बाढ़ के नाम पर वसूली करने वाले कर्मचारी को बनाया बंधक
हसनगंज : हसनगंज प्रखंड के अंचल कार्यालय में प्रतिनियुक्त चतुर्थवर्गीय कर्मचारी रामचंद्र चौहान को सोमवार की सुबह तकरीबन 6:00 बजे बलुआ पंचायत के बैरगाछी गांव पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया. ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है कि रामचंद्र चौहान सरकार द्वारा बाढ़ से प्रभावित लोगों को मिलने वाली जीआर राशि का […]
हसनगंज : हसनगंज प्रखंड के अंचल कार्यालय में प्रतिनियुक्त चतुर्थवर्गीय कर्मचारी रामचंद्र चौहान को सोमवार की सुबह तकरीबन 6:00 बजे बलुआ पंचायत के बैरगाछी गांव पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया.
ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है कि रामचंद्र चौहान सरकार द्वारा बाढ़ से प्रभावित लोगों को मिलने वाली जीआर राशि का लाभ पहुंचाने के नाम पर आधार कार्ड व पांच सौ रुपये की मांग कर रहा था. जिससे आक्रोशित महिलाओं ने उसे घेर लिया.
लोगों ने बताया कि पहले जो अगस्त 2017 में आई बाढ़ में हम लोगों को अभी तक जीआर की राशि का छह हजार नहीं मिला है. बावजूद इस बार 2019 में आई बाढ़ को लेकर यह कर्मचारी हमलोगों से बाढ़ राहत में जीआर राशि के छह हजार दिलाने के नाम पर सभी से आधार कार्ड व पांच सौ रुपये की मांग कर रहा है.
मौके पर रामचंद्र चौहान ने बताया कि सीओ साहब के निर्देश से आये हैं कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को सूचना देने के लिए कि वे अपना आधार कार्ड व पासबुक का फोटो कॉपी लेकर अंचल पहुंचे. ताकि आगे की कार्रवाई की जा सकेगी. जबकि गांव के बुद्धिजीवी लोगों ने बताया कि यह आदमी काफी गलत है.
जीआर राशि का लाभ दिलाने के नाम पर अवैध वसूली करता है. अगर पांच सौ रुपये और आधार कार्ड जो नहीं देगा. उसे छह हजार की जीआर राशि का लाभ नहीं मिलेगा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अगर इन्हें अंचल के द्वारा भेजा गया है. उसके पास बाढ़ से प्रभावित लोगों की सूची होनी चाहिए.
इसके पास नहीं है. बैगेर सूची का सभी लोगों से आधार कार्ड और पैसे मांगना गलत है. गांव के सभी लोगों को सरकार जीआर राशि दे रही है. सभी लोगों का आधार कार्ड मांग रहा है. मौके पर मामले को खारिज करते हुए अंचलअधिकारी अजय कुमार ने बताया कि हमारे द्वारा जो कर्मी रामचंद्र चौहान को बाढ़ से प्रभावित जो लोग हैं. उनको सूचित करने के लिए भेजा गया था. वह अपना जरूरी कागजात जमा करें. ताकि उन्हें लाभ मिल सके.