कोढ़ा : मुजफ्फरपुर की घटना से अब तक सड़क किनारे के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों ने कोई सीख नहीं ली है. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. इसके बाद हाय तौबा मचाने के अलावा कुछ नहीं होगा. यातायात नियम के पालन करने कि जानकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को नहीं है और न ही शिक्षक एवं शिक्षा समिति के सदस्यों द्वारा दिया जाता हैं. सोमवार को प्रखंड के मध्य विद्यालय फुलवड़िया में पढ़ने वाले बच्चों को छुट्टी के दौरान राष्ट्रीय राज मार्ग 31 को पार करने में बच्चों को प्रत्येक दिन जान जोखिम में डाल कर सड़क पार करना पड़ता है.
विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि बच्चों को प्रार्थना के समय यातायात नियम के पालन के बारे में जानकारी दी जाती है. साथ ही शिक्षा समिति के लोगों द्वारा भी बैठक के दौरान बच्चों को जानकारी दी जाती है. छुट्टी के दौरान विद्यालय के दो-तीन शिक्षक बच्चों को सड़क पार करवाने के लिए जाते हैं एवं सुविधा अनुसार बच्चों को सड़क पार करवाते हैं.
लेकिन मौजूदा स्थिति यह है कि प्रत्येक दिन विद्यालय के छात्र अपनी जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर विद्यालय पहुंचते हैं एवं शिक्षण कार्य पूरा कर दोबारा घर जाने को के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते हैं. विद्यालय शिक्षा समिति, शिक्षा विभाग एवं विद्यालय के शिक्षकों को जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करनी चाहिए. जो नहीं हो रहा है.