बिजली कटौती से लोगों को लगने लगा है करंट

औद्योगिक क्षेत्र में आठ घंटे भी नियमित नहीं मिल रही बिजली, बार-बार बिजली आपूर्ति को किया जाता है बाधित भीषण गरमी में उपभोक्ताओं का जीना हो गया है दूभर कटिहार : विद्युत विभाग 24 घंटे बिजली देने के अपने वादे को निभाने में पूरी तरह फेल साबित हो रहा है. पूरे जिले में बिजली के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2018 3:27 AM

औद्योगिक क्षेत्र में आठ घंटे भी नियमित नहीं मिल रही बिजली, बार-बार बिजली आपूर्ति को किया जाता है बाधित

भीषण गरमी में उपभोक्ताओं का जीना
हो गया है दूभर
कटिहार : विद्युत विभाग 24 घंटे बिजली देने के अपने वादे को निभाने में पूरी तरह फेल साबित हो रहा है. पूरे जिले में बिजली के लिए हाहाकार की स्थिति उत्पन्न हो गयी. भीषण गरमी के बीच बार-बार बिजली कटने से लोगों का दिन का चैन व रातों की नींद गायब हो गयी है. शहरी क्षेत्र में 24 घंटे में मात्र 8 से 10 घंटे बिजली काट-काट कर आपूर्ति हो रही है. गांव की स्थिति से तो और भी खराब है. स्थानीय लोगों का कहना है कि विद्युत विभाग के पदाधिकारी सही ढंग से मनोटरिंग नहीं करने के कारण बिजली आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो रही है. ग्रीड से पर्याप्त में बिजली मिल रही है. लेकिन लोकल फॉल्ट, ट्रांसफार्मर से फेज उड़ने,
तार टूटकर बार-बार गिरने आदि समस्याओं के कारण बिजली आपूर्ति पूरे जिले में तहस नहस अवस्था में पहुंच गयी है. हर ओर बिजली को लेकर विरोध स्वर उठने लगा है. लोगों का कहना है कि जिले के तमाम अधिकारी व जनप्रतिनिधि एसी में बैठते हैं. बिजली रहे या नहीं रहे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है. गरीब व मध्य वर्गीय परिवार के पास एक मात्र साधन बिजली है. बिजली विभाग के पदाधिकारी को 24 घंटे बिजली मिल रही है. उनका बिजली कभी कटती ही नहीं है. ऐसे में उन्हें उपभोक्ताओं की परेशानी कैसे पता चलेगी. यही वजह है कि
पदाधिकारी सिर्फ खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं. जमीनी स्तर पर बिजली सुधार को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिस से आम लोग काफी परेशान है. प्रचंड गर्मी के साथ बिजली नहीं रहने से लोगों की परेशानी दोगनी हो गयी है. बिजली नहीं रहने से घर पर भी रहना मुश्किल हो गया है. पंखा, कूलर, एसी सभी वस्तुएं शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है. खासकर रात के समय बिजली कटने से लोग सो नहीं पा रहे हैं. सबसे ज्यादा बुरा हाल बच्चों व महिलाओं का हो रहा है.
विभाग के पदाधिकारी नहीं लेते जायजा
बिजली विभाग के अधिकारी शहरी क्षेत्र का जायजा नहीं लेते हैं. एसी रूम में बैठकर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं. समय पर यदि पदाधिकारी अपने क्षेत्र का जायजा ले तो बिजली कटौती की नौबत ही नहीं आयेगी. लोगों का कहना है कि कटिहार जिला को 24 घंटे मेंन पावर से बिजली सप्लाई मिलती है. शहर में बिजली की कटौती एकमात्र कारण तार का टूटना है. जिससे घंटों लाइन सप्लाई बाधित रहती है. एक क्षेत्र का यदि तार टूट जाता है तो उसे ठीक करने के लिए पूरे शहर की बिजली ठप कर दी जाती है. ऐसे में उस क्षेत्र के साथ पूरा शहर बिजली कटौती के दंश को झेलते है.
औद्योगिक क्षेत्र के फीडर की स्थिति खराब
शहर के औद्योगिक क्षेत्र का फीडर सबसे खराब स्थिति में है. बिजली आपूर्ति की हालत इस फीडर में इतनी खराब हो चुकी है कि 24 घंटे में आठ घंटे भी बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है. दूसरे फीडरों की तुलना में इससे अधिक संख्या में उपभोक्ता जुड़े हैं. लेकिन बार-बार बिजली कटने व घंटों तक बिजली आपूर्ति बाधित रखने से लोगों का जीना मुहाल हो गया हैं. इस क्षेत्र के जेई को बिजली आपूर्ति कराने में कोई रुचि नहीं है. उन्हें फोन करने में कभी उठाते ही नहीं है. हमेशा तार टूटने, ट्रांसफार्मर ठीक करने के नाम पर बिजली आपूर्ति बाधित कर दी जाती है.

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