कटिहार : महंगाई, भ्रष्टाचार, हिंसा, किसानों की कर्ज माफी आदि के मुद्दे को लेकर शनिवार को शहर में अनूठा आंदोलन हुआ. एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव सांसद तारिक अनवर की अगुवाई में बैलगाड़ी व घोड़ागाड़ी रैली के जरिये प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन का महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, राजद व वामपंथी दल के नेताओं ने भी समर्थन किया.
बैलगाड़ी व घोड़ागाड़ी पर सवार एनसीपी, कांग्रेस-राजद आदि के नेता राजेंद्र स्टेडियम से निकलकर शहर के शहीद चौक पहुंचे, जहां सांसदतारिक अनवर व अन्य नेताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद यह महारैली शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए समाहरणालय पहुंची. बैलगाड़ी में सांसद श्री अनवर खुद सवार थे. कड़ी धूप के बीच बैलगाड़ी व घोड़ागाड़ी की महारैली केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए समाहरणालय पहुंची. समाहरणालय गेट में नेताओं ने प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सांसद श्री अनवर ने कहा कि केंद्र सरकार सभी मोर्चे पर विफल रही है. महंगाई एवं भ्रष्टाचार का मुद्दा बनाकर सत्ता हासिल करने वाली नरेंद्र मोदी की सरकार में महंगाई चरम पर है. पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं. देश में महिलाएं असुरक्षित हैं. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली केंद्र सरकार के राज में महिलाओं पर अत्याचार व शोषण हो रहा है. सांप्रदायिक हिंसा फैलायी जा रही है. आपसी भाईचारे को तार-तार किया जा रहा है.
2014 का दिन ही लौटा दो मोदी जी
उन्होंने कहा कि अच्छे दिन का सपना दिखाकर वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी सत्ता में शामिल हुए. पर इस साढ़े चार साल के दौरान लोगों को अच्छे दिन नसीब नहीं हुआ. देश की जनता पूरी तरह ठगा महसूस कर रही है. बेरोजगारी की समस्या जस की तस है. रोजगार देने का वादा करने के बाद भी देश बड़ी तादाद में युवा बेरोजगार हैं. वर्ष 2014 में महंगाई जिस तरह की थी. अब देश की जनता चाहती है कि कम से कम 2014 की स्थिति ही वापस कर दे. देशभर में जनता आक्रोश में है. किसी भी मामले में नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में किये गये वादे को पूरा नहीं कर रही है. आम जनता की चिंता मोदी सरकार को नहीं है. बड़े बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. दूसरी तरफ देश का किसान आत्महत्या करने पर उतारू है. किसानों की आमदनी को दोगुनी करने की बात कही गयी थी. पर, उन्हें तो लागत भी वापस नहीं हो रहा है. इन साढ़े चार साल में नरेंद्र मोदी की सरकार में उद्योगपतियों की ही तरक्की हुई है.
10 के भारत बंद में एनसीपी निभायेगी सक्रिय भूमिका
उन्होंने कहा कि अब नरेंद्र मोदी 2014 की तरह ही अब 2022 का सपना दिखा रहे हैं. 2014 में किये गये सपने तो पूरे हुए नहीं. इसकी क्या गारंटी है कि 2022 में जो मोदी कह रहे हैं, वह पूरा हो जायेगा. इसलिए देश की जनता अब सजग हो चुकी है. अब मोदी के झांसे में आने वाली नहीं है. देश की जनता मोदी को एक मदारी के रूप में देख रही है, जो समय-समय पर अपने बयान व वादा बदलते रहे हैं. 10 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसमें एनसीपी पूरी तरह से बंद में सक्रिय भूमिका निभायेगी. उन्होंने जिले के व्यवसायी वर्ग से अपील करते हुए कहा कि देश की परिस्थिति को देखते हुए शांतिपूर्ण भारत बंद में अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान को स्वत: बंद रखें.