने से मरीजों को रात ठिठुर कर गुजारनी पड़ रही है. यह स्थिति देखने से लगता है कि स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को डीएम के आदेश का भी कोई असर नहीं पड़ता है.
पिछले दिन सोमवार को डीएम मिथिलेश मिश्र ने कटिहार सिविल सर्जन डॉ आरएन सिंह को सख्त निर्देश दिया था कि सरकारी अस्पताल एवं सदर अस्पताल में इलाजरत सभी मरीजों को ठंड को देखते हुए अविलंब कंबल मुहैया कराया जाये. आदेश के बाद आनन-फानन में कुछ मरीजों को कंबल तो दिया गया, लेकिन पुन: वही स्थिति उत्पन्न हो गयी है. बुधवार को कटिहार जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाजरत मरीजों को अस्पताल प्रबंधन कंबल नहीं दिया गया.
कटिहार सदर अस्पताल में इलाज रात मरीजों में से 20 प्रतिशत मरीजों को मात्र कंबल मुहैया कराया गया है. इसमें सदर अस्पताल स्थित प्रसव गृह को छोड़कर शेष वार्डों में मरीजों को इक्का दुक्का कंबल या चादर दिया गया है. इसके कारण अधिकांश मरीज अपने-अपने घरों से ऊनी चादर एवं कंबल लाकर उपयोग अस्पताल में कर रहे हैं. मरीज दुखिया देवी, लीला देवी, संगीता देवी, दिलीप कुमार, महेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में पिछले तीन दिनों से भरती हैं. इसके बावजूद भी अस्पताल प्रबंधन के द्वारा ऊनी चादर या कंबल मुहैया नहीं कराया गया है. जिसके कारण काफी ठंड से गुजरने को भी वश हैं. मरीजों के परिजनों ने बताया कि ठंड को देखते हुए अपने अपने घरों से ऊनी चादर एवं कंबल की व्यवस्था किया गया है. वही ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के मरीजों को सरकारी स्तर पर कंबल नहीं दिया गया है. जिसके कारण मरीजों के परिजनों में धीरे-धीरे रोष गहराते जा रहा है.