दियारा में शांतिपूर्ण चुनाव कराना होगी चुनौती
राज किशोर, कटिहार : दूसरे चरण में 18 अप्रैल को होने वाले चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पुरी कर ली गयी है. चुनाव के अब महज 24 घंटे शेष बचे हैं. 16 अप्रैल को चुनाव प्रचार-प्रसार का दौर समाप्त हो गया. सभी प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटी में 18 अप्रैल को […]
राज किशोर, कटिहार : दूसरे चरण में 18 अप्रैल को होने वाले चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पुरी कर ली गयी है. चुनाव के अब महज 24 घंटे शेष बचे हैं. 16 अप्रैल को चुनाव प्रचार-प्रसार का दौर समाप्त हो गया. सभी प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटी में 18 अप्रैल को बंद हो जायेगा.
चुनाव को लेकर मतदान कर्मियों एवं सुरक्षा बलों को मतदान केंद्रों पर मंगलवार को रवाना कर दिया गया है. प्रशासनिक स्तर पर शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान कराने के लिए व्यापक इंतजाम किये गये हैं. इस बीच जिले में कई ऐसे मतदान केंद हैं जहां शांति ढंग से मतदान करना चुनाव आयोग के लिए चुनौती से कम नहीं है. उन बूथों पर मतदान कर्मियों को पहुंचने के लिए मशक्त करनी पड़ रही है.
कई ऐसे बूथ हैं जहां पहुंचने के लिए मतदान कर्मियों, सुरक्षा बलों को दूसरे जिले से होकर 150 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचना पड़ रहा है. गंगा पार दियारा बूथों पर शांतिपूर्ण व निष्पक्ष ढंग से मतदान कराना तथा मतदान के बाद सुरक्षित ईवीएम को कटिहार लाना चुनौती से कम नहीं है. हालांकि प्रशासन की ओर से इसकी पूरी तैयारी किये जाने का दावा किया गया है.
जिले के बरारी प्रखंड का बकिया सुखाय पंचायत गंगा नदी के उस पार बसा है. गंगा पार बकिया सुखाय पंचायत में छह बूथ बनाये गये हैं. करीब 4500 वोटर वहां मतदान करेंगे. गंगा पार दियारा क्षेत्र में होने की वजह से मतदान कर्मियों, पदाधिकारियों, सुरक्षा बलों को मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए भागलपुर जिला से होकर करीब 150 किलोमीटर का सफर तय कर मतदान केंद्र तक पहुंचेंगे.
प्रशासन की ओर से सभी मतदान कर्मियों, सुरक्षा बलों को नाव से गंगा पार भेजने की बजाय सड़क मार्ग से बूथों तक पहुंचने व वहां से मतदान कर वापस लाने की व्यवस्था की गयी है. बरारी से सभी मतदान कर्मियों को मतदान सामग्री के साथ बूथों पर रवाना कर दिया गया है. बूथों पर पहुंचकर मतदान कर्मियों को हर हाल में रात तक रिपोर्ट करना है.
गंगा पार बकिया सुखाय में छह बूथ बनाये गये : लोकसभा चुनाव में बकिया सुखाय पंचायत में कुल छह बूथ बनाये गये हैं. जिसमें बूथ संख्या 229,230,231,232,233 एवं 234 पर 4500 के करीब मतदाता मतदान करेंगे. उन सभी बूथों पर मतदान कर्मियों व सुरक्षा बलों को सड़क मार्ग से रवाना किया गया है.
बरारी से कुरसेला, नवगछिया होकर भागलपुर पहुंचने के बाद सड़क मार्ग से कहलगांव होते हुए पीरपैंती पहुंचेंगे. पीरपैंती से बकिया सुखाय पंचायत के बूथों पर मतदान कर्मी व सुरक्षा बल, पदाधिकारी पहुंचेंगे. करीब 150 किमी का सफर तय करने में चार घंटे से अधिक का समय लगेगा. फिर 18 को मतदान के बाद उसी तरह ईवीएम के साथ कटिहार पहुंचेंगे.
बकिया सुखाय पंचायत पड़ गया है अलग-थलग : जिले के बरारी प्रखंड का बकिया सुखाय पंचायत कटिहार से अलग-थलग होकर रह गया है. वहां के लोगों को प्रखंड मुख्यालय या कटिहार जिला मुख्यालय आने-जाने का एक मात्र साधन नाव है या दूसरा उपाय भागलपुर होकर सड़क मार्ग से 150 किलोमीटर की सफर तय कर यहां पहुंच सकते हैं. लेकिन सड़क मार्ग से यहां पहुंचना व फिर वापस जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जबकि नाव से गंगा पार होने में भी लोगों की परेशानी कम नहीं है.
अमदाबाद में आठ केंद्रों गंगा व महानंदा नदी के उस पार, नाव ही सहारा : अमदाबाद प्रखंड क्षेत्र के आठ मतदान केंद्रों में मतदान कर्मियों व सुरक्षा बलों को नाव से रवाना किया गया है. मतदान केंद्र संख्या 205 मदरसा लखनपुर उत्तर भाग, मतदान केंद्र संख्या 206 मदरसा लखनपुर दक्षिण भाग बनाया गया है.
मतदान केंद्र केंद्र संख्या 205, 206, 209, 235, 270, 271, 281 एवं 282 गंगा नदी एवं महानंदा नदी के पार है. उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए मतदान केंद्र कर्मियों को प्रखंड मुख्यालय से नदी किनारे स्थित घाट तक ट्रैक्टर से एवं नदी पार नाव से कर पुनः ट्रैक्टर से मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए समुचित व्यवस्था है.
गंगा पार कर वोट डालने आते हैं लोग :
कुरसेला के गोबराही दियारा के मतदाता मतदान के लिए नाव से गंगा पार कर इस पार आते हैं. मतदान कर लौटने में पूरा दिन निकल जाता है. इससे बहुत सारे लोग वोट डालने भी नहीं आते हैं. जबकि कदवा के शेतपुरा पंचायत के मंझोक, बालूगंज, तैयबपुर पंचायत का रैयांपुर, रतनपुर, शिकारपुर पंचायत का नौवाटोली महानंदा नदी के उस पार होने के कारण मतदान कर्मियों व सुरक्षा बलों को वहां पहुंचने में दिक्कत हुई है.
वोट मांगने भी नहीं गये प्रत्याशी
लोकसभा का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने बकिया सुखाय पंचायत में वोट मांगना भी उचित नहीं समझा. दरअसल वहां तक पहुंचने में प्रत्याशियों को काफी मशक्त करनी पड़ती. ऐसे में वहां किसी भी दल या निर्दलीय प्रत्याशी वोट मांगने नहीं पहुंचे. जबकि वोट के लिए सभी प्रत्याशी घर-घर पहुंचने का प्रयास करते हैं.
ऐसे में समझा जा सकता है कि बकिया सुखाय पंचायत कटिहार जिला से कितना कटा हुआ है. चुनाव में एक-एक वोट की किमत होती है. बकिया सुखाय में करीब 4500 वोटर हैं लेकिन प्रत्याशी वहां जा कर वोट मांगने की जगह दूसरे जगह वोट मांगना ज्यादा उचित समझा. चूंकि वहां जाने आने में ही पूरा दिन समाप्त हो जायेगा. ऐसे में वहां के निवासी अपने को उपेक्षित समझ रहे हैं.