इ-कैटरिंग एप से खाना मंगाने वाले यात्री कैटरिंग सर्विस से बचें, एप रेलवे का नहीं
प्रवीण कुमार, कटिहार : रेलवे के आइआरसीटीसी के तहत एक अन्य एप पर ऑर्डर देने पर रेल यात्री को भोजन प्राप्त हो जाता है. लेकिन उस एप को आइआरसीटीसी गलत करार दे रही है. इसके साथ ही आइआरसीटीसी यह भी कह रही है कि उस एप से खाना मंगाने वाले रेल यात्री व उसके मंगाये […]
प्रवीण कुमार, कटिहार : रेलवे के आइआरसीटीसी के तहत एक अन्य एप पर ऑर्डर देने पर रेल यात्री को भोजन प्राप्त हो जाता है. लेकिन उस एप को आइआरसीटीसी गलत करार दे रही है. इसके साथ ही आइआरसीटीसी यह भी कह रही है कि उस एप से खाना मंगाने वाले रेल यात्री व उसके मंगाये भोजन की कोई जिम्मेवारी रेलवे की नहीं होगी. किसी ने फर्जी रूप से इस प्रकार का एप बना लिया है.
इसका एप खोलने पर गूगल प्ले स्टोर में वह रेलवे का ही अपने को एक अंग बताता है. इसकी जिम्मेवारी रेल यात्रियों को खाना पहुंचाने की रहती है. रेलवे के केटरिंग सर्विस प्रोवाइडर आइआरसीटीसी ने रेल यात्रियों को एक नई चेतावनी जारी किया है.
आइआरसीटीसी ने यात्रियों को दो मोबाइल एप ट्रैवल खाना और रेल यात्री से खाने की बुकिंग करने से बचने को कहा है. यदि इन एप से ऑर्डर किये गये खाने की क्वालिटी में कोई खराबी होगी, तो वह इसके लिए रेलवे की जिम्मेदारी नहीं होगा, बल्कि यात्री ही जिम्मेदार होगा.
परेशानी के लिये रेल जिम्मेदार नहीं: डीसीएम ने बताया कि यात्री यह ध्यान रखें कि हम खाने की गुणवत्ता और किसी भी अन्य परेशानी के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे. हम आपको सलाह देते हैं कि आप अपने खाने के सारे ऑर्डर आइआरसीटीसी की ऑफिशियल वेबसाइट या एप के जरिये ही बुक करें.
ट्रेन में खाना के लिए फूड एप का करें उपयोग: ट्रैवल खाना एक ट्रेन फूड ऑर्डर बुकिंग एप है.भारत में कहीं भी रेल यात्रा में खाने की बुकिंग के लिए यह ऑर्डर लेता है.अब यह भारत में 300 से अधिक स्थानों पर खाने की डिलिवरी कर रहा है.
यात्री इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन भी यूज कर सकते हैं. गूगल प्ले स्टोर पर यह एप अपने आप को इंडियन रेलवे का फेवरेट इ-केटरिंग एप के रूप में परिभाषित करता है, जो कि सही नहीं है. पहले से ही अपनी आइआरसीटीसी इ-कैंटरिंग के नाम से फूड एप है.
रेल यात्रियों को किया आगाह: इसी तरह रेल यात्री भी एक फूड बुकिंग एजेंट है. इसका अपना कोई रेस्टोरेंट नहीं हैं. यात्रियों को खाने की डिलिवरी के लिए इसने भारत के कई हिस्सों में रेस्टोरेंट के साथ टाइअप किया हुआ है. खाने की डिलिवरी के टाइम पर ये आपके फूड बुकिंग पर्ची, ट्रेन टिकट या आइडी कार्ड मांगते हैं. यह पहली बार नहीं है कि रेलवे द्वारा इस तरह के एप के प्रति लोगों को आगाह किया गया है.
कहते हैं डीसीएम
डीसीएम अमिताभ कुमार मिश्रा ने बताया कि रेलयात्रियों को इस तरह के अनधिकृत एग्रिगेटर से बुकिंग नहीं करने की बात कही है. रेल में यात्रा के दौरान खाना यात्रियों के लिए सबसे चिंता का विषय रहता है.
भारतीय रेलवे व आइआरसीटीसी को अक्सर खाने को लेकर शिकायतें मिलती रहती हैं. वहीं आइआरसीटीसी की तरफ से खाने की गुणवत्ता में सुधार को लेकर भी प्रयास किए जाते रहे हैं.