कटिहार : एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन अपनी बेबाक छवि के लिए भी जाने जाते हैं. इनके कार्यकाल में अपराधों में वृद्धि तो हुई ही, लेकिन लूट की घटनाओं के बाद हुए दो इनकाउंटर ने कटिहार पुलिस को सुर्खियों में ला दिया. एसपी श्री जैन ने यहां पदभार संभालते ही मीटिंग बुलाई थी. फर्स्ट मिटिंग […]
कटिहार : एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन अपनी बेबाक छवि के लिए भी जाने जाते हैं. इनके कार्यकाल में अपराधों में वृद्धि तो हुई ही, लेकिन लूट की घटनाओं के बाद हुए दो इनकाउंटर ने कटिहार पुलिस को सुर्खियों में ला दिया. एसपी श्री जैन ने यहां पदभार संभालते ही मीटिंग बुलाई थी. फर्स्ट मिटिंग में ही उन्होंने बारसोई के तत्कालीन एसडीपीओ चंद्रिका प्रसाद के विलंब से पहुंचने पर उनसे शो काॅज पूछते हुए उनकी गाड़ी को जब्त कर पुलिस लाइन में लगाने तक का निर्देश दे दिया था.
वहीं दो पुलिस निरीक्षक सहित दो पुलिस अवर निरीक्षकों के विरूद्ध शिकायत मिलने पर उन्होंने उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार करने तक का निर्देश दिया था. तत्कालीन फलका थानाध्यक्ष व मनिहारी में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इसके इतर जिले में कई ऐसी वारदातें हुईं, जिसकी वजह से पुलिस की किरकिरी होती रही.
ट्रांसफर के प्रयास में थे डॉ सिद्धार्थ : उधर, बुधवार को पुलिस लाइन में जिले के पुलिस पदाधिकारियों ने एसपी डॉ जैन को विदाई दी. इसके बाद डॉ जैन पटना के लिए रवाना हो गये. एसपी डॉ जैन के बारे में कहा जाता है कि वह काफी दिनों से स्थानांतरण कराने के प्रयास में थे. इस बीच वह कई बार पटना का चक्कर भी लगाये. बताया जाता है कि माता-पिता की तबीयत खराब रहने से वह परेशान थे. हाल के दिनों में वह अपने पिता का ऑप्रेशन कराकर आये थे. बताते चलें कि कटिहार एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन 41 वें एसपी के रूप में कटिहार में पदभार संभाले थे.