फरोखा हत्याकांड : भीड़ के आगे बेबस दिखी पुलिस साइड स्टोरी

आजमनगर : आजमनगर थाना क्षेत्र के भरत चौक पर पूर्व मुखिया कमल चंद्र प्रामाणिक के मकान में बुधवार को किसान फरोखा शर्मा की गोली मार हत्या कर दिये जाने प्रकरण को लेकर पहुंची विभिन्न थानों की पुलिस आक्रोशित भीड़ के आगे बेबस दिखी. शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजे जाने के लिए पुलिस को घंटों भीड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2018 11:20 PM

आजमनगर : आजमनगर थाना क्षेत्र के भरत चौक पर पूर्व मुखिया कमल चंद्र प्रामाणिक के मकान में बुधवार को किसान फरोखा शर्मा की गोली मार हत्या कर दिये जाने प्रकरण को लेकर पहुंची विभिन्न थानों की पुलिस आक्रोशित भीड़ के आगे बेबस दिखी. शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजे जाने के लिए पुलिस को घंटों भीड़ से सामना करना पड़ा. तब स्थानीय जनप्रतिनिधियों अक्षय सिंह,जाकिर हुसैन पूर्व जिप, समाजसेवी सुदर्शन चंद्र पाल व अन्य के हस्तक्षेप के बाद शव को पोस्टमार्टम में भेजा जा सका. चर्चा के मुताबिक घटना बुधवार के सुबह लगभग नौ बजे घटित हुई और पुलिस को घटना की सूचना लोगों द्वारा लगभग 12 बजे दी जाती है.

आखिर तीन घंटे तक अगर लोगों ने सूचना नहीं दी तो सबसे बड़ा सवाल उस सर्किल का चौकीदार कहां और क्या कर रहा था. क्या उसे उक्त घटना की जानकारी नहीं थी या थाने को सूचना देना अपनी जिम्मेदारी नहीं समझी. मृतक के परिजन इस बात को लेकर एसडीपीओ पंकज कुमार से चौकीदार के निलंबन की मांग कर रहे थे.

तब आनन फानन में विभिन्न थानों की पुलिस को बुलाया गया. लेकिन स्थिति पर काबू करने में देर शाम हो गया. पुलिस पूर्व मुखिया की गिरफ्तारी को लेकर सघन छापेमारी कर रही है. मुखिया की गिरफ्तारी के बाद ही यह पता चल पायेगा कि उसके मकान में मैग्जीन व कारतूस कहाँ से आया और उसके मकान में आखिर वो व्यक्ति कौन था, जो उसमें रह रहा था. जो घटना के बाद मुखिया के साथ फरार बताया जा रहा है.

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