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महानंदा नदी उफान पर, 12 घंटे में 100 सेंटीमीटर बढ़ा जलस्तर

प्रखंड व गांव में लोग बाढ़ की आशंका से दहशत मेंप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीSpies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज हो तो देश में मच जाता है बवालRajiv Gauba : पटना के सरकारी स्कूल से राजीव गौबा ने की थी पढ़ाई अब बने नीति आयोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2018 6:10 AM

प्रखंड व गांव में लोग बाढ़ की आशंका से दहशत में

कटिहार : जिले के महानंदा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि शुरू हो गयी है. मंगलवार को महानंदा नदी में अप्रत्याशित वृद्धि होने से आसपास के प्रखंड व गांव में लोग बाढ़ की संभावना से दहशत में आ गए है. उल्लेखनीय है कि तीस्ता बैराज से 46000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही थी कि मंगलवार से महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होगी. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार सोमवार तक महानंदा नदी के जल स्तर में कमी दर्ज की जा रही थी. पर मंगलवार से वृद्धि शुरू हो गयी है. महानंदा नदी पिछले 12 घंटे के दौरान 55 से 105 सेंटीमीटर तक की वृद्धि दर्ज की गयी है. यह नदी झौआ में 12 घंटा के दौरान 55 सेंटीमीटर जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है. जबकि बहरखाल में इस नदी के जलस्तर में 106 सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है.
आजमनगर में इस नदी का जल स्तर में 84 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. धबौल में भी कमोबेश स्थिति ऐसी ही है. धबौल में जलस्तर में 75 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. महानंदा नदी आजमनगर व धबौल में चेतावनी स्तर को पार कर गया है. यह नदी कुर्सेल, दुर्गापुर व गोविंदपुर में भी बढ़ रही है. ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि अगर महानंदा का यही रूप रहा तो अगले एक-दो दिन में जिले के पूर्वी क्षेत्र का आधा दर्जन प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हो जायेगा.
इस बीच मंगलवार को गंगा, कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी रहा. गंगा व कारी कोसी के जलस्तर में जहां वृद्धि दर्ज की गयी है. वहीं, बरंडी व कोसी नदी स्थिर है. हालांकि गंगा, बरंडी व कोसी नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस बीच बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियंता पूरी स्थिति पर नजर रख रही है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियंता ने बताया कि तटबंध की सुरक्षा को लेकर गश्ती जारी है. सभी अभियंता को क्षेत्र में ही रहने के लिए निर्देशित किया गया है. अब तक तटबंध सुरक्षित है. दूसरी तरफ बरारी, कुर्सेला, मनिहारी, अमदाबाद प्रखंड में के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. बाढ़ का पानी फैलने से नदी किनारे आस-पास के गांव में हलचल तेज हो गयी है. दूसरी तरफ महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि से महानंदा के भीतर बड़ी आबादी की परेशानी बढ़ गयी है.
गंगा, कारी कोसी में जारी है वृद्धि, बरंडी- कोसी स्थिर
गंगा,बरंडी, कारी कोसी व कोसी नदी के जलस्तर में मंगलवार को उतार चढ़ाव जारी रहा. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार गंगा नदी के रामायणपुर में सोमवार की शाम 27.34 मीटर दर्ज किया गया, जो मंगलवार की सवेरे बढ़कर 27.35 मीटर हो गया. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर स्थिर रहा. यहां का जलस्तर 30.51 मीटर दर्ज किया गया था. 12 घंटे बाद मंगलवार की सुबह जलस्तर 29.74 मीटर ही रहा. बरंडी नदी का जलस्तर एन एच-31 के डूमर पर सोमवार की शाम 30.90 मीटर दर्ज किया गया. जबकि मंगलवार की सवेरे भी जलस्तर 29.70 मीटर ही रहा. कारी कोसी नदी के चेन संख्या 389 पर सोमवार की शाम जलस्तर 28.46 मीटर था.यहां का जलस्तर मंगलवार की सवेरे 28.47 मीटर हो गया. कोसी नदी का जलस्तर कुर्सेला रेलवे ब्रिज पर सोमवार की शाम 30.67 मीटर दर्ज की गयी. मंगलवार की सवेरे यहां का जलस्तर 29.45 मीटर रहा.
जलस्तर में हुयी अप्रत्याशित वृद्धि
महानंदा नदी के जलस्तर में मंगलवार से अप्रत्याशित को वृद्धि शुरू हो गयी है. जबकि गंगा, कारी कोसी, बरंडी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की गयी है. कोसी फिलहाल स्थिर है. पिछले 12 घंटे के दौरान महानंदा नदी का जलस्तर में सभी स्थानों पर 50 से 105 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है. सोमवार की शाम जलस्तर 29.39 मीटर था,जो शनिवार की सवेरे बढ़कर जलस्तर 29.94 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में 28.94 मीटर था, जो 12 घंटे बाद बढ़कर 30.01 मीटर हो गया. कुर्सेल में 29.39 मीटर था, जो मंगलवार की सवेरे 30.36 मीटर हो गया. इसी नदी के दुर्गापुर में जलस्तर 26.20 मीटर था,जो 12 घंटे बाद जलस्तर 27.30 मीटर हो गया. गोविंदपुर में इस नदी का जलस्तर 26.29 मीटर था, जो मंगलवार की सवेरे बढ़कर 26.32 मीटर हो गया. आजमनगर में 28.50 मीटर था, जो बढ़कर 29.34 मीटर हो गया. धबोल में 28.05 मीटर था.12 घंटे बाद जलस्तर बढ़कर 28.70 मीटर हो गया.

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