बलरामपुर (कटिहार ) : प्रखंड क्षेत्र की सीहागांव पंचायत अंतर्गत चीलाहपाडा गांव में मिट्टी का धंसान गिरने से तीन बालकों की दबने से घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. घटना की खबर फैलते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. मौके पर अफरातफरी और चीख-पुकार मच गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 दिन पहले सड़क निर्माण के लिए जेसीपी से मिट्टी काटने से बड़ी खायी हो गयी थी. वहां से लोगों के आने जाने का रास्ता भी था. 13 वर्षीय मो मोहसीन, 11 वर्षीय राजा, नौ वर्षीय मो माहीर खेलते-खेलते घटनास्थल तक पहुंचे ही थे कि मिट्टी का धसान गिर जाने पर तीनों बालक इसकी चपेट में आ गये. जब तक लोग वहां जमा होते और मिट्टी हटा कर अलग करते, तब तक तीनों बच्चों की मौत हो गयी. घटना का सूचना पाते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. एक साथ तीन की मौत होने पर गांव में हाहाकार मच गया. मृतक बच्चों की मां और अन्य परिजनों का रो-रो कर बेसुध हो रहा था. वहीं, घटना की सूचना पा कर बलरामपुर थाना अध्यक्ष अंजय अमन घटनास्थल पहुंच कर स्थिति से अवगत होकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास में जुटे रहे. इस तरह की घटना पर ग्रामीण आक्रोशित है. समाजसेवी मेहर एकबाल ने कहा की इस तरह की घटना से लोग आक्रोशित हैं. सड़क निर्माण करा रही कंपनी एवं जेसीबी से मिट्टी काटने में लापरवाही के कारण इस तरह की घटना हुई. वहीं, रामपुर हरदार के मुखिया प्रतिनिधि मो खुशदील ने मृतक के आश्रित को आपदा फंड से चार लाख की सहायता राशि देने की मांग की है. बीजोल मुखिया नकुल कुमार यादव ने कहा की अवैध रूप से मिट्टी खनन के कारण इस तरह का हादसा हुआ. सड़क निर्माण करा रही कंपनी द्वारा मनमाने तरीके से मिट्टी काटी जाती है. इस तरह अवैध तरीके से मिट्टी खनन पर रोक लगाने की मांग की है.
एक साथ तीन बच्चों की मौत से पूरा गांव सदमे में
मिट्टी में दब कर एक साथ गुरुवार की शाम तीन बच्चों की मौत से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. मृत बच्चों के घर चीख-पुकार से लोगों का दिल दहला कर रख दिया है. गांव के लोगों में सड़क निर्माण को लेकर ठेकेदार द्वारा अवैध ढंग से मिट्टी काटने के कारण घटना का होना बताया जा रहा है. लोगों ने ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने कहा है कि प्रशासन की लापरवाही भी है. घटना के बाद मृत बालकों सहित कई घरों में चूल्हा नहीं जला. पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है.