पेट में निकला ट्यूमर, तो पीएचसी ने कर दिया इलाज करने से इंकार
परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने आयी थी महिला, पेट में लगाया चीरा मनसाही पीएचसी का कारनामा, न्याय के लिए भटक रही महिला मनसाही (कटिहार) : मनसाही पीएचसी में महिला का अधूरे तरीके से परिवार नियोजन किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पिछले 11 दिसंबर को मनसाही पीएचसी में परिवार नियोजन शिविर का […]
परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने आयी थी महिला, पेट में लगाया चीरा
मनसाही पीएचसी का कारनामा, न्याय के लिए भटक रही महिला
मनसाही (कटिहार) : मनसाही पीएचसी में महिला का अधूरे तरीके से परिवार नियोजन किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पिछले 11 दिसंबर को मनसाही पीएचसी में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन किया गया था.
इसमें हफलागंज निवासी गुड्डी देवी का भी परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने गयी थी. उसका ऑपरेशन अधूरा ही किया गया था. इस संबंध में पीड़िता ने बताया कि मेरे सब जांच किये बगैर ऑपरेशन शुरू किया गया. डॉक्टरों ने पेट में चीरा लगाया. कुछ देर बाद फिर उस चीरे की सिलाई कर दी गयी. कहा गया कि तुम्हारा ऑपरेशन नहीं होगा. तुम्हें ट्यूमर है. मेरे कई कागजतों पर अंगूठे के निशान ले मुझे बिना दवाई दिये वापस भेज दिया गया. इतना ही नहीं इलाज संबंधित सभी कागजात भी ले लिये. मेरी अवस्था को देखते हुए मेरे परिजनों ने मेरा निजी डॉक्टरों से इलाज कराया.
जब में सोमवार को फिर शिविर में आई तो मुझे बताया गया कि तुम्हारा यहां इलाज तो हुआ ही नहीं है. तुम यहां पिछले ही सप्ताह आई ही हो. तुम्हारा यहां कहीं इंट्री नहीं है. पीएचसी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि इस बात की सूचना उन्हें शनिवार को मिली है और यह शिविर मेरी स्टोप एनजीओ द्वारा चलाया जाता है. यह जिलाधिकारी और सीएस के नियंत्रण में है. इस कारण वे इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते.
इसलिये मैंने पीड़िता के आवेदन को अनुशंसित कर उसे जिला जाने को कहा है. पीड़ित को कहा है कि उसे मनसाही पीएचसी से किसी भी तरह की इलाज की पीएचसी स्तर पर व्यवस्था की जायेगी. मौके पर इलाज कराने आये राजद के प्रखंड अध्यक्ष संतोष यादव ने कहा कि यहां की व्यवस्था काफी खराब है. अस्पताल डॉक्टरों और दवाइयों की कमी से जूझ रहा है.
उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला काफी गरीब है. उसके साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार यहां की चिकित्सा व्यवस्था पर सवालिया निशान उठाता है. उन्होंने ने जिलाधिकारी से इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है. उल्लेखनीय है कि मनसाही पीएचसी में हर सोमवार को परिवार नियोजन का शिविर लगाया जाता है. घटना के दिन एनजीओ के तरफ से डॉक्टर एससी रॉय परिवार नियोजन के डॉक्टर थे.